बात पुरानी है पर है लाजबाव, यूरोप संभ्रांत शहर में एक व्यक्ति रहता था, जो अक्सर धर्मग्रंथों का मजाक उड़ाया करता था। वह नास्तिक था पर वह ईश्वर में विश्वास करने वालों का सम्मान कतई नहीं करता था। वह उनसे वैचारिक बहस न करके, कुतर्कों के जरिए उनका मनोबल तोड़ने की कोशिश करता था। एक दिन वह एक पादरी …
Read More »Tag Archives: god
पढ़िए नयनों की भाषा
एक युवक किसी सामान्य नौकरी की आकांक्षा लिए सर श्रीराम के पास पहुंचा। उन्होंनें उस युवक की आंखों की तरफ देखा और कुछ क्षण बाद बोले, यद्यपि तुम्हारी प्रतिभा और योग्यता उस पद से अधिक है, तथापि मैं तुम्हें अपनी मिल के एक विभाग का मैनेजर नियुक्त करता हूं। आनंद से विभोर उस युवक की आंखें खुशी के आंसु …
Read More »माहे-रमजान में छुपा संदेश
आत्मा को पाकीजगी का मौका देता है रमजान Hidden messages in Maha-Ramzan बंदे को हर बुराई से दूर रखकर अल्लाह के नजदीक लाने का मौका देने वाले पाक महीने रमजान की रूहानी चमक से दुनिया एक बार फिर रोशन हो चुकी है और फिजा में घुलती अजान और दुआओं में उठते लाखों हाथ खुदा से मुहब्बत के जज्बे को शिद्दत …
Read More »OM SAI RAM
Sai Baba of Shirdi, also known as Shirdi Sai Baba was an Indian spiritual master who is regarded by his devotees as an incarnation of God (avatar), saint, fakir, and satguru, according to their individual proclivities and beliefs. He was revered by both his Hindu and Muslim devotees, and during, as well as after, his life it remained uncertain if …
Read More »भगवान की चाहत
एक साधु नदी के पास ध्यान कर रहे थे, तभी एक युवा व्यक्ति ने उन्हें टोकते हुए पूछा, “गुरूजी, मैं आपका शिष्य बनना चाहता हूँ।” साधु ने कहा, “क्यों?” युवा व्यक्ति ने एक पल के लिए सोचा और फिर कहा, “क्यों कि मैं भगवान को पाना चाहता हूँ|” गुरु बाहर की ओर आए, उन्होंने उस व्यक्ति की गर्दन को पकड़ा, …
Read More »साम्बादित्य की कथा
द्वारका में भगवान श्री कृष्ण के एक लाख अस्सी पुत्र थे। उनमें साम्ब अत्यंत गुणवान तथा रूपवान थे। एक बार देवर्षि नारद भगवान श्रीकृष्ण के दर्शनार्थ द्वारकापुरी पधारे। उन्हे देखकर सब यादव कुमारों ने प्रणाम करके उनका सम्मान किया, किंतु साम्ब ने अपने सौन्दर्य के गर्व से उन्हें प्रणाम नहीं किया, अपितु उनकी वेषभूषा को देखकर हंस पड़े। साम्ब का …
Read More »मेरी आँखें नीचे झुक जाती हैं
रहीम एक बहुत बड़े दानवीर थे। उनकी ये एक खास बात थी कि जब वो दान देने के लिए हाथ आगे बढ़ाते तो अपनी नज़रें नीचे झुका लेते थे। ये बात सभी को अजीब लगती थी कि ये रहीम कैसे दानवीर हैं। ये दान भी देते हैं और इन्हें शर्म भी आती है। ये बात जब तुलसीदासजी तक पहुँची तो …
Read More »महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग
उज्जैन में शिप्रा नदी के निकट स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (Mahakaleshwar Jyotirling, Ujjain) देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे प्रसिद्ध है। पौराणिक मान्यता के अनुसार सच्चे मन से स्वयंभू भगवान महाकालेश्वर की पूजा-अर्चना करने वाले मनुष्य का काल भी कुछ नहीं बिगाड़ पाते। महाकालेश्वर मंदिर की आरती (Mahakaleshwar Temple Bhasma Aarti) महाकालेश्वर में प्रतिदिन सुबह होने वाली भस्म आरती के बारे …
Read More »मुझे ऐसा बना दो मेरे प्रभु
मुझे ऐसा बना दो मेरे प्रभु मुझे ऐसा बना दो मेरे गुरु, जीवन में लगे ठोकर न कहीं । जाने अंजाने भी मुझसे, नुकसान किसी का हो न कहीं । १) जो तेरा बनकर रहता है, काँटों में फूल सा खिलता है जितने भी कांटें पाँव लगे,पर फूल भी हो कांटें न कहीं । मुझे ऐसा बना दो… २) इक …
Read More »तीन गांठें
भगवान बुद्ध अक्सर अपने शिष्यों को शिक्षा प्रदान किया करते थे। एक दिन प्रातः काल बहुत से भिक्षुक उनका प्रवचन सुनने के लिए बैठे थे । बुद्ध समय पर सभा में पहुंचे, पर आज शिष्य उन्हें देखकर चकित थे क्योंकि आज पहली बार वे अपने हाथ में कुछ लेकर आए थे। करीब आने पर शिष्यों ने देखा कि उनके हाथ …
Read More »