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मैं इस_VIP दर्शन का विरोध करता हूं

ना #मस्जिदों में VIP टिकट है, ना #गुरुद्वारा में और ना ही किसी #Church में, वहां #अमीर #गरीब सब एक साथ अपने ईश्वर का पूजा करते है, इसी से उनमें एकता है ,अब आते हैं हमारे हिंदू धर्म में, हाल में ही मेरे मित्र #विश्वनाथजी के मन्दिर गया था बनारस, आज से कुछ वर्ष पहने वहां ना वीआईपी लाइन थी …

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कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्

shiv

हिन्दू मान्यता के अनुसार, किसी भी पूजा से पहले भगवान गणेश की स्तुति की जाती है. उसी तरह किसी भी देवी-देवता की आरती के बाद कर्पूर मंत्र का जाप करने का अपना महत्व है. भगवान शिव की ये स्तुति शिव-पार्वती विवाह के समय विष्णु द्वारा गाई गई है.   ये समझा जाता है कि भगवान शिव जो  शमशान वासी हैं, उनका …

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डीडी कोसाम्बी की इतिहास दृष्टि

अभी कुछ दिनों पहले इतिहास लेखन वाले भाग में मैंने लिखा था कि 1950 के दशक में मार्क्सवादी इतिहास लेखन का उदय हुआ, जिसका प्राचीन भारतीय इतिहास के पुनर्लेखन में सबसे प्रभावशाली भूमिका रही। मार्क्सवादी इतिहास लेखन पर अधिकाँश लोग ये आरोप लगाते हैं कि इसने प्राचीन भारतीय इतिहास को विकृत कर दिया लेकिन इस लेखन की सबसे बड़ी उपलब्धि …

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जय श्री राम

कई लोग ये पूछते हैं कि श्रीराम ने धनुष उठा कर स्वयंवर की शर्त तो पूरी कर ही दी थी, फिर उस धनुष को भंग करने की क्या आवश्यकता थी?यदि आप मेरा दृष्टिकोण पूछें तो मैं यही कहूंगा कि उस धनुष की आयु उतनी ही थी। अपना औचित्य (देवी सीता हेतु श्रीराम का चुनाव) पूर्ण करने के उपरांत उस धनुष …

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DoYouKnow

भारत में पहले बैडमिंटन को ‘पूना’ कहा जाता था। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह पूना शहर में प्रसिद्ध खेल था। भारत में पूना, पहला शहर था, जहाँ बैडमिंटन को लेकर नियम बनाए गए थे। ऐसा माना जाता है कि बैडमिंटन की शुरुआत भारत में सबसे पहले हुई थी, क्योंकि इस तरह का एक और खेल – बॉल बैडमिंटन के नाम से …

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वासुदेव बलवंत फड़के

अगर बात करे भारतीय स्वतंत्रता की क्रांति और उन क्रांतिकारियों की जिनकी वजह से देश को आजादी मिली तो इतिहास की रेत में शायद हज़ारों नाम दबे मिले। पर हम सिर्फ कुछ नामों से ही रु-ब-रु हुए हैं। वैसे तो भारत माँ के इन सभी सपूतों के बारे में जानकारी सहेजने की कोशिश जारी है ताकि आने वाली हर पीढ़ी …

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भोजन संस्कृति

हमने कभी वेदों का अध्ययन नही किया,हमने कभी गीता पढ़कर उसे अमल में लाने का प्रयास नही किया,हमने योग विद्या को कभी नही अपनाया,हमने आयुर्वेद में कोई अनुसंधान नही किया,हमने संस्कृत भाषा को कोई महत्व नही दिया ऐसी बहुत सी अच्छी और महत्वपूर्ण चीजें है जो हमारे पूर्वज हमारे बुजुर्ग हमे विरासत में दे गए पर हम पाश्चात्य संस्कृति अपनाने …

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पॉजिटिव सोच

आपसे कोई पूछे भारत के सबसे अधिक शिक्षित एवं विद्वान व्यक्ति का नाम बताइए जो-▪️डाक्टर भी रहा हो,▪️वकील भी रहा हो,▪️IPS अधिकारी भी रहा हो,▪️IAS अधिकारी भी रहा हो,▪️कुलपति भी रहा हो,▪️विधायक, मंत्री, सांसद भी रहा हो,▪️चित्रकार, फोटोग्राफर भी रहा हो,▪️मोटिवेशनल स्पीकर भी रहा हो,▪️पत्रकार भी रहा हो,▪️संस्कृत, गणित का विद्वान भी रहा हो,▪️इतिहासकार भी रहा हो,▪️समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र का भी …

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#AlluriSitaRamaRaju

भारत की आज़ादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले वीर क्रांतिकारी अल्लूरी सीताराम राजू का जन्म 4 जुलाई 1897 को हुआ था.उन्होंने देश के स्वतंत्रता आन्दोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। सन 1882 में मद्रास फारेस्ट एक्ट को मंजूरी दी गयी थी जिसके कारण जंगल में रहने वाले जनजाति के लोगो पर बहुत बड़ा संकट आ गया था। …

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परफॉरमेंस देखनी हो तो ‘शक्ति’ ज़रूर देखें

अमिताभ बच्चन ने कभी एक इंटरव्यू में कहा था कि दिलीप साब की ‘गंगा जमुना’ उन्होंने कम से कम पच्चीस मर्तबे देखी थी. मतलब, वो बहुत बड़े फैन थे दिलीप साब के. इसीलिए एक सुबह जब उन्होंने खुद को ‘शक्ति’ में पाया तो लगा मानों खुदा मिल गया है. इसमें वो दिलीप साब के बेटे थे. दोस्तों और शुभचिंतकों ने …

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