Breaking News

Tag Archives: mandir

जय हरिहर

Jai Harihar Bhajan

हरि-हर, शिव-विष्णु एक ही आदिशक्ति के दो स्वरुप, एक पालन करते हैं, दूसरा नवसृजन के पहले विनाश करते हैं। सृष्टि की यही कार्यप्रणाली स्थापित की गई है। एक ही दिव्य ज्योति से दोनो ही प्रकट हुए हैं। दोनो में न कोई भेद है और न ही कोई अंतर। भगवान विष्णु को भजे बिना शिव प्रसन्न नहीं होते और महादेव के …

Read More »

अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी

meree sunakar karun pukaar saavara aaega

 अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी शारदा भवानी मोरी शारदा भवानी करदो कृपा महारानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो… ऊँची पहाड़िया पे मंदिर बनो है मंदिर में मैया को आसान लगो है सान पे बैठी महारानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो… रोगी को काया दे निर्धन को माया बांझन पे किरपा ललन घर आया मैया बड़ी वरदानी मोरी शारदा भवानी …

Read More »

सब गोकुल के शाम

Suni Kanha Teri Bansuri

बन्दे सब गोकुल के शाम कृष्ण वही है कंस वही है वही रावण वही रामहर अंतर में हरी का वासा जीव फिरे क्यों दर दर प्यासा मन मंदिर से मुर्ख बन्दे कोई बड़ा नहीं धाम करम बुरा है कर्मा भला है इन कर्मो से जीव बंधा है अपने गुणों से कोई रावण अपने गुणों से राम कर्म की पूजा नाम …

Read More »

वेदमालि को भगवत्प्राप्ति

Two friends devotee

  प्राचीन काल की बात है । रैवत मन्वंतर में वेदमालि नाम से प्रसिद्ध एक ब्राह्मण रहते थे, जो वेदांगों के पारदर्शी विद्वान थे । उनके मन में संपूर्ण प्राणियों के प्रति दया भरी हुई थी । वे सदा भगवान की पूजा में लगे रहते थे, किंतु आगे चलकर वे स्त्री, पुत्र और मित्रों के लिए धनोपार्जन करने में संलग्न …

Read More »

कर्तव्यपरायणता का अद्भुत आदर्श

bhagavaan bhaaskar kee aaraadhana ka adbhut phal

प्राचीन काल में सर्वसमृद्धिपूर्ण वर्धमान नगर में रूपसेन नाम का एक धर्मात्मा राजा था । एक दिन उसके दरबार में वीरवर नाम का एक गुणी व्यक्ति अपनी पत्नी, कन्या एवं पुत्र के साथ वृत्ति के लिए उपस्थित हुआ । राजा ने उसकी विनयपूर्ण बातों को सुनकर प्रतिदिन एक सहस्त्र स्वर्णमुद्रा का वेतन नियत कर सिंहद्वार के रक्षक के रूप में …

Read More »

सारथ्य

Abhimanu Mahabharat Mahakavye

भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत – संग्राम में और किसी का सारथ्य न करके अर्जुन ही सारथ्यकार्य क्यों किया, यह भी एक विचारणीय विषय है । जब भगवान अपनी सारी नारायणी सेवा कौरवों को देकर पाण्डवों की ओर से स्वयं अशस्त्र रहकर महायुद्ध में योगदान करने का वचन अर्जुन को दे चुके थे तब उन्हें कोई – न कोई काम करना …

Read More »

कर्तव्यपरायणता का अद्भुत आदर्श

Jai Lakshmi Ramana Jai Lakshmi Ramana

प्राचीन काल में सर्वसमृद्धिपूर्ण वर्धमान नगर में रूपसेन नाम का एक धर्मात्मा राजा था । एक दिन उसके दरबार में वीरवर नाम का एक गुणी व्यक्ति अपनी पत्नी, कन्या एवं पुत्र के साथ वृत्ति के लिए उपस्थित हुआ । राजा ने उसकी विनयपूर्ण बातों को सुनकर प्रतिदिन एक सहस्त्र स्वर्णमुद्रा का वेतन नियत कर सिंहद्वार के रक्षक के रूप में …

Read More »

द्वादश ज्योतिर्लिंगों के अर्चा विग्रह – 2) श्री मल्लिकार्जुन

Dvadash Jyotirling

दक्षिण भारत में तमिलनाडू में पाताल गंगा कृष्णा नदी के तट पर वृपवित्र श्रीशैल पर्वत है, जिसे दक्षिण का कैलास कहा जाता है । श्रीशैल पर्वत के शिखर दर्शन मात्र से भी सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और आवागमन के चक्र से मुक्ति मिल जाती है । इसी श्रीशैल पर भगवान मल्लिकार्जुन का ज्योतिर्मय लिंग स्थित है । मंदिर …

Read More »

चिलकुर बालाजी मंदिर, हैदराबाद

mandirchikul

श्री वेंकटेश्वर स्वामी को समर्पित यह मंदिर मेहंदीपटनम से 23 कि.मी. दूर है. इसे वीसा-बालाजी भी कहते हैं, क्योंकि लोगों की यह मान्यता है, कि अमरीकी वीज़ा का इंटरव्यू इनकी कृपा से सकारात्मक परिणाम देता है. हैदराबाद का चिलकुर बाली मंदिर विसा बालाजी मंदिर और विसा भगवान के नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्रचीन हिंदू मंदिर है …

Read More »

सचिन तेंदुलकर मंदिर, बिहार

Sachin Tendulkar Mandir Bihar

भोजपुरी अभिनेता मनोज कुमार तिवारी सचिन ने बिहार के कैमूर जिले के अतरवलिया गांव में तेंदुलकर के मंदिर का निर्माण करवाया है. इस मंदिर में तेंदुलकर की मूर्ति के साथ-साथ भारतीय क्रिकेट टीम के वर्तमान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह की भी मूर्ति स्थापित की जाएगी. मनोज तिवारी का मानना है कि यह मंदिर सचिन को सम्मान देने …

Read More »