एक बार एक दुष्ट बाघ के गले में हड्डी फंस गई। अब न तो वह ठीक से सांस ले पा रहा था। न ही बोल पा रहा था। बहुत प्रयास करने के बाद भी वह हड्डी नहीं निकाल पाया। वह इस तकलीफ से निजात पाने के लिए मदद ढूंढने लगा। वह सभी जानवरों के पास गया। सबसे गले में फंसी …
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विक्रम बेताल की कहानी: ज्यादा पापी कौन!!
बेताल के उड़ने के बाद दोबारा विक्रमादित्य शिंशपा वृक्ष की ओर दौड़े और पेड़ पर उल्टे लटके बेताल को कंधे पर लादकर चल पड़े। इसी बीच एक बार फिर बेताल ने राजा को एक नई कहानी सुनाते हुए कहा – बहुत समय पहले एक भोगवती नाम की नगरी हुआ करती थी। उस नगरी में राज रूपसेन का राज हुआ करता …
Read More »विक्रम बेताल की कहानी: बड़ा बलिदान किसका – बेताल पच्चीसी!!
हर बार की तरह राजा विक्रम फिर बेताल को पेड़ से नीचे उतारता है और पीठ पर लादकर उसे योगी के पास ले जाने के लिए चल देता है। ऐसे में एक बार फिर बेताल राजा विक्रम को बोलने पर विवश करने के लिए एक नई कहानी कहना शुरू करता है। कहानी है, राजा रूपसेन और अंगरक्षक वीरवर की। वर्धमान …
Read More »विक्रम बेताल की प्रारंभिक कहानी!!
विक्रम बेताल की प्रारंभिक कहानी कुछ इस प्रकार है। बहुत समय पहले की बात है। उज्जयनी नाम के राज्य में राजा विक्रामादित्य राज किया करते थे। राजा विक्रामादित्य की न्यायप्रियता, कर्तव्यनिष्ठता और दानशीलता के चर्चे पूरे देश में मशहूर थे। यही कारण था कि दूर-दूर से लोग उनके दरबार में न्याय मांगने आया करते थे। राजा हर दिन अपने दरबार में …
Read More »शेखचिल्ली की कहानी : ख्याली जलेबी!!
एक बार एक बुजुर्ग महिला किसी काम से कहीं जा रही थी। तभी सड़क पार करते हुए एक वाहन से उसकी टक्कर हो गई। गाड़ी के टकराने से महिला बेहोश होकर नीचे गिर गई और वाहन चालक मौके से फरार हो गया। दुर्घटना का पता चलते ही आसपास के लोग तुरंत बुजुर्ग महिला के पास पहुंचे और उसे होश में …
Read More »विक्रम बेताल की कहानी: पत्नी किसकी!!
कई प्रयासों के बाद राजा विक्रमादित्य ने एक बार फिर बेताल को पकड़ लिया। वह उसे जब योगी के पास ले जाने लगे, तो बेताल ने नई कहानी शुरू कर दी। बेताल ने नई कहानी सुनाते हुए कहा…. एक समय की बात है, धर्मपुर नाम के नगर में गंधर्वसेन नाम का युवक रहता था। गंधर्वसेन की कद-काठी बहुत आकर्षक थी। …
Read More »महाभारत की कहानी: दानवीर कर्ण !!
महाभारत की कथा में कई महान चरित्रों का जिक्र है। उन्हीं में से एक थे दानवीर कर्ण। श्रीकृष्ण हमेशा कर्ण की दानवीरता की प्रशंसा करते थे। वहीं, अर्जुन और युधिष्ठिर भी दान-पुण्य करते रहते थे, लेकिन श्रीकृष्ण कभी उनकी प्रशंसा नहीं करते थे। एक दिन अर्जुन ने श्रीकृष्ण से इसका कारण पूछा। श्रीकृष्ण बोले, “समय आने पर वह यह साबित …
Read More »शेखचिल्ली की कहानी : खिचड़ी!!
शेखचिल्ली एक बार अपनी सास से मिलने के लिए ससुराल गया। दामाद के आने की खबर मिलते ही सासु मां ने शेख के लिए खिचड़ी बनाना शुरू कर दिया। शेख भी कुछ देर बाद ससुराल पहुंच गए। वहां पहुंचते ही सासु से मिलने के लिए शेख सीधे रसोई में चला गया। सास से बातें करते हुए अचानक शेखचिल्ली का हाथ …
Read More »सोने की बाली – अकबर और बीरबल की कहानियाँ !!
एक दिन की बात है जहाँ पनाह अकबर के दरबार मे सुबह-सुबह कोई सफाई कर रहा था। वो एक फूलदान की सफाई कर रहा था। फिर अचानक वह फूलदान उसके हाथ से फिसल जाता है और टूट जाता है। सेवक फूलदान टूटने से घबरा जाता है और कहता है या खुदा ये क्या हो गया ये तो जहाँ पनाह का …
Read More »खुदा के गुलाम !!
इब्राहिम बल्ख के बादशाह थे। सांसारिक विषय- भोगों से ऊबकर वे फकीरों का सत्संग करने लगे। बियाबान जंगल में बैठकर उन्होंने साधना की । एक दिन उन्हें किसी फरिश्ते की आवाज सुनाई दी, ‘मौत आकर तुझे झकझोरे, इससे पहले ही जाग जा । अपने को जान ले कि तू कौन है और इस संसार में क्यों आया है। ‘ यह …
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