ओ शंकर मेरे कब होंगे दर्शन तेरे | जीवन पथ पर, शाम सवेरे छाए है घनघोर अँधेरे || मै मूरख तू अंतरयामी, मै Servant तू मेरा स्वामी | काहे मुझ से नाता तोडा, मन छोड़ा, मन्दिर भी छोड़ा, कितनी दूर लगाये तूने जा कैलाश पे डेरे || तेरे द्वार पे जोत जगाते, युग बीते तेरे गुण गाते | ना मांगू …
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बाबा अमरनाथ बर्फानी योगिराज दया के दानी
बाबा अमरनाथ बर्फानी, योगिराज दया के दानी | भूखे को है भोजन देते और प्यासे को पानी || बाबा अमरनाथ की जय, बोलो शिव शंकर की जय || भक्तो के मन बसने वाले ये तो सब के स्वामी है | मन चाहा फल देने वाले शंभू अंतरयामी है | महादेव के दर्शन कर के, संवर जाये जिंदगानी || दया धरम …
Read More »हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ
शिव नाम से है जगत में उजाला। हरी भक्तो के है, मन में शिवाला॥ हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू। श्रधा सुमन मेरा, मन बेलपत्री, जीवन भी अर्पण कर दूँ॥ जग का स्वामी है तू, अंतरयामी है तू, मेरे जीवन की अनमिट कहानी है तू। तेरी शक्ति अपार, तेरा पावन है द्वार, तेरी पूजा …
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