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Career Guide

कबाड़ी की नौकरी से लेखक बनने तक का सफर

    मैक्सिम गोर्की को बचपन से पढ़ना बहुत पसंद था, पर घर में पढ़ाई के लायक स्थितियां नहीं थीं। वह पढ़ना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने एक कबाड़ी के यहां नौकरी कर ली। कबाड़ी की दुकान में रोज हजारों पुस्तकें आती थीं। पुस्तकों को देखते ही गोर्की का मन उन्हें पढ़ने के लिए लालयित हो उठता था। काम के …

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इंसान से अच्छा होता है खुदा का साथ

good-man-is-with-god

एक बार सूफी संत खय्याम अपने शिष्य के साथ बीहड़ से जा रहे थे। उनके नमाज पढ़ने का समय हुआ तो, गुरु और शिष्य दोनों नमाज पढ़ने के लिए बैठे ही थे कि उन्हें सामने से एक शेर की गर्जना सुनाई दी। शिष्य बेहद परेशान हो गया और नजदीक के ही पेड़ पर चढ़ गया। लेकिन खय्याम खामोशी से नमाज …

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रिश्ते है अनमोल

Relationship is priceless

मेरी पत्नी ने कुछ दिनों पहले घर की छत पर कुछ गमले रखवा दिए और एक छोटा सा गार्डन बना लिया। पिछले दिनों मैं छत पर गया तो ये देख कर हैरान रह गया कि कई गमलों में फूल खिल गए हैं, नींबू के पौधे में दो नींबू भी लटके हुए हैं और दो चार हरी मिर्च भी लटकी हुई …

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चाहे दुःख हो या सुख हिसाब तो सबको देने ही होते हैं

whether-it-is-sorrow-or-happiness-then-everyone-has-to-give

एक सेठ जी बहुत ही दयालु थे । धर्म-कर्म में यकीन करते थे । उनके पास जो भी व्यक्ति उधार मांगने आता, वे उसे मना नहीं करते थे । सेठ जी मुनीम को बुलाते और जो उधार मांगने वाला व्यक्ति होता उससे पूछते कि भाई ! तुम उधार कब लौटाओगे ? इस जन्म में या फिर अगले जन्म में  जो …

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गोरा राम, काला राम

There were 2 disciples of a Guru

एक समय की बात है एक गुरु के २ शिष्य थे एक का नाम (गोरा राम) और दूसरे का नाम (काला राम) था, गुरु जी का ज्यादा लगाव (काले राम) के साथ था और गुरु जी उसको ज्यादा अहमियत देते थे, एक दिन एक शख्स ने उनसे से पूछा गुरु जी आप (गोरे) से ज्यादा (काले) को तवज्जो क्यूँ देते …

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हर माँ की कहानी

You were in the mother's stomach for nine months

तुम माँ के पेट में थे नौ महीने तक, कोई दुकान तो चलाते नहीं थे, फिर भी जिए। हाथ—पैर भी न थे कि भोजन कर लो, फिर भी जिए। श्वास लेने का भी उपाय न था, फिर भी जिए। नौ महीने माँ के पेट में तुम थे, कैसे जिए? तुम्हारी मर्जी क्या थी? किसकी मर्जी से जिए? फिर माँ के …

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हमेशा खुश रहने का राज़ क्या है

what-is-the-secret-to-always-be-happy

एक समय की बात है, एक गाँव में महान ऋषि रहते थे| लोग उनके पास अपनी कठिनाईयां लेकर आते थे और ऋषि उनका मार्गदर्शन करते थे| एक दिन एक व्यक्ति, ऋषि के पास आया और ऋषि से एक प्रश्न पूछा| उसने ऋषि से पूछा कि “गुरुदेव मैं यह जानना चाहता हुईं कि हमेशा खुश रहने का राज़ क्या है (What …

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छोटी छोटी कहानियाँ

When a man was about forty-five years old, his wife had died

जब एक शख्स लगभग पैंतालीस वर्ष के थे तब उनकी पत्नी का स्वर्गवास हो गया था। लोगों ने दूसरी शादी की सलाह दी परन्तु उन्होंने यह कहकर मना कर दिया कि पुत्र के रूप में पत्नी की दी हुई भेंट मेरे पास हैं, इसी के साथ पूरी जिन्दगी अच्छे से कट जाएगी। पुत्र जब वयस्क हुआ तो पूरा कारोबार पुत्र …

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एसडीएम की कहानी

Today the school's LADY SDM was coming to the school

आज स्कूल में शहर की LADY SDM आने वाली थी क्लास की सारी लड़कियां ख़ुशी के मारे फूले नहीं समां रही थी सबकी बातों में सिर्फ एक ही बात थी SDM और हो भी क्यों न आखिर वो भी एक लड़की थी पर एक ओर जब सब लड़कियां व्यस्त थी SDM की चर्चाओं में एक लड़की सीट की लास्ट बेंच …

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ज्ञान प्राप्ति के लिए मन में श्रद्धा होना जरूरी

The father became silent, but the child Nachiketa repeatedly began to think- Dad! Whom can you give me? You might also have thought that I would donate to anyone. On this father said in anger - I donate Yama to you

एक बार बालक नचिकेता ने अपने पिता से कहा, आप ब्राह्मणों को कृषि कार्य के लिए अनुपयोगी गाय दान में दे रहे हैं। पिता ने यह नहीं कहा कि हां, यह ठीक नहीं है परंतु वे समझ गए कि यह मेरी निंदा कर रहा है, मेरा अनादर कर रहा है, मेरे कृत्य की भर्त्सना कर रहा है। नचिकेता ने पिता …

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