मे नचू तू नाचासवारिया रास की शार भरे तां मानणमे अनुपम प्रेम झारे जीवन मे || रास|| तेरी याद ना बिसरे एक पल2 ऐसा मस्त भनसवारिया प्रेम मगन झूमू कुंजन मे भाजकी लता पता निधि वाँ मे || प्रेम|| ब्रज की रानिराधा रानी2 उनसे हमे मिलसवारिया हरफल तेरा रूप निहारू सोवत जगत तुजे पुकारू || हरफल|| हरी हर के मंकी …
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