माएं तेरे कोलों एहो जेहे नसीब चोंदे आं, रेहणा तेर दर दे करीब चोंदे आं, 1. जिस पासे नज़र घुमावां मैं, मेरे सामणे तेरा दरबार होवे, बस तूं ही तूं माँ नज़र आवें, बस एही मेरा संसार होवे, पांणी हर वेले माएं तेरी दीद चोंदे हाँ, रेहणा तेर दर दे करीब चोंदे आं……, 2. तेरी …
Read More »Tag Archives: जगजननी
जगजननी जय जय
जग जननी जय जय भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय। जगजननी ..तू ही सत्-चित्-सुखमय, शुद्ध ब्रह्मरूपा। सत्य सनातन, सुन्दर, पर-शिव सुर-भूपा॥ जगजननी ..
Read More »श्री राधा कृष्णाय नमः
श्री राधा कृष्णाय नमः .. श्री राधा कृष्णाय नमः .. ॐ जय श्री राधा जय श्री कृष्ण श्री राधा कृष्णाय नमः .. चन्द्रमुखी चंचल चितचोरी, जय श्री राधा सुघड़ सांवरा सूरत भोरी, जय श्री कृष्ण श्यामा श्याम एक सी जोड़ी श्री राधा कृष्णाय नमः .. पंच रंग चूनर, केसर न्यारी, जय श्री राधा पट पीताम्बर, कामर कारी, जय श्री कृष्ण …
Read More »जगजननी जय जय
जगजननी जय! जय! माँ! जगजननी जय! जय! भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय। जगजननी ..तू ही सत्-चित्-सुखमय, शुद्ध ब्रह्मरूपा। सत्य सनातन, सुन्दर, पर-शिव सुर-भूपा॥ जगजननी ..आदि अनादि, अनामय, अविचल, अविनाशी। अमल, अनन्त, अगोचर, अज आनन्दराशी॥ जगजननी ..अविकारी, अघहारी, अकल कलाधारी। कर्ता विधि, भर्ता हरि, हर संहारकारी॥ जगजननी .. तू विधिवधू, रमा, तू उमा महामाया। मूल प्रकृति, विद्या तू, तू जननी जाया॥ …
Read More »जगजननी जय जय
जगजननी जय! जय! माँ! जगजननी जय! जय! भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय। जगजननी ..तू ही सत्-चित्-सुखमय, शुद्ध ब्रह्मरूपा। सत्य सनातन, सुन्दर, पर-शिव सुर-भूपा॥ जगजननी .. आदि अनादि, अनामय, अविचल, अविनाशी। अमल, अनन्त, अगोचर, अज आनन्दराशी॥ जगजननी .. अविकारी, अघहारी, अकल कलाधारी। कर्ता विधि, भर्ता हरि, हर संहारकारी॥ जगजननी .. तू विधिवधू, रमा, तू उमा महामाया। मूल प्रकृति, विद्या तू, तू …
Read More »