यमुना किनारे पे नंद का लाला गईयां चरावे,कान्हा मुरली से मीठी मीठी तान सुनावे…. मुरली को सुन कर के सखिया हो गई रे दीवानीसुध बुध बोली वो ऐसी होगी रे मस्तानीराधे ने मुरली से कान्हा कैसा जादू पावेकान्हा मुरली से मीठी मीठी तान सुनावे…. कान्हा की मुरली की जब से तान पड़ी काननं मेंदिल मुरली ले गई रे नींद ना …
Read More »Tag Archives: कान्हा की मुरली में क्या बल है जिसमें राधा मगन है
तेरे नाम की मुरली
तेरे नाम की मुरली,सुन ले ओ गोकुल के ग्वाले,मैं गौरी हूँ तुम काले,तू करे अपना काम साँवरे,जपे क्यों मेरा नाम सांवरे सुन ले ओ ब्रिज की छोरी,तू लगती है चाँद चकोरी,मैं तेरा हूँ गुलाम राधिके,जपूँ मैं तेरा नाम राधिके….. तेरे नाम की मुरली बजाता हूँ मैं,तुमसे मिलने को मैं बरसाने आता हूँ,तुम झूठे हो कान्हा छलिये बड़े,मुझे सब है पता …
Read More »