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God Leela

Kismat badal gyi hai meri radhe radhe gakar

किस्मत बदल गई है मेरी राधे राधे गा करराधे राधे गा कर बरसाने में आकर,मंजिल भी मिल गई मेरी राधे राधे गा करकिस्मत बदल गई है मेरी राधे राधे गा कर| तुमसे बड़ा न जग में और दूसरा न कोई,माँगा है आके दर पे तेरे मिलता है वोही,रेहमत भी मिल गई है तेरी राधे राधे गा करकिस्मत बदल गई है …

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Mere murli manohar piya chura dil mera liya

मेरे मुरली मनोहर पिया चुरा दिल मेरा लिया,आए हाय तूने ये क्या किया चुरा दिल मेरा लिया| इन नैनो में तू है समाया दूजा न कोई मन को भाया,तुझे माना है अपना पिया चुरा दिल मेरा लिया,मेरे मुरली मनोहर पिया …………….. जब जब बाजे तेरी बंसुरिया दौड़ी आएं राधा गुजरिया,कैसा जादू ये तूने किया चुरा दिल मेरा लिया,मेरे मुरली मनोहर …

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Barsane ki galiyo me aa jaiyo

बरसाने की गलियों में आ जईयोराधा तुझे पुकारे श्याम आ जईयो| तेरे बिन मोहे कुछ भाये न कृष्णाछुप छुप के देखू तुझको सारी रतियातू मुरली बजा के रास रचा के ग्वालो के संग गईया चरा केबरसाने की गलियों में आ जईयोराधा तुझे पुकारे श्याम आ जईयो| सुंदर सी मीठी इक तान सुना देनाबरसाने की गलिया कान्हा मेहका देनाओ मेरे प्यारे …

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सोने की बारिश हिंदी की कहानी

सोने-की-बारिश

सोने की बारिश English Translation Once upon a time in a village a farmer named Ramu lived with his mother. He used to plow the field and grow crops so that he could barely make a living for himself and his mother. He was very straightforward and hardworking in nature.One day Ramu was going towards his farm when his neighbor …

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हनुमान चालीसा का सत्य -FACT OF HANUMAN CHALISA-तुलसीदास जी को हनुमान चालीसा जेल में क्यों लिखनी पड़ी

हनुमान चालीसा का सत्य

आज हम बात करेंगे हनुमान चालीसा के बारे में, हनुमान चालीसा कब लिखी गयी इसके पीछे का रहस्य क्या है। और इससे चालीसा क्यों कहा कहा जाता है। इसको हम कैसे पढ़ें की हमें इसका पूरा – पूरा फल मिले। यह साड़ी बातें हम आज की इस वीडियो में करने वाले हैं। जानना चाहते हैं तो वीडियो को अंत तक …

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मन को साधो

हमारे सभी शुभ-अशुभ कर्मों का कारण मन है। उपनिषद् में कहा गया है, ‘मन एव मनुष्याणां कारणं बंधमोक्षयोः।’ अर्थात् मन के परिष्कृत शुद्ध हो जाने से या उसमें सत्य को प्रतिष्ठित करने से स्वतः दया, करुणा, उदारता, सेवा, परोपकार जैसे सद्गुणों का समावेश हो जाता है। भगवान् श्रीकृष्ण अर्जुन को उपदेश देते हुए कहते हैं, जिसका मन वश में है, …

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तेरा साईं तुझमें

एक बार एक विद्यालय में अध्यापक ने छात्रों की परीक्षा लेने के लिए प्रश्न किया, ‘बताओ ईश्वर कहाँ है?’ एक छात्र ने कहा, ‘गुरुदेव, भगवान् मंदिर में हैं। हम वहाँ उनके दर्शन करने जाते हैं। दूसरे छात्र ने कहा, ‘गिरिजाघर में। हम संडे को वहाँ जाकर प्रभु की प्रार्थना करते हैं।’ तीसरे ने कहा, ‘मसजिद में। हम वहाँ रोजाना नमाज …

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विनय और समर्पण

ऋषि-मुनियों, संत-महात्माओं तथा भक्तों ने भगवान् से अपने अवगुणों को अनदेखा कर शरण में लेने की प्रार्थना की है। संत कवि सूरदास ‘प्रभु मेरे अवगुण चित न धरो’ पंक्तियों में विनयशीलता का परिचय देते हुए शरणागत करने की प्रार्थना करते हैं, तो तुलसीदास रामजी से पूछते हैं, ‘काहे को हरि मोहि बिसारो। संत पुरंदरदास खुद को दुर्गुणों का दास बताते …

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माँ काली का स्वरूप

माँ काली

सितंबर, 1899 में स्वामी विवेकानंदजी कश्मीर में अमरनाथजी के दर्शन के बाद श्रीनगर के क्षीरभवानी मंदिर में पहुँचे। वहाँ उन्होंने माँ काली का स्मरण कर समाधि लगा ली। एक सप्ताह तक उन्होंने नवरात्रि पर्व पर एकांत साधना की। वे प्रतिदिन एक बालिका में साक्षात् माँ काली के दर्शनकर उसकी पूजा किया करते थे। एक दिन उन्होंने श्रद्धालुजनों के बीच प्रवचन …

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Shyam kaha se aaye

कहा से आये श्याम कहा से आये शंकरकहा से आये रे माता अनजानी के लालामथुरा से आये श्याम काशी से आये शंकरमेहंदीपुर से आये माता अंजनी के लालाकाहे पे चड़े श्याम काहे पे चड़े शंकरकाहे पे चड़े आये माता अंजनी के लालागईआ संग आये श्याम नंदी पे आये शंकरहवा में उड़ के आये माता अंजनी के लाला क्या खाये श्याम …

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