Breaking News

Tag Archives: MUNSI PREMCHAND KI KAHANI

मुंशी प्रेमचंद की कहानी : विजय!!

munshee premachand kee kahaanee : vijay

शहजादा मसरूर और मलका मखमूर दोनों शादी करके काफी खुश रहने लगे। मसरूर गाय चराता और खेत जोतता, तो वहीं मखमूर खाना पकाती और चरखा चलाती। इस तरह दोनों मिलजुल कर अपना जीवन चलाते थे। दोनों अपनी इस शादी-शुदा जिंदगी से काफी खुश थे। उनके जीवन में कोई फिक्र या परेशानी नहीं थी, लेकिन जैसे हर दिन एक जैसा नहीं …

Read More »

मुंशी प्रेमचंद की कहानी : नमक का दारोगा!!

नमक का नया विभाग बनने के बाद नमक के व्यापार पर रोक लग गई। बावजूद इसके लोग चोरी-छिपे इसका व्यापार कर रहे थे। नमक का व्यापार करने के लिए कई हथकंडे अपनाए गए। व्यापारियों ने कभी घूस देकर, तो कभी अपनी चालाकियों से इस व्यापार को अंजाम दिया। इधर, कुछ अधिकारी नमक विभाग में दारोगा पद के लिए लाइन में …

Read More »

मुंशी प्रेमचंद की कहानी : नरक का मार्ग!!

‘भक्तमाल’ पढ़ते हुए न जाने कब नींद आ गई पता ही नहीं चला। भागवत प्रेम में ही कई महात्मा हर दम मग्न रहते थे। इस तरह की लग्न और भक्ति बड़े ही तप से प्राप्त होती है। क्या मुझसे वैसा तप नहीं हो पाएगा? जीवन में भक्ति से बड़ा क्या कोई सुख है? आभूषणों और धन-दौलत से जो प्रेम हो …

Read More »

मुंशी प्रेमचंद की कहानी : लैला!!

कौन है लैला, वह कहां से आई है, यह सब किसी को मालूम न था। तेहरान की चौक पर एक रोज लोगों ने खूबसूरत सुंदरी को हाथों में डफली लिए गजल गाते और झूमते देखा। देखते ही देखते पूरे तेहरान में एक खूबसूरत महिला की चर्चा होने लगी। वह कोई और नहीं, बल्कि लैला ही थी। लैला की सुंदरता को …

Read More »

मुंशी प्रेमचंद की कहानी: शूद्र!!

गांव के सिरे पर एक मां-बेटी झोपड़ी में रहती थी। मां विधवा थी तो बेटी कुवांरी। घर में और कोई आदमी न था। बेटी गौरा बाग से पत्तियां बटोर कर लाती तो मां गंगा भाड़ झोंकती थी। इससे सेर भर अनाज मिल जाता तो दोनों खाकर सो पड़ती थी। इसी से उनका गुजर-बसर हो रहा था। हर मां की तरह …

Read More »

मुंशी प्रेमचंद की कहानी: अपनी करनी!!

ओह हो! मेरे ही कर्मों की वजह से आज मैं इतना अभागा महसूस कर रहा हूं। मेरे ऊपर आज अपमान भी हंसता होगा, क्योंकि मैंने खुद अपने हाथों से सब कुछ उजाड़ दिया। एक साल पहले मैं इतना किस्मत वाला था, क्या ही कहूं। आराम की जीवन, अच्छी सेहत, पत्नी और दो प्यारे बच्चे, ऊंचा घराना उसपर पढ़ा-लिखा होने के …

Read More »

मुंशी प्रेमचंद की कहानी : पूस की रात!!

हल्कू ने घर आकर अपनी पत्नी मुन्नी से कहा, “घर में जो रुपए रखे हैं उसे ले आओ, सहना आया है, उसे दे देता हूं, ताकि उससे पीछा छूटे।” बरामदे में झाड़ू लगा रही मुन्नी ने पलटकर गुस्से से हल्कू को देखा और बोली, “चार रुपए ही तो बचे हैं घर में, अब वो भी सहना को दे दोगे, तो …

Read More »

मुंशी प्रेमचंद की कहानी : पंच परमेश्वर !!

जुम्मन शेख और अलगू चौधरी दो पक्के दोस्त थे। वो हिस्सेदारी में खेती करते थे, यहां तक कि उनका कुछ लेन-देन भी एक साथ होता था। दोनों एक दूसरे पर पूरा विश्वास करते थे। जुम्मन जब हज पर गया, तो अलगू पर अपने घर की जिम्मेदारी छोड़ गया था और जब अलगू बाहर किसी काम से जाता, तो जुम्मन को …

Read More »

मुंशी प्रेमचंद की कहानी : धिक्कार!!

बात उस समय की है जब ईरान और यूनान के बीच लड़ाई हो रही थी। ईरानियों का आक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा था और यूनानी कमजोर पड़ रहे थे। आलम ऐसा था कि देश के सारे व्यापार बंद हो चुके थे और सभी युद्ध की तैयारी में जुट गए थे। यहां तक की देश के किसान भी अपने हाथों …

Read More »

मुंशी प्रेमचंद की कहानी : एक आंच की कसर!!

पूरी नगरी में श्रीमान यशोदानंद की खूब चर्चा हो रही थी। उनकी कीर्ति के बारे में नगरवासी ही नहीं, बल्कि अखबारों में तक लोग लिख रहे थे। उन्हें बधाई देने के लिए उनके घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा थी। यही तो होती है समाज सेवा, जो इंसान को इतना मान-सम्मान दिला दे। ऊंचे विचार के लोग अक्सर ही …

Read More »