थारे झांझ नगाड़ा बाजे रे, सालासर के मंदिर में हनुमान विराजे रे। हनुमान विराजे रे बठे बजरंग विराजे रे॥ भारत राजस्थान में जी सालासर एक ग्राम, सूरज शामी बनो देवरों महमा अप्रम पार। थारे लाल ध्वजा फेहरावे रे, सालासर के मंदिर में हनुमान विराजे रे॥ नारेला की गिनती कोनी बाबा सुवरण छत्र हजार, दूर देश से दर्शन करने आवे नर …
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दुनिया मे देव हजारो हैं
दुनिया मे देव हजारो हैं, बजरंग बली का क्या कहना इनकी शक्ति का क्या कहना, इनकी भक्ति का क्या कहना दुनिया मे देव हजारो हैं, बजरंग बली का क्या कहना ये सात समुन्दर लांग गए और गढ़ लंका मे कूद गए रावन को डराना क्या कहना, लंका को जलाना क्या कहना दुनिया मे देव हजारो हैं बजरंग बली का क्या …
Read More »पूजा करो हनूमान की बोलो राम राम जी
पूजा करो हनूमान की, बोलो राम राम जी पीला पीताम्बर मेरे राम और लक्ष्मण लाल लंगोट हनुमान जी, राम राम केसर तिलक मेरे राम और लक्ष्मण लाल सिन्दूर हनुमान जी, राम राम खट्टे मीठे मेरे राम और लक्ष्मण चूरमे का लड्डू हनुमान जी, राम राम रावण को मारा मेरे राम और लक्ष्मण लंका जलाई हनुमान जी, राम राम सोने …
Read More »ना स्वर है ना सरगम है
ना स्वर हैं, ना सरगम हैं, ना लय न तराना है। बजरंग के चरणो में एक फूल चढ़ाना है॥ तुम बाल समय में प्रभु, सूरज को निगल डाले, अभिमानी सुरपति के, सब दर्प मसल डाले, बजरंग हुए तब से, संसार ने जाना है। बजरंग के चरणो में एक फूल चढ़ाना है॥ जब राम नाम तुमने, पाया ना नगीने में, तुम …
Read More »शबरी की प्रेमभक्ति
भगवान श्रीराम के अनन्य भक्तों में एक भील जाति की कन्या भी थी श्रमणा। जिसे बाद में शबरी के नाम से जाना गयाl उसे जब भी समय मिलता, वह भगवान की पूजा- अर्चना करती। बड़ी होने पर जब उसका विवाह होने वाला था तो अगले दिन भोजन के लिए काफी बकरियों की बलि दी जानी थी। यह पता लगते …
Read More »दूसरा दीपक
एक बार की बात है , मगध साम्राज्य के सेनापति किसी व्यक्तिगत काम से चाणक्य से मिलने पाटलिपुत्र पहुंचे । शाम ढल चुकी थी , चाणक्य गंगा तट पर अपनी कुटिया में, दीपक के प्रकाश में कुछ लिख रहे थे। कुछ देर बाद जब सेनापति भीतर दाखिल हुए, उनके प्रवेश करते ही चाणक्य ने सेवक को आवाज़ लगायी और कहा …
Read More »जानिये तुलसीदास जी के बारे में (Learn about Tulsidas)
श्रावण महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गोस्वामी तुलसीदास की जयंती मनाई जाती है। इस बार उनकी जयंती 10 अगस्त, बुधवार को है। तुलसीदासजी ने ही श्रीरामचरितमानस की रचना की है। अपने जीवनकाल में उन्होंने 12 ग्रंथ लिखे। उन्हें संस्कृत विद्वान होने के साथ ही हिन्दी भाषा के प्रसिद्ध और सर्वश्रेष्ठ कवियों में एक माना जाता है। तुलसीदासजी …
Read More »तोड़ नहीं पाया कोई श्याम का रिकॉर्ड
सारे देवताओं में है बांटने की होड़ जी, तोड़ नहीं पाया कोई श्याम का रिकॉर्ड जी, सारे देवताओं में है बांटने की होड़ जी | बैठ के हिसाब लगा कर के देखा, जोड़ कर के देखा,घटा कर के देखा, निकला ये हिसाब मेरा बाबा है बेजोड़ जी, सारे देवताओं में है बांटने की होड़ जी, तोड़ नहीं पाया कोई श्याम …
Read More »मर्ज़ी तेरी है थामो ना थामो मेरा हाथ
मर्ज़ी तेरी है थामो ना थामो मेरा हाथ मैंने सुना है सबसे हारे का साथी बनके देते तुम साथअखबारों में रोज मैं देख रहा जाते हो तुम कान्हा कहाँ कहाँ खातिर वो ज्यादा करते या तुम हो उनसे डरते बतलाओ श्याम मर्ज़ी तेरी है थामो ना थामो मेरा हाथ एक बात मैं तुमसे पुछूं श्याम मांझी बनने का लेते क्या …
Read More »यह बंदा तेरे चरणों का दास रहे
हर युग में तेरा ही वास रहे, यह बंदा तेरे चरणों का दास रहे । श्याम से अपना अटूट हैं बंधन, कोई तोड़ ना पाए, नहीं घबराता दिल मेरा चाहे कैसा भी वक़्त आए । तेरे चरणों में मेरी सुबह और श्याम रहे, यह बंदा तेरे चरणों का दास रहे ॥ दाताओं का दाता है यह, देता है बिन बोले, …
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