पकड़ लो हाथ बनवारी,नहीं तो डूब जाएंगे,हमारा कुछ ना बिगड़ेगा,तुम्हारी लाज जाएगी,पकड़ लो हाथ बनवारी,नहीं तो डूब जाएंग……. धरी है पाप की गठरी,हमारे सर पे ये भारी,वज़न पापों का है भारी,इसे कैसे उठाऐंगे,पकड़ लों हाथ बनवारी,नहीं तो डूब जाएंगे…….. तुम्हारे ही भरोसे पर,ज़माना छोड़ बैठें हैं,ज़माने की तरफ देखो,इसे कैसे निभाएंगे,पकड़ लो हाथ बनवारी,नहीं तो डूब जाएंगे……… दर्दे दिल की …
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Mera ji krta h shyam ke bhajno me kho jau -Shyam bhajan
उस बांसुरी वाले की नीले घोड़े वाले की,गोदी में सो जाऊमेरा जी करता है श्याम के भजनों में खो जाऊ, देखि दुनिया दीवानी ये मतलब की मस्तानी,बिन मतलब मुख न जोड़े यह नित नित नाइ कहानीकिस किस को छोडू बाबा किस किस को अपनाऊ,मेरा जी करता है श्याम के भजनों में खो जाऊ, सुख दुःख पहलु जीवन के बस …
Read More »Bhar de re shyam jholi bhar de -Shyam ji bhajan
भर दे रे श्याम झोली भर दे भर दे,ना बहलाओ बातों में…. दिन बीते, बीती रातें अपनी कितनी हुई रे मुलाकाते,तुझे जाना पहचाना तेरे झुठे हुए रे सारे वादे,भूले रे श्याम तुम तो भूले, भूले,क्या रखा हैं वादों में,भर दे रे…… नादान हैं अंजान हैं गुरु तू ही तो मेरा भगवान हैं,तुझे चाहु तुझे पाऊ मेरे दिल का यही तो …
Read More »Shyam tere charno ki,agar dhul jo mil jaye -Radhe shyam bhajan
श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाए । सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए ॥ श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की सुनता हूँ तेरी रहमत, दिन रात बरसती है । एक बूँद जो मिल जाए, दिल की कली खिल जाए ॥ श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की यह मन …
Read More »Aao kanhiya aao murari – Kanha bhajan
आओ कन्हैया आओ मुरारी,तेरे दर्र पे आया सुदामा भिखारी, आओ कन्हैया आओ मुरारी,तेरे दर्र पे आया सुदामा भिखारी, क्या मैं बटाओ क्या मैं सूनओ,एक दुख नही जो मैं मॅन में चुपऔ,क्या मैं बटाओ क्या मैं सूनओ,एक दुख नही जो मैं मॅन में चुपऔ,घाट घाट की जानते हो तुम हे मुरारी,घाट घाट की जानते हो तुम हे मुरारी,आओ कन्हैया आओ मुरारी,तेरे …
Read More »एल खेळ नदी बहवे ओ पाणी कित जासी राज
एल खेळ नदी बहवे ओ पाणी कित जासी राज,आधो जासी गळ्या गळ्या आधो इसर न्हासी राज, ईशर घणा बधावणा बहु गौरल जायो पूत राज,कानीराम घौड़ी घूघरा बहु लाडल माथा मोर राज,अलदा ल्यावो परदा ल्यावो बांधन वाळ बंधाओ राज,सार की सुई ल्यावो बाँट का तो तागा राज,सींव रै दरजी रा बेटा है भतीजा नागा राज़, सींवता पोवता दिन दस लाग्या राज …
Read More »सुदामा और श्रीकृष्ण
सुदामा ने एक बार श्रीकृष्ण से पूछा कान्हा, मैं आपकी माया के दर्शन करना चाहता हूं… कैसी होती है?”**********श्री कृष्ण ने टालना चाहा, लेकिन सुदामा की जिद पर श्री कृष्ण ने कहा, “अच्छा, कभी वक्त आएगा तो बताऊंगा। और फिर एक दिन कृष्ण कहने लगे… सुदामा, आओ, गोमती में स्नान करने चलें| दोनों गोमती के तट पर गए। वस्त्र उतारे| …
Read More »#महाभारत
#महाभारत युद्ध समाप्त हो चुका था. युद्धभूमि में यत्र-तत्र योद्धाओं के फटे वस्त्र, मुकुट, टूटे शस्त्र, टूटे रथों के चक्के, छज्जे आदि बिखरे हुए थे और वायुमण्डल में पसरी हुई थी घोर उदासी …. ! गिद्ध , कुत्ते , सियारों की उदास और डरावनी आवाजों के बीच उस निर्जन हो चुकी उस भूमि में #द्वापर का सबसे महान योद्धा “#देवव्रत” …
Read More »जटायु और भीष्म पितामह
जब रावण ने जटायु के दोनों पंख काट डाले… तो काल आया और जैसे ही काल आया … तो गीधराज जटायु ने मौत को ललकार कहा, — “खबरदार ! ऐ मृत्यु ! आगे बढ़ने की कोशिश मत करना… मैं मृत्यु को स्वीकार तो करूँगा… लेकिन तू मुझे तब तक नहीं छू सकता… जब तक मैं सीता जी की सुधि प्रभु …
Read More »अन्न की महिमा
यह एक आम कहावत है जिसका प्रयोग लगभग सभी ने कभी न कभी ज़रूर किया होगा । कहते है कि जैसा अन्न वैसा मन ======================= हम जो कुछ भी खाते है वैसा ही हमारा मन बन जाता है, अन्न चरित्र निर्माण करता है। इसलिए हम क्या खा रहे है। इस बात का सदा ध्यान रखना चाहिए। प्रकृति से हम जो …
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