एक नगर में बहुत ही दयालु पति-पत्नी रहते थे। वे आर्थिक रूप से संपन्न थे और पूजा-पाठ, दान-धर्म में बढ़-चढ़ कर हिसा लेते थे। उनके नेक व्यवहार की कीर्ति दूर-दूर तक थी और अक्सर उनके घर में मेहमानों का ताता लगा रहता था। समय कभी एक सा नहीं रहता है। एक बार उनके ऊपर घोर विपत्ति आ जाती है और …
Read More »Do you Know?
कवि और धनवान आदमी – अकबर और बीरबल की कहानियाँ !!
एक दिन एक कवि किसी धनी आदमी से मिलने गया और उसे कई सुंदर कविताएं इस उम्मीद के साथ सुनाईं कि शायद वह धनवान खुश होकर कुछ ईनाम जरूर देगा। लेकिन वह धनवान भी महाकंजूस था, बोला, ‘‘तुम्हारी कविताएं सुनकर दिल खुश हो गया। तुम कल फिर आना, मैं तुम्हें खुश कर दूंगा।’’‘कल शायद अच्छा ईनाम मिलेगा।’ ऐसी कल्पना करता …
Read More »मूर्ख लोगों की सूची – अकबर और बीरबल की कहानियाँ !!
एक दिन शहंशाह अकबर दरबार मे अपने लोगों के साथ बैठे थे, तभी अचानक शहंशाह बोले –अकबर – हमारे दरबार मे कितने बुद्धिमान लोग हैं। मैं एक शहंशाह हूँ। इसलिए हमारे आस पास बुद्धिमान लोग ही रहते हैं। मैं बुद्धिमान लोगो के बीच रह कर ऊब चुका हूँ। इसलिए अब मैं कुछ मूर्ख लोगो से मिलना चाहता हूँ।बीरबल वैसे तो …
Read More »उम्र बढ़ाने वाला पेड़ – अकबर और बीरबल की कहानियाँ!!
एक बार तुर्किस्तान के बादशाह को अकबर की बुद्धि की परीक्षा के लेने का विचार हुआ। उसने एक दूत को पत्र देकर सिपाहियों के साथ दिल्ली भेजा। पत्र का मजमून कुछ इस प्रकार था- ‘अकबरशाह! मुझे सुनने में आया है कि आपके भारततवर्ष में कोई ऐसा पेड़ पैदा होता है जिसके पत्ते खाने से मनुष्य की आयु बढ़ जाती है। …
Read More »बीरबल के गुरु!!
एक बार अकबर बादशाह के उस्ताद पीर साहब मक्का से चलकर दिल्ली आए। रास्ता न जानने की वजह से उन्हें बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। अकबर बादशाह ने उनकी बड़ी आवभगत की। कुछ दिन आनन्द लेकर पीर साहब मक्का लौट गए।ज्ब पीर साहब चले गए तो अकबर बादशाह ने बीरबल से पूछा – ‘बीरबल! क्या तुम्हारे भी कोई …
Read More »घातक एक कल्ट क्लासिक रचना है
घातक एक कल्ट क्लासिक रचना है… ऐसी फिल्म अब दोबारा से बन ही नहीं सकती…इस फिल्म को लोग ” ये मजदूर का हाथ है कात्या” जैसे डायलॉग की वजह से याद रखते हैं लेकिन ये फिल्म उससे कहीं अधिक है। फिल्म के एक सीन में काशी का पिता अस्पताल में भर्ती होता है और उसे पता लगता है कि उसके …
Read More »ईश्वर जो कुछ भी करता है मनुष्य के भले के लिए ही करता है!!
बीरबल एक ईमानदार तथा धर्म-प्रिय व्यक्ति था। वह प्रतिदिन ईश्वर की आराधना बिना नागा किया करता था। इससे उसे नैतिक व मानसिक बल प्राप्त होता था। वह अक्सर कहा करता था कि ईश्वर जो कुछ भी करता है मनुष्य के भले के लिए ही करता है।कभी-कभी हमें ऐसा लगता है कि ईश्वर हम पर कृपा दृष्टि नहीं रखता, लेकिन ऐसा …
Read More »दुनिया का सबसे खूबसूरत बच्चा – अकबर और बीरबल की कहानियाँ !!
शहंशाह अकबर अपनी सल्तनत में सभी का बहुत अच्छे से ख्याल रखते थे। कोई उनकी सुविधाओं से वंचित न रहे जाए इसलिए वह वहाँ भेष बदल बदल कर घूमा करते थे। और लोगो के बीच जाकर लोगों की परेशानियों का अनुभव करते थे, कि कोई उनकी सल्तनत में दुखी तो नही है। अकबर एक बहुत ही अच्छे शहंशाह थे।एक दिन …
Read More »कितनी माताएँ – अकबर और बीरबल की कहानियाँ!!
बीरबल- ये मेरी माता हैं।अकबर ने तुलसी के झाड़ को उखाड़कर फेंक दिया और बोला- कितनी माता हैं तुम लोगों की?बीरबल को उसका जवाब देने की एक तरकीब सूझी। आगे एक बिच्छूपत्ती (खुजली वाला) झाड़ मिला। बीरबल ने उसे दंडवत् प्रणाम कर कहा- जय हो बाप मेरे।अकबर को गुस्सा आया और दोनों हाथों से झाड़ को उखाड़ने लगा। इतने में …
Read More »कोई भी काम छोटा नहीं होता!!
गर्मी की तपतपाती धूप मे कुछ मजदूरों से एक बङे यंत्र को गाङी पर लदवाया जा रहा था, यंत्र काफी बड़ा व् भारी था, और मजदूरों के अथक परिश्रम करने के बावजूद भी यंत्र गाङी मे लादा नही जा पा रहा था। कुछ अधिकारी खङे होकर केवल मजदूरों को कोस रहे थे। और कुछ बता रहे थे, कि ऐसे नही ऐसे करो। पर कोई भी अधिकारी उनके …
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