पौराणिक मान्यता के अनुसार, राजा सगर के मृत पुत्रों का उद्धार करने के लिए गंगा धरती पर अवतरित हुईं थीं। ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी। ये विशेष तिथि है, इसे हर साल गंगा दशहरा के नाम से मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता के मुताबिक गंगा हिमालय और मैना की पुत्री हैं और भगवान विष्णु के अंगूठे से निकलती …
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सिद्घिविनायक मंदिर, मुंबई
सिद्घिविनायक गणेश जी का सबसे लोकप्रिय रूप है। गणेश जी की जिन प्रतिमाओं की सूड़ दाईं तरह मुड़ी होती है, वे सिद्घपीठ से जुड़ी होती हैं और उनके मंदिर सिद्घिविनायक मंदिर कहलाते हैं। सिद्धि विनायक की महिमा अपरंपार है, वे भक्तों की मनोकामना को तुरंत पूरा करते हैं। मान्यता है कि ऐसे गणपति बहुत ही जल्दी प्रसन्न होते हैं और …
Read More »गणेश जी को दूर्वा(दूब) क्यों चढ़ाई जाती है ?
पौराणिक मान्यता के अनुसार प्राचीन काल में अनलासुर नाम का एक दैत्य था। इस दैत्य के कोप से स्वर्ग और धरती पर त्राही-त्राही मची हुई थी। अनलासुर ऋषि-मुनियों और आम लोगों को जिंदा निगल जाता था। दैत्य से त्रस्त होकर देवराज इंद्र सहित सभी देवी-देवता और प्रमुख ऋषि-मुनि महादेव से प्रार्थना करने पहुंचे। सभी ने शिवजी से प्रार्थना की कि …
Read More »हनुमान जी संजीवनी बूटी के लिए उखाड़ ले गए थे द्रोणगिरि-उत्तराखंड
उत्तराखंड के चमोली जनपत स्थित एक गांव है द्रोणगिरि। यहां पर स्थित पर्वत के बारे में मान्यता है कि यह वही पर्वत है जिसे हनुमान जी संजीवनी बूटी के लिए उखाड़ ले गए थे।…… रामायण की कथा के अनुसाल लक्ष्मण-मेघनाद युद्ध में मेघनाद के वार से लक्ष्मण मूर्छित होकर युद्धस्थल में गिर गए थे। जिसके बाद सुषेन वैद्य को बुलाया …
Read More »क्या आप जानते है की दाएं हाथ में ही क्यों लें प्रसाद?
हिन्दू धर्म व संस्कृति में भगवान को भोग लगाकर प्रसाद बांटना पूजा का एक जरूरी अंग माना जाता है। अक्सर लोग प्रसाद ग्रहण करते समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान नहीं देते है। ऐसी मान्यता है कि उल्टे हाथ में प्रसाद लेना शुभ नहीं माना जाता है। प्रसाद लेते समय हमेशा सीधे हाथ ऊपर रखना चाहिए और उसके नीचे उल्टा …
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