हिमालय के घने वनों में कभी सफेद हाथियों की दो विशिष्ट प्रजातियाँ हुआ करती थीं – छद्दन्त और उपोसथ। छद्दन्त हाथियों का रंग सफेद हुआ करता था और उनके छ: दाँत होते थे। (ऐसा पालि साहित्य मे उल्लिखित है।) छद्दन्त हाथियों का राजा एक कंचन गुफा में निवास करता था। उसके मस्तक और पैर माणिक के समान लाल और चमकीले …
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संगीतमय गधा!!
एक धोबी का गधा था। वह दिन भर कपडों के गट्ठर इधर से उधर ढोने में लगा रहता। धोबी स्वयं कंजूस और निर्दयी था। अपने गधे के लिए चारे का प्रबंध नहीं करता था। बस रात को चरने के लिए खुला छोड देता। निकट में कोई चरागाह भी नहीं थी। शरीर से गधा बहुत दुर्बल हो गया था। एक रात उस …
Read More »लालची नागदेव और मेढकों का राजा!!
एक कुएं में बहुत से मेंढक रहते थे। उनके राजा का नाम था गंगदत्त। गंगदत्त बहुत झगडालू स्वभाव का था। आसपास दो तीन और भी कुएं थे। उनमें भी मेंढक रहते थे। हर कुएं के मेंढकों का अपना राजा था। हर राजा से किसी न किसी बात पर गंगदत्त का झगडा चलता ही रहता था। वह अपनी मूर्खता से कोई …
Read More »राक्षस का भय!!
एक नगर में भद्रसेन नाम का राजा रहता था। उसकी कन्या रत्नवती बहुत रुपवती थी। उसे हर समय यही डररहता था कि कोई राक्षस उसका अपहरण न करले । उसके महल के चारों ओर पहरा रहता था, फिर भी वह सदा डर से कांपती रहती थी । रात के समय उसका डर और भी बढ़ जाता था ।एक रात एक …
Read More »अच्छाई की राह पर चलना
EK BAHUT HI ACHHI BAAT JARUR PADE मैंने ट्रेन के दरवाजे के पीछे लिखे नंबर पर कॉल लगाया,,,”आप रेनू जी बोल रहीं है”डरी ओर सहमी सी आवाज में रिप्लाई आया “जी हां, लेकिन आप कौन ओर आपको मेरा ये नंबर कहा से मिला””दरअसल वो ट्रेन,,,, दरअसल वो ट्रेन के डिब्बे में किसी ने आपका नंबर आपके नाम से लिख रखा …
Read More »पाँच सौ रुपये कम पड गऎ, वरना
रौबीला चेहरा घुमावदार बड़ी बड़ी मूंछे ……आँखों में जबरदस्त चमक …हाथों में दोनाली बंदूक और पैरो के पास पड़ा हुआ कम से कम दस फूट का बब्बर शेर…पेंटिंग्स की दुकान में तस्वीरें देखते देखते बाबूलाल अचानक इस तस्वीर के सामने रुक गए थे और एकटक देख रहे थे उसे …तस्बीर ने जैसे बाबूलाल को जकड़ सा लिया था …5000 /-रु. …
Read More »राम-नामी जनजाति.
ये है राम-नामी जनजाति…..जंगल में रहने वाले ये लोग अपने लगभग पूरे शरीर पर भगवान राम का नाम गुदवाते हैं, वो भी स्थायी रूप से।कहते हैं जब बाबर ने राम मन्दिर तोडा तो इस समुदाय के पूर्वजो ने कहा राम मन्दिर हमसे छीन लिया किन्तु राम को कैसे छीन पाओगे । तब इनके पूर्वजों ने कहा था कि राम को …
Read More »मस्तक पर चक्र !!
एक नगर में चार ब्राह्मण पुत्र रहते थे । चारों में गहरी मैत्री थी । चारों ही निर्धन थे । निर्धनता को दूर करने के लिए चारों चिन्तित थे । उन्होंने अनुभव कर लिया था कि अपने बन्धु-बान्धवों में धनहीन जीवन व्यतीत करने की अपेक्षा शेर-हाथियों से भरे कंटीले जङगल में रहना अच्छा़ है । निर्धन व्यक्ति को सब अनादर …
Read More »बीरबल के गुरु!!
एक बार अकबर बादशाह के उस्ताद पीर साहब मक्का से चलकर दिल्ली आए। रास्ता न जानने की वजह से उन्हें बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। अकबर बादशाह ने उनकी बड़ी आवभगत की। कुछ दिन आनन्द लेकर पीर साहब मक्का लौट गए।ज्ब पीर साहब चले गए तो अकबर बादशाह ने बीरबल से पूछा – ‘बीरबल! क्या तुम्हारे भी कोई …
Read More »असली उम्र
एक बार एक आदमी किसी गाँव के पास से गुजर रहा था । उस रास्ते में श्मशान भूमि थी, उसने श्मशान भूमि में पत्थरों के ऊपर मरने वाले की उम्र लिखी हुई देखी 5 वर्ष, 8 वर्ष, 10 वर्ष और 20 वर्ष ।उस आदमी ने सोचा कि इस गांव में सभी की मृत्यु अल्प आयु में ही हो जाती है …
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