एक बार शरद पूर्णिमा की शरत-उज्ज्वल चाँदनी में वंशीवट यमुना के किनारे श्याम सुंदर साक्षात मन्मथनाथ की वंशी बज उठी। श्रीकृष्ण ने छ: मास की एक..
Read More »Hindu
पक्ष के प्रधान
महाभारत में राजा दुर्योधन ने अपने सेनाध्यक्ष भीष्म के बजाय सेनापति द्रोणाचार्य के पास क्यों गए, इसे जानने के लिए पढ़ें। युद्ध में वफादारी....
Read More »कलावा बांधने का विशेष महत्व होता है l
सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य या पूजा के समय कलावा बांधने का विशेष महत्व होता है l कोई पूजा-अनुष्ठान सबसे पहले हाथ पर कलावा बांधने से.....
Read More »अग्निदेव और मातृका
अग्नि पुराण मंदिरों के निर्माण पर महत्वपूर्ण बल देता है। कहते हैं कि देवता के निमित्त मंदिर जलाशय आदि बनवाने की इच्छा रखने वाले के शुभ.......
Read More »जीवन का सत्य
जीवन का सत्य आत्मिक कल्याण है ना की भौतिक सुख !" "सत्य वचन में प्रीति करले,सत्य वचन प्रभु वास। सत्य के साथ प्रभु चलते हैं, सत्य चले.......
Read More »तपस्या करके साठ हजार पुत्रों की प्राप्ति
पौराणिक कथा के अनुसार राजा सगर ने तपस्या करके साठ हजार पुत्रों की प्राप्ति की। एक दिन राजा सगर ने देवलोक पर विजय प्राप्त करने के लिये एक.....
Read More »साधुवाणी
अहंकारी व्यक्ति किसी भी विषयों को आधा सुनता है... सुनने का आधा समझता है... समझने का आधा वो सोचता है... पर प्रतिक्रिया चार गुना करता है.......
Read More »तापत्रय विनाशाय श्री कृष्णाय वयं नम:
हे सत् चित्त आनंद! हे संसार की उत्पत्ति के कारण! हे दैहिक, दैविक और भौतिक तीनो तापों का विनाश करने वाले महाप्रभु! हे श्रीकृष्ण! आपको कोटि....
Read More »भगवान जगन्नाथ की मूर्ति का रहस्य
भगवान् कृष्ण ने जब देह छोड़ा तो उनका अंतिम संस्कार किया गया , उनका सारा शरीर तो पांच तत्त्व में मिल गया लेकिन उनका हृदय बिलकुल सामान्य एक....
Read More »बुद्ध को क्या क्या ज्ञान प्राप्त हुआ था
१. साँस और मन जुड़े हुए हैं , साँस और विकार ज़्यादा गहराई से जुड़े हे२. मन में जो कुछ उत्पन्न होता है शरीर पर प्रकट होता है यानी mind ( मन) matter ( शरीर ) में बदल जाता है सारा खेल शरीर और चित का ही हे मनुष्य की सारी आसक्तियाँ इनसे ही हे३. शरीर ( पूरा भौतिक जगत) …
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