गुरु बिन कौन बतावे बाट बड़ा विकिट यम घाट भ्रान्ति की पहाड़ी, नदिया बीच में अहंकार की लाट । बड़ा विकिट यम घाट… काम क्रोध दो पर्वत ठाड़े, लोभ चोर संघात । बड़ा विकिट यम घाट… मद मक्षर का मेधा बरसत माया पवन बह जाए बड़ा विकिट यम घाट… कहत कबीर सुनो भाई साधो, क्यों तरना यह घाट बड़ा विकिट …
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सारे तीर्थ धाम आपके चरणो में
सद्गुरु जिन का नाम है, मन के भीतर धाम है ऐसे दीनदयाल को मेरा बार बार प्रणाम है कैसे करूँ मैं वंदना, ना स्वर है ना आवाज आज पृख्शा है मेरी, मेरी लाज राखो गुरु आप कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हसे हम रोए ऐसी करनी कर चलो, हम हसे जग रोए तीन लोक नव खंड में, गुरु से …
Read More »हमारे गुरु मिले ब्रम्हज्ञानी
हमारे गुरु मिले ब्रम्हज्ञानी, पाई अमर निशानी । गुरु मिले ब्रम्हज्ञानी हमारे गुरु मिले ब्रम्हज्ञानी काग पलट गुरु हंसा किन्हे, दीन्हि नाम निशानी । हंसा पहुंचे सुख-सागर पर, मुक्ति भरे जहाँ पानी ॥ गुरु मिले ब्रम्हज्ञानी, हमारे गुरु मिले ब्रम्हज्ञानी ॥ जल विच कुम्भ,कुम्भ विच जल है, बाहर भीतर पानी । विकस्यो कुम्भ जल जल ही समाना, यह गति विरले …
Read More »कबीर भजन (काव्य)
उमरिया धोखे में खोये दियो रे। धोखे में खोये दियो रे। पांच बरस का भोला-भाला बीस में जवान भयो। तीस बरस में माया के कारण, देश विदेश गयो। उमर सब …. चालिस बरस अन्त अब लागे, बाढ़ै मोह गयो। धन धाम पुत्र के कारण, निस दिन सोच भयो।। बरस पचास कमर भई टेढ़ी, सोचत खाट परयो। लड़का बहुरी बोलन लागे, …
Read More »दु:ख में सुमिरन सब करै सुख में करै न कोय|
दु:ख में सुमिरन सब करै, सुख में करै न कोय |दु:ख में सुमिरन सब करै, सुख में करै न कोय | दु:ख में सुमिरन सब करै, सुख में करै न कोय | जो सुख में सुमिरन करै, दु:ख काहे को होय कबीर, दु:ख काहे को होय ॥ दु:ख में सुमिरन सब करै, सुख में करै न कोय | दु:ख में …
Read More »कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं
कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं बाद अमृत पिलाने से क्या फायदा कभी गिरते हुवे को उठाया नहीं बाद आंसू बहाने से क्या फायदा हींमई तो मंदिर गई , पूजा आरती की पूजा करते हुए ये ख्याल आ गई कभी माँ बाप की सेवा की ही न सिर्फ पूजा के करने से क्या फायदा कभी प्यासे को पानी पिलाया …
Read More »घूँघट का पट खोल रे
घूँघट का पट खोल रे, तोहे पिया मिलेंगे। घट घट रमता राम रमैया, कटुक बचन मत बोल रे॥ रंगमहल में दीप बरत है, आसन से मत डोल रे॥ कहत कबीर सुनो भाई साधों, अनहद बाजत ढोल रे॥ wish4me in English ghoonghat ka pat khol re, tohe piya milenge. ghat ghat ramata raam ramaiya, katuk bachan mat bol re. rangamahal mein …
Read More »बीत गये दिन
बीत गये दिन भजन बिना रे। भजन बिना रे भजन बिना रे॥ बाल अवस्था खेल गवांयो। जब यौवन तब मान घना रे॥ लाहे कारण मूल गवाँयो। अजहुं न गयी मन की तृष्णा रे॥ कहत कबीर सुनो भई साधो। पार उतर गये संत जना रे॥ wish4me in English beet gaye din bhajan bina re. bhajan bina re bhajan bina re. baal …
Read More »मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में
मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में .. जो सुख पाऊँ राम भजन में सो सुख नाहिं अमीरी में मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में .. भला बुरा सब का सुन लीजै कर गुजरान गरीबी में मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में .. आखिर यह तन छार मिलेगा कहाँ फिरत मग़रूरी में मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में .. प्रेम नगर …
Read More »राम भजा सो जीता जग में
राम भजा सो जीता जग में राम भजा सो जीता रे हाथ सुमिरनी, बगल कतरनी, पढ़े भागवत गीता रे हृदय शुद्ध कीन्हों नहीं तेने, बातों में दिन बीता रे ज्ञान देव की पूजा कीन्ही, हरि सो किया न प्रीता रे धन यौवन यूँ ही जायेगा, अंत समय में रीता रे कहे कबीर काल यूँ मारे जैसे हिरन को चीता रे …
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