आपसे कोई पूछे भारत के सबसे अधिक शिक्षित एवं विद्वान व्यक्ति का नाम बताइए जो-डाक्टर भी रहा हो,
वकील भी रहा हो,
IPS अधिकारी भी रहा हो,
IAS अधिकारी भी रहा हो,
कुलपति भी रहा हो,
विधायक, मंत्री, सांसद भी रहा हो,
चित्रकार, फोटोग्राफर भी रहा हो,
मोटिवेशनल स्पीकर भी रहा हो,
पत्रकार भी रहा हो,
संस्कृत, गणित का विद्वान भी रहा हो,
इतिहासकार भी रहा हो,
समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र का भी …
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#AlluriSitaRamaRaju
भारत की आज़ादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले वीर क्रांतिकारी अल्लूरी सीताराम राजू का जन्म 4 जुलाई 1897 को हुआ था.उन्होंने देश के स्वतंत्रता आन्दोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। सन 1882 में मद्रास फारेस्ट एक्ट को मंजूरी दी गयी थी जिसके कारण जंगल में रहने वाले जनजाति के लोगो पर बहुत बड़ा संकट आ गया था। …
Read More »राजा हरिश्चन्द्र
पहली भारतीय फिल्म “राजा हरिश्चन्द्र” का प्रदर्शन / 3 मई 1913दादा साहेब फाल्के द्वारा निर्मित तथा सन् 1913 में प्रदर्शित फिल्म “राजा हरिश्चन्द्र” को भारत की पहली फीचर फिल्म होने का श्रेय प्राप्त है। “राजा हरिश्चन्द्र” चार रीलों की लम्बाई वाली एक मूक फिल्म है। इस फिल्म की कहानी हिन्दू पौराणिक ग्रंथों में वर्णित राजा हरिश्चन्द्र की कथा पर आधारित …
Read More »मूंछो वाले
रेल का सफर जाने कितने किस्से कहानियों का जनक होता है। कुछ साल पहले तक मैं काफी रेल यात्राएं किया करता था। उस दौरान ऐसे कई अनुभव हुए, जो यादगार बन गए। वहीं कुछ विचित्र और असहज करने वाले वाक़्यात भी हुए।हिंदुस्तान में रेल केवल लोगों और सामान को यहां से वहां पहुंचाने का जरिया भर नहीं है, लाखों लोगों …
Read More »बाजीराव पेशवा
जिस व्यक्ति ने अपनी आयु के 20 वे वर्ष में पेशवाई के सूत्र संभाले हो …40 वर्ष तक के कार्यकाल में 42 युद्ध लड़े हो और सभी जीते हो यानि जो सदा “अपराजेय” रहा हो …जिसके एक युद्ध को अमेरिका जैसा राष्ट्र अपने सैनिकों को पाठ्यक्रम के रूप में पढ़ा रहा हो ..ऐसे ‘परमवीर’ को आप क्या कहेंगे …?आप उसे …
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इंकलाब जिंदाबाद 

भगत सिंह की बैरक की साफ-सफाई करने वाले #वाल्मीकि समाज के व्यक्ति का नाम #बोघा था। भगत सिंह उसको बेबे (मां) कहकर बुलाते थे। जब कोई पूछता कि भगत सिंह ये भंगी बोघा तेरी बेबे कैसे हुआ? तब भगत सिंह कहता, मेरा मल-मूत्र या तो मेरी बेबे ने उठाया, या इस भले पुरूष बोघे ने। बोघे में मैं अपनी बेबे …
Read More »हमारे टाइम पुराने……!
हमारे टाइम पुराने। लाइट आया नहीं करती थी, आती थी तो बस इतना ही सानी काट ली, चून पीस लिया। बाकी तो बाहर आंगन या गली में में चारपाइयां होती थी, दोपहर को आंगन के पेड के नीचे कब घंटों बीत जाया करते थे पता कहां चलता था। जमाना बीत गया अब तो वैसी नींद लिए।खाने का मैन्यू भी फिक्स …
Read More »बेटे का माँ से हिसाब
बेटा पढ़-लिख कर बहुत बड़ा आदमी बन गया | पिता के स्वर्गवास के बाद माँ ने हर तरह का काम करके उसे इस काबिल बना दिया था | शादी के बाद पत्नी को माँ से शिकायत रहने लगी के वो उन के स्टेटस मे फिट नहीं है
Read More »माँ कभी वापिस नहीं आती है
माँ जैसा भी कोई नहीं है.उम्र – दो साल — मम्मा कहाँ है ? मम्मा को दिखा दो, मम्मा को देख लूँ, मम्मा कहाँ गयी ?… उम्र – चार साल* — मम्मी कहाँ हो ? मैं स्कूल जाऊँ ? अच्छा bye मुझे आपकी याद आती है स्कूल में… उम्र – आठ साल* — मम्मा, लव यू, आज टिफिन में क्या …
Read More »वक्त है बदलाव का
मंदी क्यों है व्यापार में ???बर्तन का व्यापारी परिवार के लिये जूते ऑनलाइन खरीद रहा है…जूते का व्यापारी परिवार के लिये मोबाइल ऑनलाइन खरीद रहा है…मोबाइल का व्यापारी परिवार के लिए कपडे ऑनलाइन खरीद रहा है…कपड़े का व्यापारी परिवार के लिये घड़ी ऑनलाइन ख़रीद रहा है…घडी का व्यापारी बच्चों के लिए खिलोने ऑनलाइन ख़रीद रहा है…खिलोने का व्यापारी घर के …
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