“यह सच है तो अब लौट चलो तुम घर को |” चौंके सब सुनकर अटल कैकेयी स्वर को | सबने रानी की ओर अचानक देखा, बैधव्य-तुषारावृता यथा विधु-लेखा | बैठी थी अचल तथापि असंख्यतरंगा , वह सिंही अब थी हहा ! गौमुखी गंगा — “हाँ, जनकर भी मैंने न भारत को जाना , सब सुन लें,तुमने स्वयं अभी …
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गंगावतार – भगवान शिव के अवतार
पूर्वकाल में अयोध्या में सगर नामक एक परम प्रतापी राजा राज्य करते थे । उनके एक रानी से एक तथा दूसरी से साठ हजार पुत्र उत्पन्न हुए । कुछ काल के बाद महाराज सगर के मन में अश्वमेध – यज्ञ करने की इच्छा हुई । राजा सगरने यज्ञीय अश्व की रक्षा का बार अपने पौत्र अंशुमान को सौंपकर यज्ञ प्रारंभ …
Read More »एकमात्र श्रीकृष्ण ही धन्य एवं श्रेष्ठ हैं
एक कथा आती है कि देवर्षि नारद ने एक बार गंगा – तट पर भ्रमण करते हुए एक ऐसे कछुए को देखा, जिसका शरीर चार कोस में फैला हुआ था । नारद जी को उसे देखकर बड़ा आश्चर्य हुआ, वह उस कछुए से बोले, हे कूर्मराज ! तू धन्य एवं श्रेष्ठ है, जो इतने विशाल शरीर को धारण किए हुए …
Read More »द्वादश ज्योतिर्लिंगों के अर्चा विग्रह – 2) श्री मल्लिकार्जुन
दक्षिण भारत में तमिलनाडू में पाताल गंगा कृष्णा नदी के तट पर वृपवित्र श्रीशैल पर्वत है, जिसे दक्षिण का कैलास कहा जाता है । श्रीशैल पर्वत के शिखर दर्शन मात्र से भी सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और आवागमन के चक्र से मुक्ति मिल जाती है । इसी श्रीशैल पर भगवान मल्लिकार्जुन का ज्योतिर्मय लिंग स्थित है । मंदिर …
Read More »डूबा हुआ शिव मंदिर, वाराणसी
सिंधिया घाट जिसे शिन्दे घाट भी कहते हैं, वाराणसी में मणिकर्णिका घाट के उत्तरी ओर लगा हुआ है. इस घाट से लगा हुआ शिव मंदिर जिसकी खासियत यह है कि यह आंशिक रूप से गंगा नदी के जल में डूबा हुआ है. Wish4me in English sindhiya ghaat jise shinde ghaat bhee kahate hain, vaaraanasee mein manikarnika ghaat ke uttaree or …
Read More »काल भैरव नाथ मंदिर, वाराणसी
इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यह है की यहाँ पर भगवान काल भैरव को मदिरा प्रसाद के रूप में चढ़ाई जाती है और साथ ही यहां भक्तों को प्रसाद में भी मदिरा दी जाती है. wish4me in English sindhiya ghaat jise shinde ghaat bhee kahate hain, vaaraanasee mein manikarnika ghaat ke uttaree or laga hua hai. is ghaat se …
Read More »गंगा दशहरा
पौराणिक मान्यता के अनुसार, राजा सगर के मृत पुत्रों का उद्धार करने के लिए गंगा धरती पर अवतरित हुईं थीं। ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी। ये विशेष तिथि है, इसे हर साल गंगा दशहरा के नाम से मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता के मुताबिक गंगा हिमालय और मैना की पुत्री हैं और भगवान विष्णु के अंगूठे से निकलती …
Read More »तीर्थो का महत्त्व
एक समय की बात है। गंगा के किनारे एक आश्रम में गुरु जी के पास कुछ शिष्यगण बैठे हुए कुछ धार्मिक स्थलों की चर्चा कर रहे थे। एक शिष्य बोला गुरु जी अब की बार गर्मियों में गंगोत्री, यमनोत्री की यात्रा हमें आपके साथ करनी है। आपके साथ यात्रा का कुछ अलग ही आनंद है। दर्शन के साथ-साथ हर चीज …
Read More »चलो माना गंगा जमुना तिरा
गंगा जमुना निरमाला पानी सीतला होता सरीरा बंसी बाजवाता गावाता कान्हा, सांगा लियो बलबीरा मोरा मुकता पीताम्बारा सोहे, कुंडला झलकता हीरा मिरके प्रभु गिरधारा नागरा चरना कमला परा सिरा [To English wish4me] Ganga Jamuna Niramala Pani Sitala Hota Sarira Bamsi Bajavata Gavata Kanha, Samga Liyo Balabira Mora Mukata Pitambara Sohe, Kundala Jhalakata Hira Mirake Prabhu Giradhara Nagara Charana Kamala Para …
Read More »बाके बिहारी तेरी आरतीगाउ
कुंजा बिहारी तेरी आरती गाउ हे गिरिधारी तेरी आरती गाउ || मोर मुकुट प्रभु शेष पे सोहे प्यारी बंसी मेरो मान मोहे देख छवि बलि हारी मे जौन || बाके बिहारी|| चरनो से निकली गंगा प्यारी जिसने सारी दुनिया तरी मई उन चर्नो के दर्शन पऔन || बाके बिहारी|| दस अनाथ के नाथ आप हो दुख सुख जीवन प्यारे साथ …
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