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Tag Archives: bhakt

खबीस बाबा मंदिर, उत्तर प्रदेश 

Kabisa Baba Mandir

उत्तरप्रदेश के सीतापुर जिले के खबीस बाबा मंदिर में श्रद्धालु भगवान को शराब चढ़ाते हैं और फिर वही शराब प्रसाद के तौर पर भक्तों के बीच बांट दी जाती है.  

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सौरधर्म का वर्णन

Sor Dharam Ka Varnan

राजा शतानीक ने पूछा – मुने ! भगवान सूर्य का माहात्म्य कीर्तिवर्धक और सभी पापों का नाशक है । मैंने भगवान सूर्यनारायण के समान लोक में किसी अन्य देवता को नहीं देखा । जो बरण – पोषम और संहार भी करनेवाले हैं वे भगवान सूर्य किस प्रकार प्रसन्न होते हैं, उस धर्म को आप अच्छी तरह जानते हैं । मैंने …

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भक्त हनुमान

bhakti ka adbhut prakashta story

हनुमान जी महाराज भगवान के परम भक्त थे । उनमें तीन बात विशेष थी – 1. भगवान के चरणों में रहते थे । भगवान को छोड़कर एक क्षण भी अलग नहीं होना चाहते थे । जब भगवान की आज्ञा होती थी, तभी भगवान की आज्ञा पालन के लिये चरणों से अलग होते थे । 2. जब भगवान की आज्ञा हो …

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आध्यात्मिक रहस्य

Aisi Lagi Lagan , Merya Ho Gayi Magan

यह सुदामा कौन हैं ? उनकी पत्नी कौन हैं ? वे तन्दुल कौन से हैं ? इत्यादि । यदि अंत:प्रविष्ट होकर देखा जाएं तो सुदामा की कथा में एक आध्यात्मिक रूपक है – भक्त और भगवान के परस्पर मिलन की एक मधुर कहानी है । इसी रहस्य का किच्छित उद्घाटन थोड़े में किया जाएंगा । ‘दामन’ शब्द का अर्थ है …

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महात्माओं का प्रभाव

Guru Purnima oshad main story

महात्मा पुरुषों की कोई सीमा नहीं होती, जो साधारण महात्मा होते हैं, उनके गुण, प्रभाव, रहस्य कोई नहीं बता सकता और जो भगवान् के भेजे हुए महापुरुष होते हैं उनकी तो बात ही क्या है, वे तो भगवान् के समान होते हैं। यह कह दें तो भी कोई आपत्ति नहीं। भगवान् के दर्शन, भाषण से जो लाभ मिलता है उनके …

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परमभक्त हनुमान्

bhakti ka adbhut prakashta story

हनुमान् जी महाराज भगवान् के परम भक्त थे। उनमें तीन बात विशेष थी- १- भगवान् के चरणों में रहते थे। भगवान् को छोड़कर एक क्षण भी अलग नहीं होना चाहते थे। जब भगवान् की आज्ञा होती थी, तभी भगवान् की आज्ञा पालन के लिये चरणों से अलग होते थे। २- जब भगवान् की आज्ञा हो गयी तो साथ में रहने …

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कैसे वृंदा ने लिया तुलसी का रूप

Kaise Varinda Ne Liya Tulsi Ka Roop Story

पौराणिक कथा के अनुसार एक बड़ी ही सुशील कन्या थी। नाम था वृंदा। उसका जन्म राक्षस कुल में हुआ था लेकिन वृंदा बचपन से ही भगवान विष्णु जी की परम भक्त थी। बड़े ही प्रेम से भगवान की पूजा किया करती थी। जब वह बड़ी हुई तो उनका विवाह राक्षस कुल में दानव राज जलंधर से हो गया, जलंधर समुद्र …

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राधिका मनोहरा मदाना गोपाला

krishna

दिनवत्सला हे राधे गोपाला भक्त जनमंढारा Vएनुघोपल मुरलीधरा हरी गनविलोला गनविलोला गनविलोला गनविलोला कृष्णा गनविलोला गनविलोला हरी गनविलोला [To English wish4me] Dinavatsala hey Radhe Gopala Bhakt Janamandhara VenuGopala Muralidhara hari ganavilola Ganavilola Ganavilola Ganavilola Krishna Ganavilola Ganavilola Hari Ganavilola

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प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर

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प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर प्रभु को नियम बदलते देखा . अपना मान भले टल जाये भक्त मान नहीं टलते देखा .. जिसकी केवल कृपा दृष्टि से सकल विश्व को पलते देखा . उसको गोकुल में माखन पर सौ सौ बार मचलते देखा .. जिसके चरणकमल कमला के करतल से न निकलते देखा . उसको ब्रज की कुंज गलिन में …

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प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर

Suni Kanha Teri Bansuri

प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर प्रभु को नियम बदलते देखा . अपना मान भले टल जाये भक्त मान नहीं टलते देखा .. जिसकी केवल कृपा दृष्टि से सकल विश्व को पलते देखा . उसको गोकुल में माखन पर सौ सौ बार मचलते देखा .. जिसके चरणकमल कमला के करतल से न निकलते देखा . उसको ब्रज की कुंज गलिन में …

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