Breaking News

Tag Archives: dukh

आरोग्य – सुभाषित – मुक्तावली

aarogy - subhaashit - muktaavalee

सुख – दु:ख का कर्ता व्यक्ति स्वयं ही होता है, ऐसा समझकर कल्याणकारी मार्ग का ही अवलंबन लेना चाहिए, फिर भयभीत होने की कोई बात नहीं । परीक्षक – विवेकीजन ठीक – ठाक परीक्षा करके हितकर मार्ग का सेवन करते हैं, परंतु रजोगुण और तमोगुण से आवृत बुद्धिवाले लौकिक मनुष्य (हिताहितका विचार न करके तत्काल) प्रिय (मालूम होने वाले आचार …

Read More »

बेक बिहारी तेरी आरती गाउ

कुंजा बिहारी तेरी आरती गाउ हे गिरिधारी तेरी आरती गाउ मोर मुकुट प्रभु शेष पे सोहे प्यारी बंसी मेरो मान मोहे देख छवि बलि हारी मे जौन चरनो से निकली गंगा प्यारी जिसने सारी दुनिया तरी मई उन चर्नो के दर्शन पऔन दस अनाथ के नाथ आप हो दुख सुख जीवन प्यारे साथ आप हो हरी चर्नो मई शीश जुकाऊ …

Read More »

स्वर्ग नर्क सब इस धरती पे

Dukh Sukh Dono Do Pal Ke bhajan

नही गगन के देखो पार अच्छा करम तो सुख देवे है बुरा करम है दुख का सार स्वर्ग नर्क सब इस धरती पे नही गगन के देखो पार अच्छा करम तो सुख देवे है बुरा करम है दुख का सार जो दुख पता प्रभु से कहता क्यू प्रभु तुम दुख देते हो हमने किया नही कुच्छ एसा फिर क्यू नही …

Read More »

ये जाग दुख का मेला है

Ye Jag Dukh Ka Mela Hai Bhajan

ये जाग दुख का मेला है चाहे बीड़ बहुत अंबार पर उड़ाना टुजे अकेला है ||1|| चतुर शिकारी ने रखा है जाल बिछाकर पग पग पर फस मत जाना भोल से पगले पछताएगा जीवन बार ||2|| लोग मे धने की मत पड़ना बड़े समय केला है चाहे बीड़ बहुत अंबार पर उड़ाना टुजे अकेला है ||3|| जब तक सूरज आसमान …

Read More »

दुख सुख दोनो कुच्छ पल के

Dukh Sukh Dono Do Pal Ke bhajan

दुख सुख दोनो कुच्छ पल के, कब आए कब जाए दुख है ढलते सूरज जैसा, शाम ढले ढाल जाए (जे2) दुख सुख दोनो कुच्छ पल के, कब आए कब जाए दुख है ढलते सूरज जैसा, शाम ढले ढाल जाए (जे2) दुख तो हर प्राणी को होवय, राम ने भी दुख झेला धैर्या प्रेम से वन में रहे, प्रभु चौदह बर्ष …

Read More »

जोकर की सीख (Learn from Joker)

Learn-from-Joker

एक बार एक जोकर सर्कस मे लोगो को एक चुटकुला सुना रहा था।  चुटकुला सुनकर लोग खूब जोर-जोर से हंसने लगे । कुछ देर बाद जोकर ने वही चुटकुला दुबारा सुनाया । अबकी बार कम लोग हंसे । थोडा और समय बीतेने के बाद तीसरी बार भी जोकर ने वही चुटकुला सुनाना शुरू किया ।  पर इससे पहले कि वो अपनी बात …

Read More »

झील बन जाओ ! (be like a lake)

एक बार एक नवयुवक किसी जेन मास्टर के पास पहुंचा . “ मास्टर , मैं अपनी ज़िन्दगी से बहुत परेशान हूँ , कृपया इस परेशानी से  निकलने का उपाय बताएं !” , युवक बोला . मास्टर बोले , “ पानी के ग्लास में एक मुट्ठी नमक डालो और उसे पीयो .” युवक ने ऐसा ही किया . “ इसका स्वाद कैसा …

Read More »

ताबूत (coffin)

Coffin

एक दिन एम्प्लाइज जब ऑफिस पहुंचे तो उन्हें गेट पर एक बड़ा सा नोटिस लगा दिखा :” इस कंपनी में जो व्यक्ति आपको आगे बढ़ने से रोक रहा था कल उसकी मृत्यु हो गयी . हम आपको उसे आखिरी बार देखने का मौका दे रहे हैं , कृपया बारी-बारी से मीटिंग हॉल में जाएं और उसे देखने का कष्ट करें .” जो भी …

Read More »

आम का पेड़

कुंतालपुर का राजा बड़ा ही न्याय प्रिय था| वह अपनी प्रजा के दुख-दर्द में बराबर काम आता था| प्रजा भी उसका बहुत आदर करती थी| एक दिन राजा गुप्त वेष में अपने राज्य में घूमने निकला तब रास्ते में देखता है कि एक वृद्ध एक छोटा सा पौधा रोप रहा है| राजा कौतूहलवश उसके पास गया और बोला, ‘‘यह आप किस चीज का …

Read More »

दिन चाहे सुख के हों या दुख के, भगवान अपने भक्तों के साथ हमेशा रहते हैं (Whether day of happiness or misery, God will always remain with his devotees)

mujhe aisa bana do mere prabhu

एक अमीर आदमी था। उसने समुद्र मेँ अकेले घूमने के लिए एक नाव 🚣 बनवाई। छुट्टी के दिन वह नाव लेकर समुद्र की सेर करने निकला। आधे समुद्र तक पहुंचा ही था कि अचानक एक जोरदार तुफान आया। उसकी नाव पुरी तरह से तहस-नहस हो गई लेकिन वह लाईफ जैकेट 🎽की मदद से समुद्र मेँ कूद 🏂 गया। जब तूफान …

Read More »