दाने दाने पर लिखा है खाने वाले का नाम ‘एक’ सेठ जी भगवान “कृष्ण” जी के परम भक्त थे। निरंतर उनका जाप और सदैव उनको अपने दिल में बसाए रखते थे।* *वो रोज स्वादिष्ट पकवान बना कर कृष्ण जी के मंदिर मे जाते थे अपने कान्हा जी को भोग लगाने। घर से तो सेठ जी निकलते पर रास्तें में ही …
Read More »Education
केले का पत्ता यानी द्वैत में अद्वैत
केले का पत्ता यानी द्वैत में अद्वैत जब रावण की सेना को हरा कर और सीता जी को लेकर श्री राम चन्द्र जी वापस अयोध्या पहुंचे – तो वहां उन सब के लौटने की ख़ुशी में एक बड़े भोज का आयोजन हुआ | वानर सेना के सभी लोग भी आमंत्रित थे – लेकिन बेचारे सब ठहरे वानर ही न ? …
Read More »सुदामा और श्रीकृष्ण
सुदामा ने एक बार श्रीकृष्ण से पूछा कान्हा, मैं आपकी माया के दर्शन करना चाहता हूं… कैसी होती है?”**********श्री कृष्ण ने टालना चाहा, लेकिन सुदामा की जिद पर श्री कृष्ण ने कहा, “अच्छा, कभी वक्त आएगा तो बताऊंगा। और फिर एक दिन कृष्ण कहने लगे… सुदामा, आओ, गोमती में स्नान करने चलें| दोनों गोमती के तट पर गए। वस्त्र उतारे| …
Read More »बेरोजगारी का कारण
बेरोजगारी* काकारण क्या है नीचे पढ़िये*एक लड़का मेरे पास आया और बोला- भैया मैं बेरोजगार हूँ, कहीं नौकरी नहीं मिल रही है, बहुत परेशान हूँ। आप ही बताइये मोदी जी ने कहा था कि हर साल लाखों युवाओं को रोजगार दूँगा, सात साल होने को जा रहे है, कुछ भी नहीं मिला।*मैंने उससे कुछ प्रश्न पूछे और सारे प्रश्नों का …
Read More »खुश रहने वाले माफ़ करना जानते हैं और माफ़ी माँगना भी:
हर किसी का अपना -अपना ego होता है, जो जाने -अनजाने औरों द्वारा hurt हो सकता है. पर खुश रहने वाले छोटी -मोती बातों को दिल से नहीं लगाते वो माफ़ करना जानते हैं, सिर्फ दूसरों को नहीं बल्कि खुद को भी. और इसके उलट यदि ऐसे लोगों से कोई गलती हो जाती है, तो वो माफ़ी मांगने से भी …
Read More »खुश रहने वाले अच्छाई खोजते हैं बुराई नहीं :
Human beings की natural tendency होती है कि वो negativity को जल्दी catch करते हैं. Psychologists इस tendency को “Negativity bias” कहते हैं. अधिकतर लोग दूसरों में जो कमी होती है उसे जल्दी देख लेते हैं और अच्छाई की तरफ उतना ध्यान नहीं देते पर खुश रहने वाले तो हर एक चीज में, हर एक situation में अच्छाई खोजते हैं, …
Read More »हर समस्या का समाधान होता है
एक बार थॉमस एडिसन फोनोग्राम बनाने में व्यस्त थे। इसी बीच भारी-हल्के स्वरों से संबंधित एक मशीन से निकलने वाली समस्या उनके सामने खड़ी हो गई। उन्होंने यह गुत्थी सुलझाने का काम एक सहायक के सुपर्द कर दिया। दो साल तक उस पर काम करने के बाद वह सहायक एडिसन के पास आया और बोला- ‘मि. एडिसन, मैंने आपके हजारों …
Read More »तीन प्रेरणादायक कहानियाँ “Three inspirational stories”
आज मैं आपके साथ तीन प्रेरणात्मक incidents/ stories share करूँगा. इन कहानियों को Horain Fayyaz ने भेजा है. Horain जी कोचीन, केरला की रहने वाली हैं और Tourism Industry से जुडी हुई हैं. उन्हें लिखने, पढने के साथ साथ गाने सुनने और घूमने का भी शौक है. वह समाज कार्य से भी जुडी हुई हैं और ,”War on Dowry” नामक …
Read More »इन लोगों को नहीं दें दुःख बनी रहेगी प्रभु की कृपा
सूफी संत बायजीद ने घर छोड़कर वर्षों तक वन में तप किया। जब उन्हें साधना का लक्ष्य मिल गया, तो उन्होंने घर जाकर अपनी मां से मिलने का निर्णय लिया। घर पहुंचे तो उन्होने मां को कहते सुना कि, मेरे प्रभु मेरे दुःखी बेटे को सुख-शांति देना। उसे संतों का आश्रय मिले। बायजीद ने बाहर से ही मां को आवाज …
Read More ». शिष्टाचार – स्वामी विवेकानंद प्रेरक प्रसंग ‘Etiquette – Swami Vivekananda motivational context’
स्वामी विवेकानंद जी ने कहा है कि–विश्व में अधिकांश लोग इसलिए असफल हो जाते हैं, क्योंकि उनमें समय पर साहस का संचार नही हो पाता और वे भयभीत हो उठते हैं। स्वामीजी की कही सभी बातें हमें उनके जीवन काल की घटनाओं में सजीव दिखाई देती हैं। उपरोक्त लिखे वाक्य को शिकागो की एक घटना ने सजीव कर दिया, किस तरह विपरीत परिस्थिती में भी उन्होने …
Read More »