जिन्दगी हंसाये तो समझना अच्छे कर्मो का फल है, *जब रुलाये तो समझना अच्छे कर्म करने का समय आ गया।* *आत्म_संतुष्टी* पुराने समय की बात है, एक गाँव में दो किसान रहते थे। दोनों ही बहुत गरीब थे, दोनों के पास थोड़ी थोड़ी ज़मीन थी, दोनों उसमें ही मेहनत करके अपना और अपने परिवार का गुजारा चलाते थे। अकस्मात कुछ …
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