सदा अपनी रसना को रस मये बना देश्री राधे श्री राधे श्री राधे जपा ले| इसी जप से कष्टों का कम भार होगाइसी जप से पापो का प्र्तिगार होगाइसी जप से नर तन का शिंगार होगाइसी जप से तू प्रभु को सवीकार होगातू स्वासो की दिन रात माला बना करश्री राधे श्री राधे श्री राधे जपा कर| इसी जप से …
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शक्तिशाली ओम ध्वनि, ब्रह्मांड की ध्वनि, ध्यान और योग के लिए ओम ध्वनि
What is the sound of Universe? While you inhale and exhale, chant ‘Om‘ (ॐ का उच्चारण) Suitable the chant to your breath duration rather than breathing to the chant. Break down the ‘Om‘ syllable to ‘A-A-U-U-M’, followed by silence and back again. Say the first two syllables with your mouth opened widely and the next two by pursing your lips together. It will produce OHM …
Read More »संन्यासी की दया भावना
स्वामी दयानंद स्वामीजी त्याग की साक्षात् मूर्ति थे। चौबीस घंटे में एक बार किसी घर से भिक्षा प्राप्त करते थे। बाकी समय साधना व लोगों को सदाचार का उपदेश देने में लगाते । स्वामी दयानंद ब्रह्मनिष्ठ संत थे । वे प्रायः कहा करते थे कि जो व्यक्ति गरीबों व असहायों से प्रेम करता है, भगवान् उसे अपनी कृपा का अधिकारी …
Read More »हनुमान चालीसा का सत्य -FACT OF HANUMAN CHALISA-तुलसीदास जी को हनुमान चालीसा जेल में क्यों लिखनी पड़ी
आज हम बात करेंगे हनुमान चालीसा के बारे में, हनुमान चालीसा कब लिखी गयी इसके पीछे का रहस्य क्या है। और इससे चालीसा क्यों कहा कहा जाता है। इसको हम कैसे पढ़ें की हमें इसका पूरा – पूरा फल मिले। यह साड़ी बातें हम आज की इस वीडियो में करने वाले हैं। जानना चाहते हैं तो वीडियो को अंत तक …
Read More »पिला दे साँवरिया अपने नाम की मस्ती
पिला दे साँवरिया, अपने नाम की मस्ती तेरे हवाले करदी मैंने ll,,अपनी जीवन हस्ती,,,पिला दे,,, जय हो lll साँवरिया, अपने नाम की मस्ती मैं तेरे चरणों में आया, “मन में लेकर आशा” lजी भर मुझको पिला दे बाबा, “न जाऊँ मैं प्यासा” ll*दाम की मुझको, फ़िक्र नहीं है ll,,मँहगी हो या सस्ती,,,पिला दे,,, जय हो lll साँवरिया, अपने नाम की …
Read More »राज़ी तेरी राजा में मुझे एतराज़ क्या हैं
राज़ी तेरी राजा में मुझे एतराज़ क्या हैं,तेरे पास बिजलिया हैं मेरे पास आशियाना,तेरे नाम ने बना दी मेरी ज़िन्दगी फ़साना.मुझे इसका गम नहीं हैं कि बदल गया ज़माना,मेरे ज़िन्दगी के मालिक, कहीं तुम बदल न जाना, वो जो इश्क था मोनो वो जूनून था,लेकिन ये जो विरह, मानों ये मेरा नसीब हैं,तेरी बंदगी से पहले मुझे कौन जानता था, …
Read More »घणी दूर से दोड़्यो थारी गाडुली के लार
घणी दूर से दोड़्यो थारी गाडुली के लार,अर र र, थारी गाडूली के लार,गाड़ी में बिठा ले रे बाबा,जाणों है नगर अंजार। नरसी बोल्यो म्हारे सागे, के करसी,ओढ़न कपडा नाहीं,बैठ सियां मरसी,बूढ़ा बैल टूट्योड़ी गाड़ी,पैदल जावे हार,अर र र, पैदल जावे हार,गाड़ी में बिठा ले रे बाबा,जाणों है नगर अंजार। ज्ञान दासजी कहवे गाडुली तोड़ेगा,ज्ञान दासजी कहवे तूमड़ा फोड़ेगा,घणी भीड़ …
Read More »सखी री छैल बिहारी से निगोड़ी लड़ गयी अँखियाँ
सखी री छैल बिहारी से निगोड़ी लड़ गयी अँखियाँ सखी री छैल बिहारी से,निगोड़ी लड़ गयी अँखियाँ,मनाई लाख ना मानी,छिछोरी लड़ गयी अँखियाँ,सखी री छैल ……… निरखि सखी रूप मोहन का,दमकती रह गयी अँखियाँ,श्याम मिलि श्यामल बन जाऊं,तरसती रह गयी अँखियाँ,सखी री छैल…….. वह छैला कर गया जादू,कि तकती रह गयी अँखियाँ,चलाई बान नैनन से,जिगर में गड़ गयी अँखियाँ,सखी री …
Read More »हे गोपाल सांवरिया मेरे, नन्दलाल सांवरिया मेरे
हे गोपाल सांवरिया मेरे नन्दलाल सांवरिया मेरे,मेरा कोई नहीं बिन तेरे, नन्दलाल सांवरियां मेरे,हे गोपाल सांवरिया मेरे, नन्दलाल सांवरिया मेरे,हे गोविन्द …. हे गोपाल …. जितना दिया सरकार ने, उतनी मेरी औकात नहीं,ये तो कर्म हैं मेरे दाता का, मुझमें कोई ऐसी बात नहीं. गोपाल ….पूजा का अधिकार दे दिया, मैं वरदान और क्या मांगू,जीवन दान दे दिया तूने, अब …
Read More »श्री राम जपो रघुवंश मणि, मिट जाए तीनो ताप
श्री राम जपो रघुवंश मणि, मिट जाए तीनो तापकाल काँपे, जम थरथरे, ऐसा है नाम प्रताप भज राम सिया मूरख जिया,अइसन सुन्दर देहिया बार बार ना मिली,बिना भजन के देहिया भाव से पार ना चली भज राम सिया मूरख जिया,अइसन सुन्दर देहिया बार बार ना मिली,बिना भजन के देहिया भाव से पार ना चली भज राम सिया मूरख जिया,अइसन सुन्दर …
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