परम आदर्णीय माँ दुर्गा जी को चरण स्पर्श स्वीकार हो भक्तों की मनोकामना पूर्ण करने बालीं माँ दुर्गा जी की सारे संसार में हरपल जय हो
Read More »Astrology
AM और PM का उद्गगम भारत में
क्या आप जानते हैं की समयसूचक AM और PM का उद्गगम भारत में ही हुआ था …?? लेकिन हमें बचपन से यह रटवाया गया, विश्वास दिलवाया गया कि इन दो शब्दों AM और PM का मतलब होता है : AM : Ante Meridian PM : Post Meridian एंटे यानि पहले, लेकिन किसके? पोस्ट यानि बाद में, लेकिन किसके? यह कभी …
Read More »जमींदार और गरीब बुढ़िया की कहानी
किसी श्रीमान ज़मींदार के महल के पास एक ग़रीब अनाथ विधवा की झोंपड़ी थी। ज़मींदार साहब को अपने महल का अहाता उस झोंपड़ी तक बढ़ाने की इच्छा हुई, विधवा से बहुतेरा कहा कि अपनी झोंपड़ी हटा ले, पर वह तो कई ज़माने से वहीं बसी थी; उसका प्रिय पति और इकलौता पुत्र भी उसी झोंपड़ी में मर गया था। पतोहू …
Read More »आप भी डायन
ग्यारह बजने को आए ... जाने कब दोपहर का खाना चढाऐगी चूल्हे पर .... और जाने कब खाने को मिलेगा
Read More »कुंडली
क्या करें बेटा कुछ समझ नहीं आ रहा ?”विनोद की माँ ने सामने बैठे अपने बेटे से बड़े चिंतित स्वर में पूछा ।फिर कुछ हल ना निकल पाने की स्थिति में बेटे से ही बोलीं ,“अब तू ही बता कोई रास्ता ।तूने ही इतनी जल्दीबाज़ी की शादी करने के लिए ।”“ मुझे क्या पता था ,नेहा के माँ बाप फूटी …
Read More »सत्य, शील और विद्या
एक बार आचार्य चाणक्य से किसी ने प्रश्न किया, ‘मानव को स्वर्ग प्राप्ति के लिए क्या-क्या उपाय करने चाहिए?’ चाणक्य ने संक्षेप में उत्तर दिया, ‘जिसकी पत्नी और पुत्र आज्ञाकारी हों, सद्गुणी हों तथा अपनी उपलब्ध संपत्ति पर संतोष करते हों, वह स्वर्ग में नहीं, तो और कहाँ वास करता है! आचार्य चाणक्य सत्य, शील और विद्या को लोक-परलोक के …
Read More »इनाम अकबर बीरबल कहानी
अकबर ने अपने दरबार को सभी के लिए खोल रखा था उसमें चाहे कोई व्यक्ति अपनी फ़रियाद लेकर आये या फिर अपनी प्रतिभा का प्रद्रशन करने आये। एक बार की बात है एक रामदेव नाम का गायक अपने संगीत को अकबर के दरबार में दिखाने की मंशा से राजस्थान से आया। वह अकबर के महल में प्रवेश करने लगा लेकिन …
Read More »स्वर्ग की यात्रा
एक बार बादशाह अकबर के बाल नाई काट रहा था। नाई बोला हुजूर आपने यहाँ राज्य में तो सबके लिए अच्छा प्रबंध किया है लेकिन आपके स्वर्ग में जो पूर्वज है उनके हालचाल के बारे में पता है वह वहाँ ठीक तो है ना। उनको किसी चीज़ की कमी तो नहीं है। अकबर ने बोला कैसी पागलों जैसी बात कर …
Read More »भविषयवाणी
एक बार की बात है रवि नाम का एक व्यक्ति था। उसको बचपन से ही जादू टोने और अंधविश्वास में बहुत रूचि थी। एक दिन उसको उसका बचपन का मित्र रोहन मिल गया। वह रोहन को देखकर बहुत खुश हुआ और बोला हम दस साल बाद मिल रहे है। रोहन बोला वह कंपनी के किसी काम से वहाँ पर आया …
Read More »मन की पवित्रता
किसी भी प्रकार की साधना की सफलता के लिए शास्त्रों में मन को शुद्ध-पवित्र, छल-छद्म से रहित बनाने पर जोर दिया गया है। महर्षि पतंजलि कहते हैं, अपने मन को किसी भी प्रकार के राग -द्वेषों से, तेरा-मेरा की भावना से मुक्तकर उसे परमात्मा की ओर उन्मुख करना चाहिए। मन को भगवान् से जोड़ने का नाम ही योग है।’ परमहंस …
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