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Tag Archives: Bhaarat

कैलाश मानसरोवर

kailash-mansarover

कैलाश मानसरोवर को शिव-पार्वती का घर माना जाता है। सदियों से देवता, दानव, योगी, मुनि और सिद्ध महात्मा यहां तपस्या करते आए हैं। प्राचीन ग्रंथों के अनुसार हिमालय जैसा कोई दूसरा पर्वत नहीं है क्योंकि यहां भगवान शिव का निवास है और मानसरोवर भी यहीं स्थित है। हर वर्ष मई-जून महीने में भारत सरकार के सौजन्य से सैकड़ों तीर्थयात्री कैलाश …

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राम भी आकर यहाँ दुःख सह गये

Nahaye Dhoye ke jo mn ka mael na jaye bhajan

राम भी आकर यहाँ दुःख सह गये तुलसी अपनी रामायण में कह गये राम मर्यादा सिखाने आये थे धर्म के पथ पर चलाने आये थे राम भी आकर यहाँ दुःख सह गये प्रेम हो तोह भारत जैसे भाई का राज चरणों में रहा रघुराई का जुलम केकई के भारत भी सह गये उर्मिला साक्षात् सती की शान  है जिसकी आरती …

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सांता क्रूज कैथेड्रल

saanta krooj kaithedral

सांता क्रूज बैसिलिका, केरल के फोर्ट कोच्चि में के.बी याकूब रोड पर स्थित एक रोमन कैथोलिक कैथेड्रल है जो केरल के बेहतरीन और प्रभावशाली चर्चों में से एक है। सेंट फ्रांसिस चर्च के पास स्थित करीब यह प्रधान गिरजाघर कोचीन के सूबे में अंतर्गत मुख्य चर्च है। यह कैथेड्रल भारत में सबसे पुराने चर्चों में से एक है और साथ …

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मां गंगा का धरती पर जन्‍म (Birth of maa Ganga on the Earth)

mere sar pe jhunjhanavaalee chunariya daal kar rakhatee hai

शास्‍त्रों के अनुसार माना गया है कि महाराजा भगीरथ ने अपने पूर्वजों का उद्धार करने के लिए कठोर तप किया था और धरती के पाप कम करने के लिए मां गंगा को धरती पर लेकर आए थे. मां के जन्‍म की कथा बहुत ही प्रसिद्ध और पावन है. इसे सुनने से भी मां का आशीर्वाद भक्‍तों पर बना रहता है. …

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संतोषी माता की चालीसा (Santoshi Mata Chalisa)

Santoshi-mata

संतोषी माता को हिन्दू धर्म में गणेश जी की पुत्री माना जाता है, हालांकि इस बात का प्रमाण पुराणों में नहीं है। उत्तर भारत में माता संतोषी की पूजा के लिए शुक्रवार का व्रत करने का विधान है। शुक्रवार के दिन मां संतोषी की पूजा में निम्न चालीसा का भी प्रयोग किया जाता है। संतोषी माता की चालीसा  (Santoshi Mata …

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सालासर के मंदिर में हनुमान विराजे रे

saalaasar ke mandir mein hanumaan viraaje re

थारे झांझ नगाड़ा बाजे रे, सालासर के मंदिर में हनुमान विराजे रे। हनुमान विराजे रे बठे बजरंग विराजे रे॥ भारत राजस्थान में जी सालासर एक ग्राम, सूरज शामी बनो देवरों महमा अप्रम पार। थारे लाल ध्वजा फेहरावे रे, सालासर के मंदिर में हनुमान विराजे रे॥ नारेला की गिनती कोनी बाबा सुवरण छत्र हजार, दूर देश से दर्शन करने आवे नर …

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jan gan mann adhinaayak jay hai, bhaarat bhagya vidhaata

national anthem

राष्ट्रीय गीत जन गण मन अधिनायक जय हो भारत भाग्य विधाता पुंजाब सिंध गुजरात मराठा द्रविड़ उत्कल बंग विंध्य हिमांचल जमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग तब शुभ नामे जागे तब शुभ आशिष मांगे गाये तब जय गाठा जन गण मंगल दायक जय हे भारत भाग्य विधाता जय हे जय हे जय हे जय जय जय जय हे Raashtreey geet jan …

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भारत माता मंदिर, वाराणसी

Bharat Mata Mandir

यह अपने ढंग का अनोखा मंन्दिर है. यह मंदिर केवल ‘भारत माता’ को समर्पित है. भारत माता मंदिर का निर्माण बाबू शिवप्रसाद गुप्त द्वारा करवाया गया था, जबकि इसका उद्घाटन वर्ष 1936 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा हुआ था. मंदिर में किसी देवी-देवता की मूर्ति स्थापित नहीं है. केवल भारत का भू मानचित्र है, जो संगमरमर के टुकड़ो पर उकेरा …

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राजकुमारी सुकन्या का बलिदान

Rani Ka Harr Story

प्राचीनकाल की बात है। उस समय भारत में राजा शर्याति का शासन था। वे अत्यंत न्यायप्रिय, प्रजासेवक एवं कुशल प्रशासक थे। सद्गुणों का व्यापक प्रभाव राजा के पुत्र-पुत्रियों पर भी पड़ा। एक दिन राजा शर्याति अपने पुत्र-पुत्रियों के साथ वन विहार के लिए निकले। राजा- रानी तो एक सरोवर के समीप विश्राम के लिए बैठ गए लेकिन उनके पुत्र-पुत्रियां परस्पर …

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चाणक्य की सीख‬

Chanekya Ki Sikh Story

बात 325 ई. पू. की है, जब भारत में मौर्य वंश का शासन था। सम्राट चंद्रगुप्त एक कुशल योद्धा, सेनानायक तथा महान विजेता ही नहीं थे, बल्कि एक योग्य शासक भी थे और उनकी सुदृढ़ शासन व्यवस्था का प्रमुख आधार चंद्रगुप्त मौर्य के महामंत्री चाणक्य थे। शासन व्यवस्था पर उनका पूरा अंकुश था। कहा जाता है एक दिन एक विदेशी …

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