गुरु दत्त ने तुरंत कहा, ‘तो कहो ना’। जॉनी वाकर ने कहा कि एम सादिक एक फिल्म बनाना चाहता है, लेकिन उसकी हालत कुछ ठीक नहीं है। हम सबको मिलकर उसका साथ देना होगा। तुम भी इस फिल्म में काम कर लो, लेकिन सुनो थोड़ा कोआपरेट करना होगा।
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कर्मा जरूर लौटता है
एक बुजुर्ग आदमी भुख से व्याकुल था,वो एक तालाब पर जाता है और बड़ी मशक्कत से एक मछली पकड़ता है कि चलो इससे मैं भूख मिटा सकुंगा।
Read More »जानकीदास मेहरा की कहानी
जानकीदास भारत के इकलौते ऐसे भारतीय थे, जिन्होंने 1932-1942 के समय में वर्ल्ड रिकॉर्ड ब्रेक किया था.
Read More »चौधरी चंदगीराम कालीरमण
ओलंपियन,भारत केसरी,हिंद केसरी,अर्जुन अवॉर्डी, पदम श्री जैसे अवार्ड जीत चुके मास्टर चंदगीराम हरियाणा के जिला हिसार के सबसे बड़े गाँव सिसाय में 9 नवम्बर 1937 में जन्मे थे। -कुश्ती के लिए ऐसा लगाव था कि अपने चाचा से प्रेरित होकर ब्याह के बाद भी पहलवानी के लिए ब्रहमचारी का पालन किया।उनके हाथो कि पकड़ इतनी मजबूत थी कि प्रतिद्वंद्वी के …
Read More »हमारी घडी और उसका अर्थ
3:00 बजने के स्थान पर त्रिगुण, 4:00 बजने के स्थान पर चतुर्वेद, 5:00 बजने के स्थान पर पंचप्राणा , 6:00 बजने के स्थान पर षड्र्स, 7:00 बजे के स्थान पर सप्तर्षि , 8:00 बजने के स्थान पर अष्ट सिद्धियां , 9:00 बजने के स्थान पर नव द्रव्यणि, 10:00 बजने के स्थान पर दश दिशः, 11:00 बजने के स्थान पर रुद्रा
Read More »प्रेम पवित्र है पूजनीय है इसे कलंकित मत करो .
गली मोहल्ले चौराहे पर बैठकर दोस्तो के बीच मदस्मत होकर अपनी अय्याशी की वीरगाथा सुनाते महानुभावों से अनुरोध है कि इसे पढ़ें..❤️🙏 कभी कभी एक से अधिक स्त्री के साथ प्रेम का स्वांग रचने वाला पुरूष खुद को बड़ा चालाक और सक्षम समझता है उसे ऐसा लगता है जैसे एक से अधिक स्त्रियों के साथ प्रेम प्रसंग करके उसने बहुत …
Read More »भगवान को सिर्फ जीव्हा से नही हृदय से भजते
वीणा बजाते हुए नारदमुनि भगवान श्रीराम के द्वार पर पहुँचे।नारायण नारायण !!नारदजी ने देखा कि द्वार पर हनुमान जी पहरा दे रहे है।फ🔹हनुमान जी ने पूछा: नारद मुनि ! कहाँ जा रहे हो ?🔻नारदजी बोले: मैं प्रभु से मिलने आया हूँ। नारदजी ने हनुमानजी से पूछा प्रभु इस समय क्या कर रहे है?🔹हनुमानजी बोले: पता नहीं पर कुछ बही खाते …
Read More »Shri Mahalaxmi Suprabhatam
श्रीमहालक्ष्मीसुप्रभातम् ॥ श्रीलक्ष्मि श्रीमहालक्ष्मि क्षीरसागरकन्यके उत्तिष्ठ हरिसम्प्रीते भक्तानां भाग्यदायिनि । उत्तिष्ठोत्तिष्ठ श्रीलक्ष्मि विष्णुवक्षस्थलालये उत्तिष्ठ करुणापूर्णे लोकानां शुभदायिनि ॥ १॥ श्रीपद्ममध्यवसिते वरपद्मनेत्रे श्रीपद्महस्तचिरपूजितपद्मपादे । श्रीपद्मजातजननि शुभपद्मवक्त्रे श्रीलक्ष्मि भक्तवरदे तव सुप्रभातम् ॥ २॥ जाम्बूनदाभसमकान्तिविराजमाने तेजोस्वरूपिणि सुवर्णविभूषिताङ्गि । सौवर्णवस्त्रपरिवेष्टितदिव्यदेहे श्रीलक्ष्मि भक्तवरदे तव सुप्रभातम् ॥ ३॥ सर्वार्थसिद्धिदे विष्णुमनोऽनुकूले सम्प्रार्थिताखिलजनावनदिव्यशीले । दारिद्र्यदुःखभयनाशिनि भक्तपाले श्रीलक्ष्मि भक्तवरदे तव सुप्रभातम् ॥ ४॥ चन्द्रानुजे कमलकोमलगर्भजाते चन्द्रार्कवह्निनयने शुभचन्द्रवक्त्रे । हे …
Read More »अज्ञात
किसी दिन सुबह उठकर एक बार इसका जायज़ा लीजियेगा कि कितने घरों में अगली पीढ़ी के बच्चे रह रहे हैं? कितने बाहर निकलकर नोएडा, गुड़गांव, पूना, बेंगलुरु, चंडीगढ़,बॉम्बे, कलकत्ता, मद्रास, हैदराबाद, बड़ौदा जैसे बड़े शहरों में जाकर बस गये हैं?कल आप एक बार उन गली मोहल्लों से पैदल निकलिएगा जहां से आप बचपन में स्कूल जाते समय या दोस्तों के …
Read More »सच्चा शिक्षक- कहानी
शिक्षक दिवस के अवसर पर आज हम आपके लिए सच्चा शिक्षक- कहानी लाये हैं। जो एक शिक्षिका और एक छात्र के सम्बंध पर आधारित है। यह कहानी निश्चित रूप से आपको भावुक कर देगी। यह कहानी बताती है कि एक शिक्षक का कार्य केवल पढ़ाना ही नहीं होता बल्कि बच्चों के व्यक्तित्व का विकास भी शिक्षकों का दायित्व है। शहर के प्राथमिक विद्यालय …
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