इन दोनों ने बेहद छोटी उम्र में बॉलीवुड में कदम रखा और खूब नाम कमाया। दोनों का ही बचपन मुफलिसी में बीता लेकिन बड़ी होकर एक इन्होंने पैसा और रुतबा दोनों पाया । इसमें से एक तो 60 और 70 के दशक की हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस के तौर पर भी जानी जाती हैं. वहीं एक को अपने डांस स्किल्स के …
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भारत भूषण
सितारा भी कभी इतनी गर्दिश में पड़ गया था कि उन्हें अपना गुजारा चलाने के वास्ते दोयम दर्जे की फ़िल्मों में छोटी-छोटी भूमिकाएं करने को मजबूर होना पड़ा था।अलीगढ़ में 1920 में जन्मे भारत भूषण गायक बनने का ख्वाब लिए बम्बई की फ़िल्म नगरी में पहुंचे थे, लेकिन जब इस क्षेत्र में उन्हें मौका नहीं मिला तो उन्होंने निर्माता-निर्देशक केदार …
Read More »वह तो एक साधारण सी महिला थी
विनीता के घर के सामने बहुत से लोगों की भीड़ लगी हुई थी ।सब लोग विनीता के दर्शन करने के लिए खड़े थे । विनीता कोई नेता थी नहीं ईश्वर थी नहीं वह तो एक साधारण सी महिला थी । लोग उसे पतिव्रता कहते हैं । लोगों का कहना था कि उसका पति उसे इतना मारता पीटता था पर उसने …
Read More »मुझे माफ़ कर दो
मुझे माफ़ कर दो सुवर्णा अब मैं आ गया हूँ हमेशा के लिए… अब हम सब साथ रहेंगे हमेशा मैं तुम और हमारे बच्चे…हां यही तो चाहती थी मैं कि हम सब साथ रहें, हंसे खेले खाये… बस ये छोटा सा सपना संजोया था मैंने जो कि हर स्त्री संजोती होगी।शादी के सात साल बाद तुमने मुझे और मेरे बच्चों …
Read More »शर्म आनी चाहिए
अमेरिका में एक पंद्रह साल का लड़का था, स्टोर से चोरी करता हुआ पकड़ा गया। पकड़े जाने पर गार्ड की गिरफ्त से भागने की कोशिश में स्टोर का एक शेल्फ भी टूट गया।जज ने जुर्म सुना और लड़के से पूछा, “क्या तुमने सचमुच चुराया था ब्रैड और पनीर का पैकेट”?लड़के ने नीचे नज़रें कर के जवाब दिया- जी हाँ।जज :- …
Read More »हम सब ज़िम्मेदार हैं
अमेरिका में एक पंद्रह साल का लड़का था, स्टोर से चोरी करता हुआ पकड़ा गया। पकड़े जाने पर गार्ड की गिरफ्त से भागने की कोशिश में स्टोर का एक शेल्फ भी टूट गया। जज ने जुर्म सुना और लड़के से पूछा, “क्या तुमने सचमुच चुराया था ब्रैड और पनीर का पैकेट”?लड़के ने नीचे नज़रें कर के जवाब दिया- जी हाँ।जज …
Read More »शंकर जयकिशन
“बरसात” के बाद शैलेन्द्र आर के कैंप का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए थे। राज कपूर और शंकर जयकिशन से उनकी करीबी दोस्ती हुई थी। ख़ास कर शंकर से उनकी ज्यादा जमती थी। आर के की श्री 420 के लिए गीतों का काम चल रहा था। शैलेन्द्र ने एक गीत का मुखड़ा लिखा और शंकर को दिखाया, शंकर बोले वाह शैलेंदर …
Read More »बशीर बद्र
डॉ॰ बशीर बद्र इनका पुरा नाम सैयद मुहम्मद बशीर जन्म (15 फ़रवरी 1935) को उर्दू का वह शायर माना जाता है जिसने कामयाबी की बुलन्दियों को फतेह कर बहुत लम्बी दूरी तक लोगों की दिलों की धड़कनों को अपनी शायरी में उतारा है। साहित्य और नाटक विद्यापीठ में किए गये योगदानो के लिए उन्हें 1972 में पद्मश्री से सम्मानित किया …
Read More »प्रख्यात लेखक रामदरश मिश्र
रामदरश मिश्र की गजलों में प्रेम, प्रकृति, शहर, गांव, मनुष्य, घर परिवार, एवं निजी अनुभवों की तमाम यात्राएं शामिल हैं. सामाजिक राजनीतिक जीवन की विडंबनाए भी. धार्मिकता के स्याह चेहरे भी. पर आम आदमी के पक्ष में उनकी आवाज में करुणा नजर आती है. कविताएं रामदरश जी की रचनात्मकता का पुराना ठीहा हैं तो ग़ज़लें उनके कवित्व का नया विस्तार. …
Read More »प्लास्टिक सर्जरी
तीसरा मैसूर युद्ध 1790-1792 ई. के दौरान घटित हुआ था। इस युद्ध में टीपू सुल्तान और ब्रिटिश सेना के बीच संघर्ष हुआ, जिसमें टीपू सुल्तान ने....
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