एक बार गौतम बुद्ध जंगल में आम के पेड़ के नीचे ध्यान मग्न थे। वहां खेल रहे कुछ बच्चों ने पेड़ से आम तोड़ने के लिए पत्थर फेंका, पत्थर तथागत यानी गौतम बुद्ध के सिर पर लग गया। उनके सिर से खून बहने लगा। यह सब कुछ देख बच्चे डर गए। उन्हें लगा कि अब ये मुनि उन्हें भला-बुरा कहेंगे। …
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कृष्ण, बलराम और राक्षस
जय श्री कृष्णा आज हम आपके सामने एक बार फिर कृष्ण और बलराम की एक ऐसी लीला लेकर आये हैं जिससे हमें यह सीखने को मिलता है की हमें अपने जीवन में हर समस्या का कैसे सामना करना चाहिए एक दिन कृष्ण और बलराम घूमते , घूमते घने जंगल की ओर चले गए …। बलराम बोले, “ पर इस घने …
Read More »अद्भुत अतिथि सत्कार (Wonderful hospitality)
एक दिन एक व्याध भयानक वन में शिकार करते समय पत्थर – पानी – हवा की चोट से अत्यंत दुर्गति में पड़ गया । कुछ दूर आगे बढ़ने पर उसे एक वृक्ष दिखा । उसकी छाया में जाने पर उसे कुछ आराम मिला । तब तब उसे स्त्री – बच्चों की चिंता सताने लगी । इधर सूर्यास्त भी हो गया …
Read More »महानता के बीज (story of pythagoras)
यूनान देश के एक गाँव का लड़का जंगल में लकड़ियाँ काट के शाम को पास वाले शहर के बाजार मे बेचकर अपना गुजारा करता था. एक दिन एक विद्वान व्यक्ति बाजार से जा रहा था. उसने देखा कि उस बालक का गट्ठर बहुत ही कलात्मक रूप से बंधा हुआ है. उसने उस लड़के से पूछा- “क्या यह गट्ठर तुमने बांधा है?” लड़के ने …
Read More »महात्मा जी की बिल्ली (story of superstition)
एक बार एक महात्माजी अपने कुछ शिष्यों के साथ जंगल में आश्रम बनाकर रहते थें, एक दिन कहीं से एक बिल्ली का बच्चा रास्ता भटककर आश्रम में आ गया । महात्माजी ने उस भूखे प्यासे बिल्ली के बच्चे को दूध-रोटीखिलाया । वह बच्चा वहीं आश्रम में रहकर पलने लगा। लेकिन उसके आने के बाद महात्माजी को एक समस्या उत्पन्न हो …
Read More »शेर , लोमड़ी और भिक्षुक (Lion, the fox and the beggar)
एक बौद्ध भिक्षुक भोजन बनाने के लिए जंगल से लकड़ियाँ चुन रहा था कि तभी उसने कुछ अनोखा देखा ,शेर लोमड़ी और भिक्षुक “कितना अजीब है ये !”, उसने बिना पैरों की लोमड़ी को देखते हुए मन ही मन सोचा . “ आखिर इस हालत में ये जिंदा कैसे है ?” उसे आशचर्य हुआ , “ और ऊपर से ये …
Read More »बन्दर और सुगरी
सुन्दर वन में ठण्ड दस्तक दे रही थी , सभी जानवर आने वाले कठिन मौसम के लिए तैयारी करने में लगे हुए थे . सुगरी चिड़िया भी उनमे से एक थी , हर साल की तरह उसने अपने लिए एक शानदार घोंसला तैयार किया था और अचानक होने वाली बारिश और ठण्ड से बचने के लिए उसे चारो तरफ से घांस …
Read More »सलाह लें ,पर संभल कर (take advice but be careful)
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है. जो की लोगो के समूह के बीच मे रहता है ,इस समूह मे कई तरह के रिश्तो को वो निभाता है ! कुछ रिश्ते निस्स्वार्थ होते है ,जबकि अधिकतर रिश्तो की नीव स्वार्थ पर टिकी होती है! हम जो professional relation बनाते हैं, वो अधिकतर आदान प्रदान या यो कहें एक से दूसरे को ,और …
Read More »साहसी की सदा विजय (Courageous always win)
एक बकरी थी। एक उसका मेमना। दोनों जंगल में चर रहे थे। चरते – चरते बकरी को प्यास लगी। मेमने को भी प्यास लगी। बकरी बोली – ‘चलो, पानी पी आएँ।’ मेमने ने भी जोड़ा, ‘हाँ माँ! चलो पानी पी आएँ।’ पानी पीने के लिए बकरी नदी की ओर चल दी। मेमना भी पानी पीने के लिए नदी की ओर …
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