अतुलित बलधामं नमामि स्वर्णशैलाभदेह नमामि दनुज–बल–कृशानु नमामि, ज्ञानिनामग्रगण्यम् नमामि। सकल गुणनिधानं नमामि वानराणामधीशं नमामि। रघुपति प्रियभत्तं नमामि वातजातं नमामि।। आज का भोगोन्मुख मानव अमर्यादित कामाचार, अभक्ष्य भक्षणादि प्रवृत्तियों में फंसकर किंकर्त्तव्य विमूढ़ हो रहा है। जहां कहीं यत्र-तत्र थोड़ी-बहुत धार्मिकता या आध्यात्मिकता के अंश हैं, तो वहां उनके आचरण में दम्भ ईर्ष्या-द्वेष, पाखण्डादि की दुष्प्रवृत्तियां भी दृष्टिगोचर हो रही हैं। …
Read More »Tag Archives: namaami
है धन्य तेरी माया जग में शिव शंकर डमरू वाले
नमामि शंकर, नमामि हर हर, नमामि देवा महेश्वरा । नमामि पारब्रह्म परमेश्वर, नमामि भोले दिगम्बर ॥ है धन्य तेरी माया जग में, ओ दुनिए के रखवाले शिव शंकर डमरू वाले, शिव शंकर भोले भाले जो ध्यान तेरा धर ले मन में, वो जग से मुक्ति पाए भव सागर से उसकी नैया तू पल में पर लगाए संकट में भक्तो में …
Read More »नमामि अम्बे दीन वत्सले
नमामि अम्बे दीन वत्सले, तुम्हे बिठाऊँ हृदय सिंहासन . तुम्हे पिन्हाऊँ भक्ति पादुका, नमामि अम्बे भवानि अम्बे .. श्रद्धा के तुम्हे फूल चढ़ाऊँ, श्वासों की जयमाल पहनाऊँ . दया करो अम्बिके भवानी, नमामि अम्बे भवानि अम्बे .. बसो हृदय में हे कल्याणी, सर्व मंगल मांगल्य भवानी . दया करो अम्बिके भवानी, नमामि अम्बे भवानि अम्बे .. namaami ambe …
Read More »