सन् 2002 मे डा० अब्दुल कलाम राष्ट्रपति पद के लिये चुनाव लड़ रहे थे, उनके चुनाव का काम-काज भाजपा नेता प्रमोद महाजन देंख रहे थे, क्योकि कलाम साहब को राजनैतिक अनुभव नही था! एक दिन प्रमोद महाजन ने कलाम जी से पूँछा कि आपका नामांकन भरना हैं, मै किस दिन तस्तावेज लेकर आपके हस्ताक्षर लेने आऊँ, क्या आपका कोई शुभ …
Read More »Astrology
सुख की तलाश में सुखी की खोज
राजा कुंवरसिंह जी बड़े अमीर थे। उन्हें किसी चीज की कमी नहीं थी। उनका स्वास्थ्य अच्छा नहीं था। बीमारी के मारे वे सदा परेशान रहते थे। कई वैद्यों ने उनका इलाज किया, लेकिन उनको कुछ फायदा नहीं हुआ। राजा की बीमारी बढ़ती गई। सारे नगर में यह बात फैल गई। तब एक बूढ़े ने राजा के पास आकर कहा, ‘महाराज, …
Read More »गोस्वामी तुलसीदासजी के जीवन के कुछ अनछुए पहलू
गोस्वामी तुलसीदास(1497-1623) एक महान कवि थे। उनका जन्म राजापुर गांव (वर्तमान बांदा जिला) उत्तर प्रदेश में हुआ था। अपने जीवनकाल में तुलसीदास जी ने 12 ग्रन्थ लिखे और उन्हें विद्वान होने के साथ ही अवधी और हिन्दी भाषा के प्रसिद्ध और सर्वश्रेष्ठ कवियों में से एक माना जाता है। कहते हैं कि तुलसीदासजी महर्षि वाल्मीकि का अवतार थे जो मूल …
Read More »किसी ने सही कहा है, सम्मान चाहिए तो पहले सम्मान देना सीखें
बहुत पुरानी बात है। एक व्यक्ति अक्सर धर्मग्रंथों का मजाक उड़ाया करता था। वह नास्तिक था। वह ईश्वर में विश्वास करने वालों का सम्मान नहीं करता था। वह उनसे वैचारिक बहस न करके, कुतर्कों के जरिए उनका मनोबल तोड़ने की कोशिश करता था। एक दिन वह एक पादरी के पास पहुंचा। उसका मकसद पादरी को नीचा दिखाना था। उसने पादरी …
Read More »बस चले तो मैं सभी विचारवान व्यक्तियों को सफाई में लगा दूं
महात्मा गांधी की ख्याति न केवल भारत बल्कि संपूर्ण विश्व में है। वह जहां भी जाते थे लोग उनका बहुत स्वागत सत्कार करते थे और यही आलम भारत के विभिन्न शहरों और गांवो में भी था। एक बार पत्रकारों की गोष्ठी में बापू राजनीतिक प्रसंगो पर उत्तर दे रहे थे। उसी समय हास्य-विनोद की मुद्रा में एक पत्रकार ने बापू …
Read More »विश्व प्रेम की भावना से करें कर्म
गुस्से पर भारी बु्द्धि जिसे गुस्सा भी रोक न पाया
एक बार एक संत के शिष्य ने संत से पूछा ‘गुरुदेव आप हमेशा कहते हैं कि हमें एक क्षण के लिए भी प्रभु की ओरसे ध्यान नहीं हटाना चाहिए। किंतु यह कैसे संभव है? माया का इतना मोहक स्वरूप है जो सभी को अपनी और आकर्षित कर लेता है और वैसे भी जिसे मोक्ष मिलना है, उसे किसी भी समय …
Read More »संसार में ईमानदारी ही इंसान की सबसे बड़ी पूंजी
गोपाल कृष्ण गोखले भारत के ऐसे स्वतंत्रता सेनानी, समाजसेवी, विचारक एवं सुधारक थे। जो अपने साथियों के बीच अपनी ईमानदारी का पर्याय माने जाते थे। उनके बचपन का एक रोचक प्रसंग है। जो गोखले जी की ईमानदारी का एक सर्वश्रेष्ठ उदाहरण पेश करता है। जब वह महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के काटलुक गांव में एक प्राइमरी स्कूल पढ़ते थे। तब …
Read More »सिकंदर के गुरु थे अरस्तु, दी थीं ये अमिट सीख
सिकंदर के गुरु थे अरस्तु, दी थीं ये अमिट सीख अरस्तु की गिनती अपने समय के महान दार्शनिकों में होती है। वह सिकंदर के गुरु थे। अरस्तु ने करीब 400 किताबे लिखीं हैं जो विभिन्न विषयों जैसे कि भौतिकी, नाटक, संगीत,तर्कशास्त्र, राजनीतिशास्त्र, जीव विज्ञान आदि पर आधारित हैं। अरस्तु के विचार काफी प्रभावशील थे। उनके विचारों में जीवन की सच्चाई …
Read More »दोस्ती का एक अनोखा अंदाज
डॉ. जाकिर हुसैन जब विशेष अध्ययन के लिए जर्मनी गए हुए थे। वहां कोई भी अनजान व्यक्ति दूसरे अनजान को देखकर अपना नाम बताते हुए हाथ आगे बढ़ा देता था। इस प्रकार अपरिचित लोग भी एक दूसरे के दोस्त बन जाते थे। दोस्ती करने का यह रिवाज वहां काफी लोकप्रिय था। एक दिन जाकिर हुसैन कॉलेज में वार्षिकोत्सव मनाया जा …
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