अर्थ न धर्म न काम रुचि, पद न चहहुं निरवान | जनम जनम रति राम पद, यह वरदान न आन || रहे जनम जनम तेरा ध्यान, यही वर दो मेरे राम सिमरूँ निश दिन हरि नाम, यही वर दो मेरे राम । रहे जनम जनम तेरा ध्यान, यही वर दो मेरे राम ॥ मेरे राम, मेरे राम, मेरे राम, मेरे …
Read More »Bhajan/Aarti / Mantra/ Chalisa Lyrics
सुन्दरकाण्ड पाठ – प्रारम्भ
कथा प्रारम्भ होत है, सुनहु वीर हनुमान | राम लक्षमण जानकी, करहुँ सदा कल्याण ॥ श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि । बरनउँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि ॥ बुद्धिहीन तनु जानिके,सुमिरो पवन कुमार | बल बुद्धि विद्या देहूं मोहि,हरहु कलेश विकार || श्री गणेशाय नमः श्रीजानकीवल्लभो विजयते श्रीरामचरितमानस पञ्चम सोपान सुन्दरकाण्ड श्लोक शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं …
Read More »आंगने में बधैया बाजे
आँगने में बधैया बाजे .. चंद्रमुखी मृगनयनी अवध की तोड़त ताने रागने में बधैया बाजे, आंगने में बधैया बाजे .. प्रेमभरी प्रमदागन नाचे नूपुर बाँधे पायने में बधैया बाजे, आंगने में बधैया बाजे .. न्योछावर श्री राम लला की, राम लला की, श्री भरत लला की, भरत लला की, श्री लखन लला की, लखन लला की, शत्रुघन लला की, नहिं …
Read More »राम से बड़ा राम का नाम
राम से बड़ा राम का नाम .. अंत में निकला ये परिणाम, राम से बड़ा राम का नाम .. सुमिरिये नाम रूप बिनु देखे, कौड़ी लगे ना दाम . नाम के बाँधे खिंचे आयेंगे, आखिर एक दिन राम . राम से बड़ा राम का नाम .. जिस सागर को बिना सेतु के, लाँघ सके ना राम . कूद गये हनुमान …
Read More »रंगवाले देर क्या है
रंगवाले देर क्या है मेरा चोला रंग दे . और सारे रंग धो कर रंग अपना रंग दे ..कितने ही रंगो से मैने आज तक है रंगा इसे . पर वो सारे फीके निकले तू ही गाढ़ा रंग दे ..रंगवाले देर क्या है मेरा चोला रंग दे . तूने रंगे हैं ज़मीं और आसमां जिस रंग से . बस उसी …
Read More »गोविन्द कबहुं मिले पिया मेरा
गोबिन्द कबहुं मिलै पिया मेरा। चरण-कंवल को हंस-हंस देखू राखूं नैणां नेरा। गोबिंद कबहुं मिलै पिया मेरा। निरखणकूं मोहि चाव घणेरो कब देखूं मुख तेरा। गोबिंद कबहुं मिलै पिया मेरा। ब्याकुल प्राण धरे नहिं धीरज मिल तूं मीत सबेरा। गोबिंद कबहुं मिलै पिया मेरा। मीरा के प्रभु गिरधर नागर ताप तपन बहुतेरा। गोबिंद कबहुं मिलै पिया मेरा। wish4me
Read More »अब मुझे राम भरोसा तेरा
अब मुझे राम भरोसा तेरा ॥ गूंजे मधुमय नाम की ध्वनि नाभि के धाम ह्रदय मस्तक कमल में राम राम श्री राम ॥ मुझे भरोसा राम का रहे सदा सब काल दीनबन्धु वह देव है हितकर दीन दयाल ॥ पकड़ शरण अब राम की सुदृढ निश्चय साथ तज कर चिंता मैं फिरूँ पा कर उत्तम नाथ ॥ अब मुझे राम …
Read More »प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर
प्रभु भगत के प्रेम के वश में आ जाते है | भगत के लिए वो कभी अपने सभी नियम भी बदल देते है प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर प्रभु को नियम बदलते देखा . अपना मान भले टल जाये भक्त मान नहीं टलते देखा .. जिसकी केवल कृपा दृष्टि से सकल विश्व को पलते देखा . उसको गोकुल में …
Read More »खुद तो बाहर ही खड़े रहे
खुद तो बाहर ही खड़े रहे, भीतर भेजा पांचाली को; यतिवर बाबा के चरणों में, जाकर अपना मस्तक रख दो । अर्धरात्रि की बेला में, भीषम की लगी समाधी थी; मन प्रभु चरणों में लगा हुआ, उस जगह न कोई व्याधा थी । कृष्णा ने जाकर सिर रक्खा, चरणों पर भीष्म पितामह के; चरणों पर कौन झुका, देखूँ, बाबा भीषम …
Read More »गोविन्द मेरी यह प्रार्थना है
श्री राम जय राम जय जय दयालु श्री राम जय राम जय जय कृपालु गोविन्द मेरी यह प्रार्थना है कि भूलूँ कभी न मैं नाम तेरा निश दिन मैं तो तेरे गीत गाऊं श्री राम जय राम जय जय दयालु श्री राम जय राम जय जय दयालु श्री राम जय राम जय जय कृपालु देहान्तकाले तुम सामने हो मुरली बजाते …
Read More »