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सोने का अंडा

बहुत पहले की बात है एक गांव में रमेश नाम का एक व्यक्ति रहता था। उसके माँ बाप बचपन में ही गुजर चुके थे। वह खेतों में काम करके अपना गुजारा बड़ी मुश्किल से करता था। उसके पास एक मुर्गी थी। जो उसको रोज़ एक अंडा देती थी।

जब उसके पास कभी खाने के लिए कुछ नहीं होता तो वह रात को अपनी मुर्गी का अंडा खा कर ही सो जाता था। उसके पड़ोस में एक अली नाम का एक व्यक्ति रहता था। जो की सही व्यक्ति नहीं था।

जब उसने देखा की रमेश अपना गुजारा सही से कर रहा है तो उसने एक दिन रमेश की मुर्गी चुरा ली। जब रमेश घर पर नहीं था। इसके बाद अली मुर्गी को मार कर पका कर खा गया। जब रमेश घर आया और उसने घर पर मुर्गी को नहीं देखा तो इधर उधर अपनी मुर्गी को ढूंढने लगा।

उसने मुर्गी के कुछ पंख अली के घर के बाहर देखे। उसने अली से बात की तो अलीने कहा की उसकी बिल्ली एक मुर्गी को पकड़ कर लायी थी। मैंने उसको पका कर खा लिया। मुझे क्या पता था वह तुम्हारी मुर्गी है।

रमेश ने अली से कहा की वह इसकी शिकायत न्यायाधिकारी से करेगा। यह बात सुनकर अली ने मुर्गी की जगह रमेश को एक छोटा बत्तख दिया। रमेश ने उस बत्तख को पाला जिससे कुछ दिनों बाद वह बत्तख बड़ा हो गया और अंडा देने लगा।

एक रात को जब बहुत बारिश आ रही थी। एक साधू भीगता हुआ रहने की जगह मांगने के लिए अलीके घर पहुंचा। लेकिन अली ने उसको मना कर दिया। इसके बाद वह रमेश के घर गया। रमेश ने उसको रहने के लिए जगह दी और खाना भी खिलाया।

अगली सुबह वह रमेश के घर से जाने लगा लेकिन जाते हुए उसने रमेश के बत्तख के सिर पर हाथ फेरा। इसके बाद जब बत्तख ने अंडा दिया तो वह सोने का था। रमेश यह देखकर बहुत खुश हुआ।

अब बतख़ जब भी अंडा देता तो वह सोने का होता था। सोने के अंडे को बेचकर रमेश की सारी गरीबी दूर हो गयी। लेकिन फिर भी वह साधारण जिंदगी ही जीता था। एक दिन अली ने बत्तख को सोने का अंडा देते हुए देख लिया और वह न्यायाधिकारी के पास गया।

वह न्यायाधिकारी से बोला की रमेश ने कल मेरा बतख चुरा लिया है। जब न्याय अधिकारी ने रमेश से पूछा तो उसने सारी बात बताई की किस तरह अली ने ही उसको बत्तख दिया था। न्यायाधिकारी ने कहा की मै कल इसका फैसला करूँगा की बत्तख किसको मिलेगा।

बत्तख ने रोज़ की तरह न्यायाधिकारी के पास भी सोने का अंडा दिया। अगले दिन न्यायाधिकारी ने दोनों को सामान्य अंडा दिखाया और कहा की यह कल तुम्हारे बत्तख ने दिया है। अलग पूछने पर रमेश ने न्यायाधिकारी को सच बताया की उसकी बतख सोने का अंडा देती थी।

जबकि अली ने कहा की उसकी बत्तख सामान्य अंडा देती है। न्यायाधिकारी ने एक नया बतख लेकर रमेश को दे दिया। और रमेश को सोने का अंडा देने वाली बतख दी। रमेश दोबारा सोने का अंडा देने वाली बत्तख पा कर खुश हुआ।

सीख: हमें कभी भी लालच नहीं करना चाहिए और दूसरों को देखकर ईर्ष्या नहीं करनी चाहिए।

English Translation

Once upon a time there lived a man named Ramesh in a village. His parents had passed away in his childhood. He made his living by working in the fields with great difficulty. He had a chicken. Which used to give him an egg every day.


When he never had anything to eat, he used to sleep at night after eating his chicken egg. A man named Ali lived in his neighborhood. who was not the right person.When he saw that Ramesh was doing his best, he stole Ramesh’s chicken one day. When Ramesh was not at home. After this, alimurgi was killed and cooked and eaten. When Ramesh came home and did not see the chicken at home, he started looking for his chicken here and there.


He saw some chicken feathers outside Ali’s house. When he talked to Ali, Ali said that his cat had caught a chicken and brought it. I cooked it and ate it. I didn’t know it was your chicken.Ramesh told Ali that he would complain to the Nyayadhikari. Hearing this, Ali gave Ramesh a small duck instead of the chicken. Ramesh reared the duck, from which after a few days the duck grew up and started laying eggs.


One night when it was raining heavily. A monk reached Ali’s house to ask for a place to stay wet. But Ali refused him. After that he went to Ramesh’s house. Ramesh gave him a place to live and also fed him.
The next morning he started leaving Ramesh’s house but on his way he hit the head of Ramesh’s duck. After this, when the duck laid the egg, it was of gold. Ramesh was very happy to see this.


Now whenever the duck laid an egg, it was of gold. By selling the golden egg, all the poverty of Ramesh was removed. But still he lived a simple life. One day Ali saw a duck laying a golden egg and went to the court.
He told the officer that Ramesh stole my duck yesterday. When the justice officer asked Ramesh, he told everything about how Ali had given him the duck. The officer said that I will decide tomorrow who will get the duck.
The duck laid a golden egg to the court as usual. The next day, the officer showed the normal egg to both of them and said that your duck has given it yesterday. When asked separately, Ramesh told the truth to the officer that his duck used to lay golden eggs.


Whereas Ali said that his duck lays normal eggs. The officer took a new duck and gave it to Ramesh. And gave Ramesh a duck that lays a golden egg. Ramesh was again happy to find the golden egg laying duck.

Moral :We should never be greedy and never get jealous when we see others.

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