श्रीराम की परीक्षा.श्रीराम का वनवास ख़त्म हो चुका था..एक बार श्रीराम ब्राम्हणों को भोजन करा रहे थे तभी भगवान शिव ब्राम्हण वेश में वहाँ आये. श्रीराम ने लक्ष्मण और हनुमान सहित उनका स्वागत किया और उन्हें भोजन के लिए आमंत्रित किया..भगवान शिव भोजन करने बैठे किन्तु उनकी क्षुधा को कौन बुझा सकता था ? बात हीं बात में श्रीराम का …
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श्री कृष्ण के कंजूस भक्त की कथा
एक बार एक कंजूस सेठ करोड़ी मल था। कंजूसी में उसका हाल ऐसा की चमड़ी जाए पर दमड़ी ना जाए। वह #श्रीकृष्ण का भक्त था। एक बार वह संत के पास गया और कहने लगा कि महाराज कोई ऐसा उपाय बताए जिससे मैं श्री कृष्ण की सेवा भी कर सकूं और मेरा कोई पैसा भी ना लगे।संत जी उसकी कंजूसी …
Read More »ऊँ जय भारत माता जय जय धरती माता…
ऊँ जय भारत माता जय जय धरती माता ,तेरी कोख स्वर्ग सम, तेरी गोद स्वर्ग सम सुख की है दाता ॥ऊँ जय भारत माता जय जय धरती माता , उत्तर दिशा हिमालय शुभ्र मुकुट धारी ॥गंगा जल अमृत सम मानव हितकारी ,ऊँ जय भारत माता जय जय धरती माता ॥ दक्षिण जलधि अपर्मित वक्षस्थल तेरा ,चारौ धाम अनौखे गुण गाते …
Read More »हे जग त्राता विश्व विधाता…
हे जग त्राता विश्व विधाता ,हे सुख शांति निकेतन हे ॥ प्रेम के सिन्धु, दीन के बन्धु ,दु:ख दारिद्र विनाशन हे ॥हे जग त्राता विश्व विधाता ,हे सुख शांति निकेतन हे ॥ नित्य अखंड अनंन्त अनादि ,पूरण ब्रह्म सनातन हे ॥हे जग त्राता विश्व विधाता ,हे सुख शांति निकेतन हे ॥ जग आश्रय जग-पति जग-वन्दन ,अनुपम अलख निरंजन हे ॥हे …
Read More »सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु…
सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु ,करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु ॥सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु ,करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु ॥ शुद्ध भाव से तेरा ध्यान लगाएं हम ,विद्या का वरदान तुम्हीं से पाए हम ॥शुद्ध भाव से तेरा ध्यान लगाएं हम ,विद्या का वरदान तुम्हीं से पाए हम ॥हाँ, विद्या का …
Read More »हम को मन की शक्ति देना, मन विजय करें
हम को मन की शक्ति देना, मन विजय करें दूसरोंकी जय से पहले, खुदकी जय करेंहम को मन की शक्ति देना … भेद-भाव अपने दिलसे, साफ़ कर सकेंदूसरोंसे भूल हो तो, माफ़ कर सकेंझूठ से बचे रहें, सचका दम भरेंदूसरों की जय से पहले, खुद की जय करेंहम को मन की शक्ति देना … मुश्किलें पड़ें तो हमपे, इतना कर्म …
Read More »हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी
हे हंसवाहिनी ज्ञान दायिनीअम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥जग सिरमौर बनाएँ भारत,वह बल विक्रम दे। वह बल विक्रम दे॥हे हंसवाहिनी…..अम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥साहस शील हृदय में भर दे,जीवन त्याग-तपोमर कर दे,संयम सत्य स्नेह का वर दे,स्वाभिमान भर दे। स्वाभिमान भर दे॥१॥हे हंसवाहिनी ….अम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥लव-कुश, ध्रुव, प्रहलाद बनें हममानवता …
Read More »चंदन है इस देश की माटी…
चंदन है इस देश की माटी ,तपोभूमि हर ग्राम है ॥हर बाला देवी की प्रतिमा ,बच्चा बच्चा राम है ॥ हर शरीर मंदिर सा पावन ,हर मानव उपकारी है ॥जहॉं सिंह बन गये खिलौने ,गाय जहॉं मॉं प्यारी है ॥जहॉं सवेरा शंख बजाता ,लोरी गाती शाम है ॥ हर बाला देवी की प्रतिमा,बच्चा बच्चा राम है ॥ जहॉं कर्म से …
Read More »माँ सरस्वती के चरणों में हम अपना शीष झुकाते हैं…
माँ सरस्वती के चरणों में हम अपना शीष झुकाते हैं ,सौगन्ध, शपथ लेकर हम सब अपना निश्चय दुहराते हैं ॥ शिक्षा मानव की पूँजी है, व्यक्तित्व इसी से बनता है ,विद्या मन्दिर में आकर हम सब जीवन सफल बनाते हैं ॥ माँ-बाप, सखा परिवार सभी , संसार चक्र के पोषक हैं ,हम बालक नत-मस्तक होकर उनका अहसान जताते हैं॥ माँ …
Read More »हर देश में तू, हर भेष में तू…
हर देश में तू, हर भेष में तू ,तेरे नाम अनेक तू एक ही है ॥तेरे नाम अनेक तू एक ही है ,तेरी रंगभूमि, यह विश्व भरा ॥सब खेल में, मेल में तू ही तो है , सागर से उठा बादल बनके ॥बादल से फटा जल हो करके ,फिर नहर बना नदियाँ गहरी ॥तेरे भिन्न प्रकार, तू एक ही है …
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