हनुमानजी देव हैं, देवताओं से ऊपर हैं. मैं ऐसा क्यों कहता हूं उसके पीछे कारण है. इंद्र भी देव हैं, बल्कि देवराज हैं. श्रीयुक्त हैं, यानी लक्ष्मीजी की कृपा छाया में हैं परंतु देवराज में मत्सर है. मत्सर यानी अभिमान, सृष्टि के अस्तित्व में अपने श्रेय को बढ़ा-चढ़ाकर देखने की लोलुपता, हर स्थान पर अपने गुणगान के लालायित रहने का …
Read More »Hanumaan
क्यों कहलाते हैं पांचरुपी हनुमान
जब राम और रावण की सेना के मध्य भयंकर युद्ध चल रहा था और रावण अपने पराजय के समीप था तब इस समस्या से उबरने के लिए उसने अपने मायावी भाई अहिरावण को याद किया जो मां भवानी का परम भक्त होने के साथ- साथ तंत्र – मंत्र का बड़ा ज्ञाता था। उसने अपने माया के दम पर भगवान राम …
Read More »बाल समय रबि भक्षि लियो
एक बार की बात है माता अंजना हनुमान जी के कुटी में लिटाकर कहीं बाहर चली गयीं। थोड़ी देर में इन्हें बहुत तेज भूख लगी। इतने में आकाश में सूर्य भगवान उगते हुए दिखलायी दिए। इन्होंने समझा ये कोई लाल-लाल सुंदर मीठा फल है। बस, एक ही छलांग में ये सूर्य भगवान के पास जा पहुंचे और उन्हें पकड़कर मुंह …
Read More »मंगलवार व्रत की कथा
भगवान शिव के एकादश रुद्रावतारों में से एक हैं हनुमानजी। कलयुग में हनुमान जी उपासना से शीघ्र प्रसन्न होने वाले देव हैं। यदि सच्चे मन से महाबली पवन पुत्र की आराधना की जाए तो वह अपने भक्त का हर मनोरथ पूर्ण कर देते हैं। प्राचीन समय की बात है किसी नगर में एक ब्राह्मण दंपत्ति रहते थे उनके कोई संतान …
Read More »बजरंगबली मेरी नाव चली करुना कर पार लगा देना
बजरंगबली मेरी नाव चली, करुना कर पार लगा देना | हे महावीरा हर लो पीरा, सत्माराग मोहे दिखा देना || दुखों के बादल गिर आयें, लहरों मे हम डूबे जाएँ | हनुमत लाला, तू ही रखवाला, दीनो को आज बचा लेना || सुख देवनहारा नाम तेरा, पग पग पर सहारा नाम तेरा | भव भयहारी, हे हितकारी, कष्टों से आज …
Read More »हे हनुमान बहू बलवान भक्ति ज्ञान वराग्य की खान
हे हनुमान बहू बलवान, भक्ति ज्ञान वराग्य की खान |संकट मोचन तू कहलाये | राम बिना तुझे कुछ ना भाये | तेरा द्वार जो भी खटकाये, बिन कुछ पाए घर नहीं जाए || दुर्बल को बलवान बनाये | हर संकट पल मे टल जाए | तेरा गान करे जो कोई, उसे ना कोई विपदा होई || हर मुश्किल आसन तू …
Read More »आरती कीजे हनुमान लला की
आरती कीजे हनुमान लला की | दुष्ट दलन रघुनाथ कला की || जाके बल से गिरिवर कांपे | रोग दोष जाके निकट ना जांके || अनजनी पुत्र महा बलदाई | संतन के प्रभु सदा सही || दे बीरा रघुनाथ पठाए | लंका जारि सिया सुधि काये || लंका सो कोटि समुद्र की खायी | जात पवन सुत बार ना लायी …
Read More »वन्दे सन्तं हनुमन्तं
वन्दे सन्तं हनुमन्तं। राम भक्तं बलवन्तं॥ ज्ञान पण्डित, अन्जनतन्यं। पावना पुत्र, भकरतेजं॥ वायुदेवं वानरवीरं। सचिदनदं प्रानदेवं॥ रामभक्तं बलवन्तं। वन्दे सन्तं हनुमन्तं॥ वायुदेवं वानरवीरं। त्रिनिदादें प्रानदेवं, सचिदनदं प्रानदेवं॥ जै पवनसुत्त रामदूत की जै॥ wish4me to English vande santan hanumantan. raam bhaktan balavantan. gyaan pandit, anjanatanyan. paavana putr, bhakaratejan. vaayudevan vaanaraveeran. sachidanadan praanadevan. raamabhaktan balavantan. vande santan hanumantan. vaayudevan vaanaraveeran. trinidaaden praanadevan, …
Read More »आ लौट के आजा हनुमान तुम्हे श्री राम बुलाते हैं
आ लौट के आजा हनुमान, तुम्हे श्री राम बुलाते हैं। जानकी के बसे तुममे प्राण, तुम्हे श्री राम बुलाते हैं॥ लंका जला के सब को हरा के तुम्ही खबर सिया की लाये। पर्वत उठा के संजीवन ला के तुमने लखन जी बचाए। हे बजरंगी बलवान, तुम्हे हम याद दिलाते हैं॥ पहले था रावण एक ही धरा पे, जिसको प्रभु ने …
Read More »जिनके मन में बसे श्री राम जी उनकी रक्षा करें हनुमान जी
जिनके मन में बसे श्री राम जी, उनकी रक्षा करें हनुमान जी । जब भक्तों पर विपदा आई, तब आये हनुमंत गोसाई । कृपा राम भक्तो पर करते, उनकी पीड़ा को हर लेते । जय कपीष बलवान की ॥ राम कथा के अद्बुत नायक, रामदूत भक्तो के सहायक । जय जय जय प्रभु हितकारी, ध्यान करूँ नित मंगलकारी । दे …
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