blog
तेरे हाथों का खिलौना हूँ
तेरे हाथों का खिलौना हूँ मैं साँवरा,जैसे मर्ज़ी तू मुझको नचाएं जा,मैं पतंग तेरे हाथ मेरी डोर है,चाहे काट दे या अम्बर उड़ाए जा,तेरे हाथों का खिलौना हूँ मैं साँवरा….. तेरे लिए दिल ये तड़पता है दाता मेरे,तेरे बिना दिल बेसहारा ये,तेरे ही तो बाग़ का मैं फूल हूँ ओ दाता मेरे,रहने दे चरणों को थाम के,तेरी प्यारी सी सूरत …
Read More »