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स्वामी विवेकानंद की प्रेरक कहानी – सत्य का साथ

स्वामी विवेकानंद

स्वामी विवेकानंद बचपन से ही बुद्धिमान छात्र थे। उनके तेज दिमाग और प्रभावशाली बातों की वजह से सभी उनकी तरफ खींचे चले जाते थे। एक दिन स्कूल में भी स्वामी विवेकानंद अपने दोस्तों से बातें कर रहे थे। बातों-ही-बातों में स्वामी उन सबको एक कहानी सुनाने लगे। उनके दोस्तों को कहानी अच्छी लग रही थी, इसलिए सभी ध्यान से सुन …

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कल फिर सुबह होगी

कल फिर सुबह होगी

होसला न हर ए-मुसाफिरोये जिंदगी एक नया मोड लेगीक्योकि कल फिर सुबह होगी काम की राह में जब तुम चलोगेफिर से सभी दोस्तो से गले मिलोगेये दस्तूर है जिंदगी का ठोकर तो लगेगीपर होसला ना हर ए मुसाफिरोक्योकि कल फिर सुबह होगी किसी को दुकान तो किसी को स्कूल की जल्दी होगी।फिर से वोही दोस्तो की पार्टिया होगीचल देगे बिना …

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भाग्य भरोसे कुछ नहीं होगा

भाग्य भरोसे

भाग्य भरोसे कुछ नहीं होगाकर्म की लत लगानी है। हारे मन से कुछ नहीं होगा।जीत की शर्त लगानी है। किनारें बैठे कुछ नहीं होगा।उफ़ानों में छलांग लगानी है। आसमां को देखें कुछ नहीं होगा।तूफानों में पतंग उड़ानी है। चुप्पी साधे कुछ नहीं होगा।अब ईंट से ईंट बजानी है। Translate in English Nothing will happen by lucknothing will happen by luckYou …

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बहुत ज़रूरी होती शिक्षा

बहुत ज़रूरी होती शिक्षा

बहुत ज़रूरी होती शिक्षा,सारे अवगुण धोती शिक्षा.चाहे जितना पढ़ लें हम पर,कभी न पूरी होती शिक्षा.शिक्षा पाकर ही बनते हैं,नेता, अफ़सर शिक्षक.वैज्ञानिक, यंत्री व्यापारी,या साधारण रक्षक.कर्तव्यों का बोध कराती,अधिकारों का ज्ञान.शिक्षा से ही मिल सकता है,सर्वोपरि सम्मान.बुद्धिहीन को बुद्धि देती,अज्ञानी को ज्ञान.शिक्षा से ही बन सकता है,भारत देश महान. Education was very Important Education was very importantEducation washes away all …

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जीवन की सच्चाई

चला है जिक्र ,जीवन की घट रही है लंबाई|सो जी में आया ,मैं भी देखूँ क्या है सच्चाई|ना पढूं ,ना सुनूं , ना सफ़र करूं तो मरता हूँ |किसी की परवाह नहीं करता कोई यहाँ पर,काँटों से गुजरता हूँ ,मैं धोखों से उभरता हूँ |आत्मविश्वास खोकर ,उम्मीद सारी खोकर,मैं पल -पल यहाँ पर यूहीं मरता हूँ |जीवन तेरी सच्चाई ,देख …

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स्वामी विवेकानंद की प्रेरक कहानी – अपनी भाषा पर गर्व

स्वामी विवेकानंद की प्रेरक कहानी

बात उन दिनों की है जब स्वामी विदेश यात्रा पर गए थे। वहां उनके आदर-सत्कार के लिए कई लोग आए । उनमें से कुछ लोगों ने स्वामी से साथ हाथ मिलाना चाहा और कुछ ने अंग्रेजी में उनसे ‘हेलो’ कहा। स्वामी विवेकानंद ने जवाब में हाथ जोड़ते हुए सबको नमस्कार कहा। यह देखकर कुछ लोगों ने सोचा कि स्वामी को …

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स्वामी विवेकानंद की प्रेरक कहानी – लक्ष्य पर ध्यान

स्वामी विवेकानंद

यह उन दिनों की बात है जब स्वामी विवेकानंद अमेरिका में थे। एक दिन वो सैर के लिए निकले और घूमते-घूमते एक पुल के पास पहुंचे। तभी उनकी नजर पुल पर खड़े बच्चों पर गई। सभी बच्चे बंदूक से पुल के नीचे बहती बड़ी-सी नदी में तैर रहे अंडों के छिलकों पर निशाना लगाने की लगातार कोशिश कर रहे थे। …

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जीवन जोशी की रचनाये

jiwan joshi

शीर्षक : आस्तीनयहां कुछ भूरे हैं कुछ काले हैंसब हमने आस्तीन में पाले है।दूसरों में तब्दीली चाहते थे हमअब खुद हम बदलने वाले है। नजरें नीची कर चलते थे वोसमझा हमने वो भोले-भाले हैं।ये आज तक जान नहीं पाते हमवो हमारा ही शिकार करने वाले है। उसने तो दिखा दी थी कई बार औकातजीवन तू ही समझता रहा इसे सौगातआप …

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Yaad teri aave re sawariya

पिला दे साँवरिया,

नैनन को नाय कसूर,याद तेरी आवे रे साँवरिया,देखन को नाय क़सूर,याद तेरी आवे रे सांवरिया…… गऊवे रोवे बछड़ा तड़पे,और रोवे सब जग धाम,याद तेरी आवे रे साँवरिया,याद तेरी,याद तेरी आवे रे साँवरिया,मेरे देखन को नाहीं क़सूर,याद तेरी आवे रे सांवरिया……. असुवन ये मुखड़ा धोवे,नन्द बाबा जसोदा रोवे,और सब रोवे गोपी ग्वाल,याद तेरी आवे रे साँवरिया,याद तेरी,याद तेरी आवे रे साँवरिया,मेरे …

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Bada he pyara lagda maa bansri wala

बंसरी वाला मुरली वाला

मेनू बड़ा ही प्यारा लगदा नि माँ बंसरी वालाबंसरी वाला मुरली वालाबंसरी वाला मुरली वालाभगता दे मन वसदा नी माँ बंसरी वालामेनू बड़ा ही प्यारा लगदा नि माँ बंसरी वाला श्याम जी दे पैरा विच सोने दिया झांझराठुमक ठुमक पग धारदा नी माँ बंसरी वालाबंसरी वाला मुरली वालामुरली वाला कमली वालाओह ते भेद दिला दे दसदा नि माँ बंसरी वालामेनू …

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