ऐ मालिक तेरे बन्दे हमऐसे हों हमारे करमनेकी पर चलें और बदी से टलेंताकि हंसते हुए निकले दम… ये अँधेरा घना छा रहा तेरा इंसान घबरा रहाहो रहा बेखबर, कुछ न आता नज़रसुख का सूरज छुपा जा रहाहै तेरी रौशनी में जो दमतू अमावास को कर दे पूनमनेकी पर चलें और बदी से टलेंताकि हंसते हुए निकले दम,ऐ मालिक तेरे …
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ए मालिक तेरे बन्दे हम
ऐ मालिक तेरे बंदे हम , ऐसे हो हमारे करम ॥ नेकी पर चलें और बदी से टलें , ताकि हंसते हुये निकले दम ॥ ऐ मालिक तेरे बंदे हम… जब ज़ुल्मों का हो सामना ॥ तब तू ही हमें थामना , वो बुराई करें हम भलाई भरें ॥ नहीं बदले की हो कामना , बढ़ उठे प्यार का हर …
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