एक बार विदुर जी संसार भ्रमण करके धृतराष्ट्र के पास पहुँचे तो धृतराष्ट्र ने कहा, “विदुर जी ! सारा संसार घूमकर आये हो आप, कहिये कहाँ-कहाँ पर क्या देखा आपने?” विदुर जी बोले, “राजन् ! कितने आश्चर्य की बात देखी है मैंने। सारा संसार लोभ शृंखलाओं में फँस गया है। काम, क्रोध, लोभ, भय के कारण उसे कुछ भी दिखाई …
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जंगल के स्कूल का रिजल्ट
हुआ यूँ कि जंगल के राजा शेर ने ऐलान कर दिया कि अब आज के बाद कोई अनपढ़ न रहेगा। हर पशु को अपना बच्चा स्कूल भेजना होगा। राजा साहब का स्कूल पढ़ा-लिखाकर सबको Certificate बँटेगा। सब बच्चे चले स्कूल। हाथी का बच्चा भी आया, शेर का भी, बंदर भी आया और मछली भी, खरगोश भी आया तो कछुआ भी, …
Read More »ज़िंदगी भर इनके पीछे भागते हैं हम
एक जंगल में एक लोमड़ी रहती थी। अमूमन वह सुबह जल्दी जाग जाती थी, लेकिन उस दिन थोड़ा देर से जागी। लोमड़ी जैसे ही अपने घर से बाहर आई तो उसकी पूंछ सूरज की ओर थी। छाया सामने पड़ रही थी। छाया देखकर लोमड़ी को पहली बार अपने शरीर का स्वरूप पता चला। छाया में उसका रूप बहुत बड़ा दिखाई …
Read More »इन लोगों को नहीं दें दुःख बनी रहेगी प्रभु की कृपा
सूफी संत बायजीद ने घर छोड़कर वर्षों तक वन में तप किया। जब उन्हें साधना का लक्ष्य मिल गया, तो उन्होंने घर जाकर अपनी मां से मिलने का निर्णय लिया। घर पहुंचे तो उन्होने मां को कहते सुना कि, मेरे प्रभु मेरे दुःखी बेटे को सुख-शांति देना। उसे संतों का आश्रय मिले। बायजीद ने बाहर से ही मां को आवाज …
Read More »इंसान का सच्चा धन क्या ???
असल में यह धन ,बांग्ला -गाडी आदि हमारा सच्चा धन नहीं है। इंसान का सच्चा धन तो असल में कुछ और ही है। चलिए जानते हैं :- एक बार एक शक्तिशाली राजा घने वन में शिकार खेलने चला गया। अचानक ही आकाश में बादल छा गए और मूसलाधार वर्षा होने लगी। सूर्य अस्त होने लगा और धीरे-धीरे अँधेरा छाने लगा। …
Read More »जानिए ताड़का का वध क्यों किया था श्रीराम ने
वाल्मीकि रामायण के ऐतिहासिक पात्रों में से एक हैं। उन्हीं में से एक थी ‘ताड़का’। ताड़का सुकेतु यक्ष की पुत्री थी, जो एक शाप के प्रभाव से राक्षसी बन गई थी। उसका विवाह सुंद नाम के दैत्य से हुआ था। ताड़का के दो पुत्र थे, उनके नाम थे सुबाहु और मारीच। ताड़का का परिवार अयोध्या के नजदीक एक जंगल में …
Read More »छत्रपति शिवाजी के जीवन के तीन प्रेरणादायक प्रसंग –
19th Feb को शिवाजी जयंती है इस शुभ अवसर पर मैं आपके साथ उनके जीवन के तीन प्रेरणादायक प्रसंग साझा कर रहा हूँ. आइये हम भारत वर्ष के इस वीर सपूत को नमन करें और उनके जीवन से शिक्षा ले भारत माता की सेवा में अग्रसर हों. प्रसंग १: शिवाजी के समक्ष एक बार उनके सैनिक किसी गाँव के मुखिया को पकड़ …
Read More »ईमानदारी की जीत
चारों ओर सुंदर वन में उदासी छाई हुई थी। वन को अज्ञात बीमारी ने घेर लिया था। वन के लगभग सभी जानवर इस बीमारी के कारण अपने परिवार का कोई न कोई सदस्य गवाँ चुके थे। बीमारी से मुकाबला करने के लिए सुंदर वन के राजा शेर सिंह ने एक बैठक बुलाई। बैठक का नेतृत्व खुद शेर सिंह ने किया। …
Read More »यदि ऐसा करेंगे तो नहीं होंगे कभी परेशान
एक जंगल में कहीं से कौओं को एक जोड़ा उड़ता हुआ आया और एक ऊंचे पेड़ पर घोंसला बनाने में जुट गया। कौओं को घोंसला बनाता देख। उस पेड़ के नीचे रहने वाली एक चूहे ने कहा, ‘देखो भाई! इस पेड़ पर घोंसला बनाना सुरक्षित नहीं है।’ कौए ने कहा, ‘तो फिर हम कहां बनाएं घोंसला?’ चूहे ने कहा, ‘यह पेड़ …
Read More »जब सिकंदर को खुद का अभियान लगा मूर्खतापूर्ण
विश्वविजय पर निकला सिकंदर यूनान से भारत तक आ पहुंचा था। वह एक जंगल से आगे बढ़ रहा था। तभी एक साधु शिला पर लेटे हुए मिले। सिकंदर को देखकर भी वह ज्यों के त्यों लेटे रहे। सिकंदर ने गुस्से में कहा, ‘आपको मालूम है कि आपके सामने विश्वविजेता खड़ा है?’ साधु ने तब निश्चिंत होकर कहा, तुम खून …
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