भगवान शिव अर्थात पार्वती के पति शंकर जिन्हें महादेव, भोलेनाथ, आदिनाथ आदि कहा जाता है।* 1. आदिनाथ शिव : -* सर्वप्रथम शिव ने ही धरती पर जीवन के प्रचार-प्रसार का प्रयास किया इसलिए उन्हें ‘आदिदेव’ भी कहा जाता है। ‘आदि’ का अर्थ प्रारंभ। आदिनाथ होने के कारण उनका एक नाम ‘आदिश’ भी है।* 2. शिव के अस्त्र-शस्त्र : -* शिव …
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सवा सेर गेहुँ – मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष
प्रेमचंद हिंदी के प्रसिद्ध और महान कहानीकार हैं। आपका जन्म 31 जुलाई 1880 को बनारस के पास लमही नामक गॉव में हुआ था। आपने अपनी कहानियों के माध्यम से उस समय की सामाजिक अव्यवस्था का चरित्र-चित्रण बहुत यर्थात तरीके से किया है। प्रेमचंद जी ने शोषित-वंचित किसान की दयनीय स्थिति को अपनी कहानी सवा सेर गेहुँ में व्यक्त किया है। सवा सेर …
Read More »सभी के लिए होते हैं नियम
बात उन दिनों की है जब साबरमती के आश्रम में गांधीजी रहते थे। वह हर काम समय से करते थे। आश्रम में रहने वाले व्यक्ति को समय की महत्ता का विशेष पाठ गांधीजी दिया करते थे। वहां दोपहर और रात के भोजन के लिए दो घंटी बजाईं जाती थीं। उसी दौरान आकर भोजन करना अनिवार्य था। जो लोग दूसरी …
Read More »मनाएँ शिवरात्रि 101 प्राचीन शिवलिंगों के अभिषेक साथ!
श्री नीलकंतेश्वर जी श्री रामेश्वर जी श्री गोपालेश्वर जी श्री पातालेश्वर जी श्री दशमेश्वर जी श्री घ्रनेश्वर जी श्री जागेश्वर जी श्री मामलेश्वर जी श्री केदारनाथ जी श्री महाकालेश्वर जी श्री राजेश्वर जी श्री मल्लिकार्जुन जी श्री विश्वनाथ जी श्री ब्रहमलेश्वर जी श्री बैजनाथ जी श्री भीमशंकर जी श्री सोमनाथ जी
Read More »शंकर की आधी प्रतिमा पुरुष की है और आधी स्त्री की – अर्धनारीश्वर
शंकर की आधी प्रतिमा पुरुष की है और आधी स्त्री की – अर्धनारीश्वर – यह तो अनूठी घटना है। लेकिन जो जीवन के परम रहस्य में जाना चाहते है, उन्हें शिव के इस रूप को समझना पड़ेगा। अर्धनारीश्वर का अर्थ यह हुआ कि आपका ही आधा व्यक्तित्व आपकी पत्नी और आपका ही आधा व्यक्तित्व आपका पति हो जाता है। आपकी …
Read More »सारे तीर्थ धाम आपके चरणो में
सद्गुरु जिन का नाम है, मन के भीतर धाम है ऐसे दीनदयाल को मेरा बार बार प्रणाम है कैसे करूँ मैं वंदना, ना स्वर है ना आवाज आज पृख्शा है मेरी, मेरी लाज राखो गुरु आप कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हसे हम रोए ऐसी करनी कर चलो, हम हसे जग रोए तीन लोक नव खंड में, गुरु से …
Read More »गाइये गणपति जगवंदन
गाइये गणपति जगवंदन | शंकर सुवन भवानी के नंदन ॥ सिद्धि सदन गजवदन विनायक | कृपा सिंधु सुंदर सब लायक ॥ मोदक प्रिय मुद मंगल दाता | विद्या बारिधि बुद्धि विधाता ॥ मांगत तुलसीदास कर जोरे | बसहिं रामसिय मानस मोरे ॥ wish4me to English gaiye ganapati jagavandan | shankar suvan bhavaanee ke nandan . siddhi sadan gajavadan vinaayak | …
Read More »गणपति गणेश को मेरा प्रणाम है
गणपति गणेश को, उमा पति महेश को मेरा प्रणाम है जी, मेरा प्रणाम है जी अनजानी के पूत को, राम जी के दूत को मेरा प्रणाम है जी, मेरा प्रणाम है जी कृष्ण कन्हैया को, दाऊ जी के भैया को मेरा प्रणाम है जी, मेरा प्रणाम है जी माँ शेरा वाली को, खंडे खप्पर वाली को मेरा प्रणाम है जी, …
Read More »हम सब गातें हैं तेरी वंदना
तर्ज: जहां डाल डाल पर सोने की चिड़िया। हम सब गातें हैं तेरी वदंना, शिव के लाल गणेशा। मेरे अंग संग रहना हमेशा, मेरे अंग संग रहना हमेशा। नमामिः गणपत, नमामिः गजानन, नमामि देवो लम्बोदरा। नमामि: रिद्धी सिद्धी वर दाता, नमामिः गौरी सुत नंदना। हम सब गातें हैं तेरी वदंना, शिव के लाल गणेशा। मेरे अंग संग रहना हमेशा, मेरे …
Read More »बाबा बैजनाथ धाम की कथा
भगवान शिव के भक्त रावण और बाबा बैजनाथ की कहानी बड़ी निराली है. पौराणिक कथा के अनुसार दशानन रावण भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए हिमालय पर तप कर रहा था. वह एक-एक करके अपने सिर काटकर शिवलिंग पर चढ़ा रहा था. 9 सिर चढ़ाने के बाद जब रावण 10वां सिर काटने वाला था तो भोलेनाथ ने प्रसन्न होकर …
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