हे ईश् प्रभु परमेश्वर हम सब तुझको शीश नवाते हैं.आदि अंत हैं तुझमे प्रभुवर! तेरे ही गुण गाते हैं.जड़ चेतन में तू ही तू हैं,तू ही दिक् और काल बना.आत्म रूप बन प्राणी मात्र में,जीवन , जीवन पाल बना.तू ही तू बस ओर हैं, मै की भेट चढाते हैं.अहंभाव को तज सब में हम तेरे दर्शन पाते हैं.विविध नाम और …
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