श्रीकृष्ण में निष्ठा, सेवाभाव और असंकोच के साथ ममता एवं लालन भी रहता है । मधुर रस में पांचों रस हैं, जिस प्रकार आकाशादि भूतों के गुण क्रमश: अन्य भूतों से मिलते हुए पृथ्वी में सब गुण मिल जाते हैं, इसी प्रकार मधुर रस में भी सब रसों का समावेश है । रस रूप श्रीकृष्ण की लीलाएं माधुर्य रस में …
Read More »Tag Archives: bhakti
परमात्मा की शरण में है स्वर्ग
परमात्मा में मन लगाना मन को वश में करने का प्रधान उपाय है। अभ्यास और वैराग्य से मन वश में हो सकता है। वैराग्य का तात्पर्य है सारे संसार के तृष्णा का अभाव। संसार के भोगों में जो आसक्ति है। स्त्री, धन, पुत्र, मान बड़ाई में जो तुम्हारी आसक्ति है, उसे हटाकर प्रभु में प्रीति करो, भगवान् की दया, गुण, …
Read More »तिथियों और नक्षत्रों के देवता तथा उनके पूजन का फल
विभाजन के समय प्रतिपद् आदि सभी तिथियां अग्नि आदि देवताओं को तथा सप्तमी भगवान सूर्य को प्रदान की गई। जिन्हें जो तिथि दी गई, वह उसका ही स्वामी कहलाया। अत: अपने दिन पर ही अपने मंत्रों से पूजे जाने पर वे देवता अभीष्ट प्रदान करते हैं। सूर्य ने अग्नि को प्रतिपदा, ब्रह्मा को द्वितीया, यक्षराज कुवेर को तृतीया और गणेश …
Read More »क्यों प्रिय है भगवान शिव को बेलपत्र
शिव पूजा का सबसे पावन दिन है सोमवार। सभी देवों में शिव ही ऐसे देव हैं जो अपने भक्तों की भक्ति-पूजा से बहुत जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं। शिव भोले को आदि और अनंत माना गया है जो पृथ्वी से लेकर आकाश और जल से लेकर अग्नि हर तत्व में विराजमान हैं। शिव पूजा में बहुत सी ऐसी चीजें …
Read More »सावन के पवित्र महीनें में जानिए शिवजी के पवित्र धामों के बारें में
हिन्दू धर्म में सोमनाथ मंदिर का अपना एक अलग ही स्थान है। सोमनाथ मंदिर को 12 ज्योतिर्लिंगों में पहला स्थान प्राप्त है। गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण स्वयं चन्द्रदेव ने किया था। इतना ही नहीं, कहते हैं महादेव अपने दरबार से किसी भी भक्त को खाली नहीं लौटने …
Read More »गुरुदेव बोलो गुरुदेव बोलो
गुरुनाम गाओ गुरुनाम गाओ गुरुदेव मलिक ईश्वर प्रपक आनंदायक दानध निवारक गुरुसंगत ही जीवन सावनरे परमानंद के खोलते हैं द्वारे गुरुदेव बोलो गुरुदेव बोलो प्रेम से बोलो भाव से बोलो श्रद्धा से बोलो भक्ति से बोलो [To English wish4me] Gurunaam gao gurunaam gao Gurudev malik ishwar prapak Anandayak dandh nivarak Gurusangath hi jeevan savanre Paramanand ke kholte hain dware Gurudev …
Read More »गुरु माता पिता गुरु बंधु सखा
तेरे चरणों में स्वामी मेरे कोटि प्रणाम प्रियतम तुम्ही प्राणनाथ तुम्ही तेरे चरणों… तुम्ही भक्ति हो, तुम्ही शक्ति हो तुम्ही मुक्ति हो मेरे समबाशीवा तुम्ही प्रेरणा, तुम्ही साधना तुम्ही आराधना, मेरे समबाशीवा तुम्ही प्रेम हो, तुम्ही करुणा हो तुम्ही मोक्ष हो, मेरे समबाशीवा [To English wish4me] Tere charanon mein swami mere koti pranam Priyatam tumhi Prananath tumhi Tere charanon… Tumhi …
Read More »बिना तुमहरे दर्शन के प्रभु
एह जीवन है आज अधूरा मिले टुमरे चरण धूलि प्रभु तो जीवन का, धर्मा हो पूरा एह जनमा तो, ऐसा बिता जैसे चटक, बिन बदल हो –आकिया साधा रही, प्रभु आइसो जैसे सुनी, बिन काजल हो भक्ति बिना है, जीवन आइसो बिना तार के, जस तंबूरा || दर्शन करने को, आकिया है बिन दर्शन के, आकिया कैसी –हरी के द्वार, …
Read More »प्रभु जी ! तुम चंदन हम पानी
जाकी अंग-अंग बाज़ सामानी प्रभु जी ! तुम धनवान हम मुरा जैसे चितवाट चंद्रा चकोरा प्रभु जी ! तुम . हम बाटी जाकी ज्योत बारे दिन राती प्रभु जी ! तुम मोटी हम धागा जैसे सोने मे मिलत सुहागा प्रभु जी ! तुम स्वामी हम दासा ऐसी भक्ति कर रे डासा प्रभु जी ! तुम चंदन हम पानी ज़की अंग-अंग …
Read More »नाहया धोए के जो मॅन का मैल ना जया
मीन सदा जल मे रहे बाज़ ना जाए जाती नही जगदीश की हरिजन की कहा होये जात पात के बीच मे डूब मरो मत कोए मगन गये सो मार रहे मारे जो मगन जाए तीन के पहले वो मारे हॉट करात है नाही कबीरा खड़ा बाज़ार मे सबकी मागे खैर ना काहु से दोस्ती ना काहु से बैर सत्या नाम …
Read More »