अमिताभ बच्चन ने कभी एक इंटरव्यू में कहा था कि दिलीप साब की ‘गंगा जमुना’ उन्होंने कम से कम पच्चीस मर्तबे देखी थी. मतलब, वो बहुत बड़े फैन थे दिलीप साब के. इसीलिए एक सुबह जब उन्होंने खुद को ‘शक्ति’ में पाया तो लगा मानों खुदा मिल गया है. इसमें वो दिलीप साब के बेटे थे. दोस्तों और शुभचिंतकों ने …
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याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें:
बीपी: 120/80पल्स: 70 – 100तापमान: 36.8 – 37सांस : 12-16हीमोग्लोबिन: पुरुष -13.50-18स्त्री- 11.50 – 16कोलेस्ट्रॉल: 130 – 200पोटेशियम: 3.50 – 5सोडियम: 135 – 145ट्राइग्लिसराइड्स: 220शरीर में खून की मात्रा: पीसीवी 30-40%शुगर लेवल: बच्चों के लिए (70-130) वयस्क: 70 – 115आयरन: 8-15 मिलीग्रामश्वेत रक्त कोशिकाएं WBC: 4000 – 11000प्लेटलेट्स: 1,50,000 – 4,00,000लाल रक्त कोशिकाएं RBC: 4.50 – 6 मिलियन.कैल्शियम: 8.6 -10.3 …
Read More »राजा हरिश्चन्द्र
पहली भारतीय फिल्म “राजा हरिश्चन्द्र” का प्रदर्शन / 3 मई 1913दादा साहेब फाल्के द्वारा निर्मित तथा सन् 1913 में प्रदर्शित फिल्म “राजा हरिश्चन्द्र” को भारत की पहली फीचर फिल्म होने का श्रेय प्राप्त है। “राजा हरिश्चन्द्र” चार रीलों की लम्बाई वाली एक मूक फिल्म है। इस फिल्म की कहानी हिन्दू पौराणिक ग्रंथों में वर्णित राजा हरिश्चन्द्र की कथा पर आधारित …
Read More »मूंछो वाले
रेल का सफर जाने कितने किस्से कहानियों का जनक होता है। कुछ साल पहले तक मैं काफी रेल यात्राएं किया करता था। उस दौरान ऐसे कई अनुभव हुए, जो यादगार बन गए। वहीं कुछ विचित्र और असहज करने वाले वाक़्यात भी हुए।हिंदुस्तान में रेल केवल लोगों और सामान को यहां से वहां पहुंचाने का जरिया भर नहीं है, लाखों लोगों …
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इंकलाब जिंदाबाद 

भगत सिंह की बैरक की साफ-सफाई करने वाले #वाल्मीकि समाज के व्यक्ति का नाम #बोघा था। भगत सिंह उसको बेबे (मां) कहकर बुलाते थे। जब कोई पूछता कि भगत सिंह ये भंगी बोघा तेरी बेबे कैसे हुआ? तब भगत सिंह कहता, मेरा मल-मूत्र या तो मेरी बेबे ने उठाया, या इस भले पुरूष बोघे ने। बोघे में मैं अपनी बेबे …
Read More »महादेवी वर्मा की एक कविता
मैं हैरान हूँ ” –इतिहास में छिपाई गई,-महादेवी वर्मा की एक कविता ” मैं हैरान हूं यह सोचकर ,किसी औरत ने क्यों नहीं उठाई उंगली ?तुलसी दास पर ,जिसने कहा ,“ढोल ,गंवार ,शूद्र, पशु, नारी,ये सब ताड़न के अधिकारी।” मैं हैरान हूं ,किसी औरत नेक्यों नहीं जलाई “मनुस्मृति”जिसने पहनाई उन्हेंगुलामी की बेड़ियां ? मैं हैरान हूं ,किसी औरत ने क्यों …
Read More »रोड हिप्नोसिस क्या है ?….
किसी भी वाहन की ड्राइविंग करते समय की एक शारिरिक स्थिति है। सामान्यतः लगातार ढाई-तीन घंटे की ड्राइविंग के बाद रोड हिप्नोसिस प्रारम्भ होता है।ऐंसी सम्मोहन की स्थिति में आँखें खुली होती हैं लेकिन दिमाग अक्रियाशील हो जाता है अतः जो दिख रहा है उसका सही विश्लेषण नहीं हो पाता और नतीजतन सीधी टक्कर वाली दुर्घटना हो जाती है।इस सम्मोहन …
Read More »प्राकृतिक आपदाओं के कारण
‘क्रिया के विरुद्ध प्रतिक्रिया’ यह प्राकृतिक अटल नियम ‘क्रिया के विरुद्ध प्रतिक्रिया’, यह प्राकृतिक अटल नियम है । नास्तिक तथा अधर्मी लोगों की पाशवी क्रूरता प्रकृति को प्रतिशोध लेने के लिए बाध्य करती है । इस नियम को, वैज्ञानिक पीटर टोम्पकिन्स एवं क्रिस्टोफर बर्डने भी अपने ग्रन्थ, ‘वृक्षों का गोपनीय जीवन’ में उत्तम ढंग से विश्लेषित कर सिद्ध किया है …
Read More »नेताजी सुभाष चंद्र बोस
यह #घटना उस समय की है जब नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने विदेश जाकर देश को आजाद कराने के लिए आजाद हिंद फौज के गठन का कार्य प्रारंभ किया।उसी दौरान उन्होंने रेडियो प्रसारण पर एक आह्वान किया था कि “हम अपनी स्वतंत्रता का मूल्य अपने रक्त से चुकाएंगे”उस समय वे बर्मा मे थे।आजाद हिंद फौज के गठन व युवाओं को …
Read More »भीखा जी कामा
“भारत आज़ाद होना चाहिए; भारत गणतंत्र होना चाहिए; भारत में एकता होनी चाहिए।”ये उस महिला के शब्द थे, जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत में पहली बार भारतीय झंडा फहराया। भारत की आज़ादी से चार दशक पहले, साल 1907 में विदेश में पहली बार भारत का झंडा एक महिला ने फहराया था! 46 वर्षीया भीकाजी कामा ने जर्मनी के स्टुटगार्ट में हुई दूसरी …
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