नर्मदेश्वर शिवलिंग के सम्बन्ध में एक धार्मिक कथा है –भारतवर्ष में गंगा, यमुना, नर्मदा और सरस्वती ये चार नदियां सर्वश्रेष्ठ हैं। इनमें भी इस भूमण्डल पर गंगा की समता करने वाली कोई नदी नहीं है। प्राचीनकाल में नर्मदा नदी ने बहुत वर्षों तक तपस्या करके ब्रह्माजी को प्रसन्न किया। प्रसन्न होकर ब्रह्माजी ने वर मांगने को कहा। तब नर्मदाजी ने …
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तेरा नाम लिया मन से तू दोडा आया है
मुश्किल की घडियो में कोई काम न आया हैतेरा नाम लिया मन से तू दोडा आया है….. इन शब्दों में बाबा गुणगान करू तेरा बिन बोले कर डाला हर काम प्रभु मेराघर घर में जल धारा बन कर तू आया हैतेरा नाम लिया मन से तू दोडा आया है……. हालत बुरे लेकर तेरी चोकठ पर आया जब लौट के देखा …
Read More »तुम्हे श्याम सुंदर नही दूसरा है
तुम्हे श्याम सुंदर नही दूसरा हैनही और कोई कही दूसरा हैतुम्हे श्याम सुंदर नही दूसरा है…. यु ही हम नही है तुम्हारे दीवाने,देखे बिना दिल हमारा न मानेतुम ही तुम हो मेरे नही दूसरा हैतुम्हे श्याम सुंदर नही दूसरा है…. ये काली लटे और नैना कटीले,तुम्हारे अधर है कमल से रंगीलेतुम संग ही कुछ कही दूसरा हैतुम्हे श्याम सुंदर नही …
Read More »माये नी माये ग्वाले झूठ बड़ा मारदे
माये नी माये ग्वाले झूठ बड़ा मारदेमुँह ते मेरे मखन मलके तैनू वाजा मारदे कच्ची निन्दर उठ सवेरे मधुबन नु जावासारा दिन मैं गैया चरावा शाम पई घर आवानिके निके पैर मेरे कंडे चुबे मारदेमाये नी……….. चोरी मखन करन ग्वाले चोर मैनु बनादेमुँह ते मेरे मखन मलके आन तैनू सुनादेपुत्त पराया जान के ते सारे ताने मारदेमाये नी………. तू माँ …
Read More »इक बार तो राधा बन कर देखो
इक बार तो राधा बन कर देखो मेरे सांवरियाराधा यु रो रो कहे राधा यु रो रो कहे……. क्या होते है आंसू क्या पीड़ा होती हैक्यों दर्द उठ ता है क्यों आँखे रोती है,इक बार तो आंसू तू भी बहा कर देख सांवरियाराधा यु रो रो कहे…… जब कोई सुनेगा न तेरे मन की दुखड़े,जब ताने सुन कर कर होंगे …
Read More »जब कोई तकलीफ सताए जब जब मन गबराता है
जब कोई तकलीफ सताए जब जब मन गबराता है,मेरे सिरहाने खड़ा कन्हिया सिर पे हाथ फिराता हैजब कोई तकलीफ सताए जब जब मन गबराता है| लोग ये समजे मैं हु अकेला मेरे साथ कन्हिया है,दुनिया समजे डूब रहा मैं चल रही मेरी नैया हैजब जब लेहरे आती है ये खुद पतवार चलाता हैमेरे सिरहाने खड़ा कन्हिया सिर पे हाथ फिराता …
Read More »ओ पालनहारे तू ही न सुनेगा फिर कौन सुने
ओ रे जगदीश तू है कहाँ मुश्किलों में है तेरा जहांहर तरफ आफतों का पता राहतों का ठिकाना बताओ रे मुरलीवाले तेरे हैं हम सारेतुम ही हो रखवाले| ओ पालनहारे निर्गुण और न्यारेतुम्ही ना सुने तो फिर कौन सुनेहमरी उलझन सुलझाओ भगवनतुमरे बिना संकट कौन हारे| ऐसे हालातों से हम कैसे लड़ेंये समय चल रहा पर हम वहीँ हैं खड़ेसाड़ी …
Read More »साँवरिया बेगा आओ जी थारी बाँट निहारू
सांवरिया बेगा आओ जी, थारी बाँट निहारूं मैं घर में,सांवरिया दर्श दिखाओ जी थारी बाँट निहारूं मैं घर में…. तेरा करता हूँ गुणगान मैं ना सुबह ना देखूं शाम मैं,मेरा सेठ सांवरा आओ जी थारी बाँट निहारूं मैं घर में,सांवरिया दर्श दिखाओ जी थारी बाँट निहारूं मैं घर में….. तूने खाटू में सजा दरबार लिया ओ नीले के असवार पिया,नीले …
Read More »बंसी वाले को हम याद आने लगे
बंसी वाले को हम याद आने लगे,कान्हा मंदिर में आंसू बहाने लगे| अब ना कीर्तन में नर्तन कहीं हो रहा,अब ना भक्तों का दर्शन कहीं हो रहा,कितना सुनसान मंदिर पड़ा देख कर,कान्हा अश्क़ों में भी मुस्कुराने लगे,बंसी वाले को …………….. अब ना याचक कोई ना दया पात्र है,पूजा को कुछ पुजारी ही बस मात्र हैं,अपना जीवन बचने में सब लग …
Read More »नमो नमो विष्णु हरी जी
नमो नमो विष्णु हरी जी जग के पालनहार है,सुंदर रूप मनोहर सूरत भगतन के प्रतिपाल है| माथे मूकटा स्वर्ण का है रूप चतुर भुज आप का,शंख चकर पदम् के धारी गल वैजयन्ती माल है,नमो नमो विष्णु हरी जी… तुमने धुरव प्रहलाद उभारे पापी तुम सब मार दिए,जब जब धरा संकट में आई आप धरे अवतार है,नमो नमो विष्णु हरी जी…… …
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