हाथो से अपने घर को संवारा,गंगा के जल से आंगन बुहाराचोकठ में लगाई बंधन वारलुन राई मिल के इक बार करो रेभाव से भजनों से मनोहार करो रे….. भगतो के संगत में उत्सव मनायाप्रेमी जनों को हम ने भुलायारेह न जाए कोई कसर मंगल घडी में मंगला चार करो रेभाव से भजनों से मनोहार करो रे….. अच्छे कर्म कुछ है …
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फागुन का त्यौहार आया उड़ रेहा रंग रे
फागुन का त्यौहार आया उड़ रेहा रंग रे,राधा श्याम संग रे हां उड़ रेहा रंग रे,,,,,,, ढोलक मंजीरा बाजे हां बाजे खड़ताल रेबाजे रे नोबत देखो मचे हुड ढंग रे,राधा संग होली खेले कृष्ण गोपाल रेफागुन का त्यौहार आया उड़ रेहा रंग रे,,,,,,, भरी पिचकारी श्याम ने है मारीबीजी राधा सारी देखो भीजी राधा सारीउड़त अभीर रंग मचत धमाल रेफागुन …
Read More »तेरे लाला ने ब्रज रजखाई
तेरे लाला ने ब्रज रजखाई, यशोदा सुन माई….. अद्भुत खेल सखन संग खेलो,छोटो सो माटी को ढेलो।तुरत श्याम ने मुख मे मेलो,याने गटक गटक गटकाई।। यशोदा… दहि को कबहूँ न नाटी,क्यों लाला तैंने खाई माटी।।यशोदा ले समझा रही सांटी,या। नेक दया न आई।।यशोदा… मोहन को मुखड़ो खुलवायो,तीन लोक या में दरशायो।तब विश्वास यशोदहि आयो,ये तो पूरण ब्रह्म कन्हाई।। यशोदा…. ऐसो …
Read More »श्याम तेरे चरणों से ये लागी छूटे ना
श्याम तेरे चरणों से ये लागी छूटे ना,छूटे बेशक दुनिया सारी द्वार ये छुटे नश्याम तेरे चरणों से ये लागी छूटे ना,,,,,, जब से देखि संवारी सूरत और न फिर कुछ भायामोह माया के तोड़ के बंधन द्वार तेरे मैं आयाबाँध लिया जो बंधन प्यारे बंधन टूटे नाश्याम तेरे चरणों से ये लागी छूटे ना,,,,, पाप की गठरी लेकर गिरधर …
Read More »भजनो की गलियों में कहीं तू मुझे मिल जाए
भजनो की गलियों में कहीं तू मुझे मिल जाएमैं तुझसे लिपट जाऊं तू मुझसे लिपट जाएतुमसे मिलकर भगवन मैं ऐसा रम जाऊंमैं तुझमे समां जाऊं तू मुझमे समां जाएभजनो की गलियों में ……………… यादों में तेरी प्यारे दिल मेरा धड़कता हैस्वांसों की सरगमों पर तेरा नाम मचलता हैस्वांसों का क्या कहना कब स्वांस सिमट जाए जीता हूँ तेरी आस में …
Read More »आज मैया यशोदा के द्वार
आज मैया यशोदा के द्वार, बधैया बाज रही, कौन पुण्य कर आई यशोदा, गोद भरी करतार, कंचन थार लिये ब्रज युवती, गावत मंगलचार, बाबानन्द जू करत मुदित मन, यथायोग्य सत्कार, सुरनर मुनि दर्शन को आये, कपट रूप तन धार, अद्भुत कान्ति ललन मुख ऊपर, होत भवन उजियार, बरसाने में बजती वधाई रे ब्रिश्भानु की लाली आई रे, ब्रिश्भानु पिता की …
Read More »न मैं धाम धरती न धन चाहता हूँ
न मैं धाम धरती न धन चाहता हूँ,कृपा का तेरी एक कण चाहता रटे नाम तेरा वो चाहूँ मैं रसना,सुने यश तेरा, वह श्रवण चाहता हूँ विमल ज्ञान धारा से मस्तिष्क उर्वरव श्रद्धा से भरपूर मन चाहता हूँ नहीं चाहना है मुझे स्वर्ग-छबि की,मैं केवल तुम्हें प्राणधन ! चाहता हूँ प्रकाश आत्मा में अलौकिक तेरा है,परम ज्योति प्रत्येक क्षण चाहता …
Read More »जब वचन दिया है तूने
फिर क्यों बुला हरी का नाम जब वचन दिया है तूनेजब वचन दिया है तूनेफिर क्यों बुला हरी का नाम जब वचन दिया है तूने,,,,, जब गरव में तुझे लटकाया तूने बार बार फरमायामैं तुझे भूलू न मेरे राम जब वचन दिया है तूने,,,, उस नरक से तुझे छुड़ाया और देदी सुंदर काया,तू रहे गोद में सुबह शाम जब वचन …
Read More »सुनो सुनो सुनावे नन्द लाल
सुनो सुनो सुनावे नन्द लाल गोपाल इस पल पे उठाया मैं गोवेर्धन,,,,,,,,,,, मैंने ब्रिज का माखन खाया है,ब्रिज प्रेम ने रंग दिखाया हैमेरे साथ है गोपी ग्वाल इस पल पे उठाया मैं गोवेर्धन…… जी जान से की गौऊ सेवा हैउसी सेवा का ही ये मेवा है,माँ यशोदा का मैं हु लाल मैं हु बालइस पल पे उठाया मैं गोवेर्धन….. ब्रिज …
Read More »श्याम हम तेरे हो गए है
श्याम हम तेरे हो गए है,तेरे हो गए तेरे हो गएतुझमे खो गए है श्याम हम तेरे हो गए है….. तुझसे प्रीत लगा बैठे है तेरी गली में आ बैठे है,जो होगा देखा जाएगामेरे रूखे हो गए है श्याम हम तेरे हो गए है…. रंग लगाया तूने ऐसा ओ मन मोहन तेरे जैसा,और नही कोई इस दुनिया में तेरे रंग …
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