एक घास के तिनके का भी रहस्य है, जो हर किसी को नहीं मालूम क्योंकि आज तक हमने हमारे ग्रंथो कोसिर्फ पढ़ा, समझने की कोशिश नहीं की।रावण ने जब माँ सीता जी का हरण करके लंका ले गया तब लंका मे सीता जी वट वृक्ष के नीचे बैठ कर चिंतन करने लगी। रावण बार बार आकर माँ सीता जी को …
Read More »Uncategorized
हबीबुल्ला
मैंने सुना है, हबीबुल्ला नामक एक सरदार एक बार तुर्की के राजा कादिर हसन के पास अपने घोड़े को बेचने के लिए गया। राजा कादिर ने पूछा—इसकी क्या कीमत है? सरदार ने जवाब दिया—सिर्फ पाँच हजार रुपए, श्रीमान! राजा ने कहा—मित्र, इसकी कीमत पाँच सौ रुपए से अधिक नहीं है। परंतु सरदार ने पाँच हजार रुपए से कम में घोड़ा …
Read More »महाभारत_चक्रव्यूह
विश्व का सबसे बड़ा युद्ध था महाभारत का कुरुक्षेत्र युद्ध। इतिहास में इतना भयंकर युद्ध केवल एक बार ही घटित हुआ था।अनुमान है कि महाभारत के कुरुक्षेत्र युद्ध में परमाणू हथियारों का उपयॊग भी किया गया था। ‘चक्र’ यानी ‘पहिया’ और ‘व्यूह’ यानी ‘गठन’।पहिए के जैसे घूमता हुआ व्यूह है चक्रव्यूह।कुरुक्षेत्र युद्ध का सबसे खतरनाक रणतंत्र था चक्रव्यूह। यद्यपि आज …
Read More »क्या आपको पता है
क्या आपको पता है..? महिलाएं आटा गूंथने के बाद उस पर उंगलियों से निशान क्यों बनाती हैं, मेरी दादीजी ने बचपन में बताई थी ये बात.. आपने अक्सर देखा होगा खासकर महिलाएं रोटी पकाने से पहले जब आटा गूंथतीं हैं तो अंत में उस पर उंगलियों से कुछ निशान बना देती हैं. और फिर कई महिलाएं अपने हाथ में लगा …
Read More »कौन थे राजा वीर विक्रमादित्य ?
*बड़े ही शर्म की बात है कि महाराज विक्रमादित्य के बारे में देश को लगभग शून्य बराबर ज्ञान है, जिन्होंने भारत को सोने की चिड़िया बनाया था, और स्वर्णिम काल लाया था*उज्जैन के राजा थे गन्धर्वसैन , जिनके तीन संताने थी , सबसे बड़ी लड़की थी मैनावती , उससे छोटा लड़का भृतहरि और सबसे छोटा वीर विक्रमादित्य…बहन मैनावती की शादी …
Read More »जैसी मेरे कृष्ण की इच्छा।
कन्धे पर कपड़े का थान लादे और हाट-बाजार जाने की तैयारी करते हुए नामदेव जी से पत्नि ने कहा- भगत जी! आज घर में खाने को कुछ भी नहीं है।आटा, नमक, दाल, चावल, गुड़ और शक्कर सब खत्म हो गए हैं। शाम को बाजार से आते हुए घर के लिए राशन का सामान लेते आइएगा।भक्त नामदेव जी ने उत्तर दिया- …
Read More »क्यों चढ़ाते है शनि देव को तेल?
क्यों चढ़ाते है शनि देव को तेल? प्राचीन मान्यता है की शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए हर शनिवार को शनि देव को तेल चढ़ाना चाहिए। जो व्यक्ति ऐसा करते है उन्हें साढ़ेसाती और ढय्या में भी शनि की कृपा प्राप्त होती है। लेकिन शनि देव को तेल क्यों चढ़ाते इसको लेकर हमारे ग्रंथो में अनेक कथाएँ है।इनमे …
Read More »घोर घने जंगल में
एक बार विदुर जी संसार भ्रमण करके धृतराष्ट्र के पास पहुँचे तो धृतराष्ट्र ने कहा, “विदुर जी ! सारा संसार घूमकर आये हो आप, कहिये कहाँ-कहाँ पर क्या देखा आपने?” विदुर जी बोले, “राजन् ! कितने आश्चर्य की बात देखी है मैंने। सारा संसार लोभ शृंखलाओं में फँस गया है। काम, क्रोध, लोभ, भय के कारण उसे कुछ भी दिखाई …
Read More »मन चंगा तो कठौती में गंगा
मन चंगा तो कठौती में गंगा’ भक्त रैदास का रहन-सहन गृहस्थ जीवन में रहने के बाद भी संतों जैसा ही था। पेशा था, जूते-चप्पल बनाना और उनकी मरम्मत करना। एक बार कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा-स्नान पर्व के समय बड़ी संख्या में लोग गंगाघाट की ओर जा रहे थे। लेकिन रैदास की तो दुनिया ही अलग थी। वह अपने काम में …
Read More »खुशी के अवसर पर क्या करें
अमेरिका की क्लेमसन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने दावा किया है की बर्थडे केक पर लगी कैंडल्स बुझाते समय केक पर थूक फैल जाता है जिसके कारण केक पर 1400% बैक्टीरिया बढ़ जाता है। ‘जर्नल ऑफ फूड रिसर्च’ में प्रकाशित इस स्टडी के शोधकर्ताओं के मुताबिक, ‘बर्थडे कैंडल्स को फूंक मारकर बुझाने की परंपरा की शुरुआत के पीछे अलग-अलग मान्यताएं हैं। …
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