ओ तिरंगा ही घर घर सजाऔर कोई नही अब भजावो तिरंगा ही घर घर सजा इस में रेहते है राम रहीमाइस धरती को केहते है माँइस तिरंगे की हम सब प्रजावो तिरंगा ही घर घर सजा रंग बंसती है बल्दानी ये है आजादी की निशानीजो रंगे वो ही जाने मजावो तिरंगा ही घर घर सजा मनो हसन की मीठी वाणी …
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ब्रज माखन चोरी करत कन्हैया
ब्रज माखन चोरी करत कन्हैया,सुबल सुमंगल तोशन मंगल,सखा श्रीदामा मिलत कन्हैया,ब्रज माखन चोरी———- नंग धणंग संत नागा बन,ब्रज लरिकन संग फिरत कन्हैया,ब्रज माखन चोरी——— चोरन सरदार चुनत नित नव गृह,गुढ़ लक्ष्य मिलि गढ़त कन्हैया,ब्रज माखन चोरी———- रंगे हाँथ पकड़त ब्रज गोपिन,सहत उपहास नित यशुमति मैया,ब्रज माखन चोरी———- प्रगटे हरि जब तें ब्रज गोकुल,नित अद्भुत लीला रचत कन्हैया,ब्रज माखन चोरी…………..
Read More »कबाहु कियो न भजनवा कैसे बीतेगी
कबहु कियो ना भजन वा कैसे बीतेगी,जइयो यम के जब भवनवा कैसे बीतेगी,कबहु कियो ,,,,, सह ना सक्यो जब कष्ट गर्भ के किये कौल करार,प्रभु तुम्हारा भजन करूंगा करो नर्क से पार,वायदा भूलो रे बेईमनवा कैसे बीतेगी,कबहु कियो ,,,,, बालापन हंस खेल गवायो आई मस्त जवानी,मात पिता ने करी सगाई दूल्हा बन्यो गुमानी,बंद गयो हाथों में कंगनवा कैसे बीतेगी,कबहु कियो …
Read More »गोकुल में बजी बधाई
भादो की आधी रात में जन्मे है कृष्ण कन्हाईगोकुल में बजी है बधाई आज गोकुल में बजी है बधाई मथुरा में जन्मे कान्हा गोकुल पधारेहर्षित हुए हैं आज गोकुल जन सारेपैदा होते ही कैसा खेल दिखायापहरे दारो को कैसी नींद सुलायारचदी है लीला अपनी माया है मथुरा पहुंचाई—– दीपो से चमके जगमग सारी ही बस्तीतीनों लोको में आज छाई है …
Read More »आजा रे कन्हाई
आजा आजा रे कन्हाई तूने काहे देर लगाईहो…. ओ …. ओ…..आजा आजा रे कन्हाई , मुझको याद है तेरी आईमैंने दी है ये पलके बिछासाँवरिया आजा ना देर लगा , ओ कान्हा…. आजा ना अब तरसाआँख मेरी भर आई ना आया तू क्यूँ कन्हाईकैसी है ये रुसवाई ओ साँवरिया…..ओ कान्हा.. धडकन तुझे पुकारे अंखिया रस्ता तेरा निहारेओ छलिया मुरली की …
Read More »श्री जी की होने को जी चाहता है
राधे राधे गाने को जी चाहता है,श्री जी की होने को जी चाहता है, इसी आस पे राधा राधा पुकारेकभी एक नजर श्यामा मुझे भी निहारे,उसकी मस्ती में खोने को जे चाहता है,श्री जी की होने को जी चाहता है, जीवन बिताया सारा जग को रिजा के,संतो की मस्ती देखि बरसाना आ के,उसी रज में सोने को जी चाहता है,श्री …
Read More »ढूंढती फिरती हूँ तुझको कब मिलोगे सांवरे
ढूंढती फिरती हूँ तुझको कब मिलोगे सांवरेक्यों कहीं दीखते नहीं हो नैना हुए मेरे बावरेढूंढती फिरती हूँ तुझको ………. द्वारिका मथुरा गई मैं बरसाने गोकुल गईमीरा तो बी बन पाई ना देख रे क्या बन गईहे कन्हैया बंसी बजैया दुखने लगे मेरे पाँव रेढूंढती फिरती हूँ तुझको ………. आरज़ू देखूं तुझे अब मन कहीं लगता नहींदेख ली दुनिया तेरी पर …
Read More »श्याम की कृपा से हुआ है नाम मेरा
श्याम की कृपा से हुआ है नाम मेराखुद सांवरिया करे हर काम मेराश्याम की कृपा से ……….. श्याम नाम की करूँ चाकरी मौज में जीवन काटूँखुद रस पान करूँ भजनो का और मैं सबको बाटूँश्याम की सेवा का ये है ईनाम मेराखुद सांवरिया करे हर काम मेराश्याम की कृपा से ……….. ना सोचा था मुझको कभी ऐसा दरबार मिलेगाश्याम प्रेमियों …
Read More »दरबार तेरा सजाउगा
दरबार तेरा सजाउगा कीर्तन भी तेरा करवाऊगा,साज भी सारे भजवाउगा गीत भी तेरे मैं गाउ गा.सब को मैं ये बतलाऊ गा,दरबार तेरा सजाउगा कीर्तन भी तेरा करवाऊगा, दूर दूर से भक्त तेरे दरबार में आएंगे,मोटर गाडी से या पैदल चल कर आएंगे,किरपा अपनी बरसाना उन्हें हस्ते हस्ते लाना,इतनी विनती है मेरी दुःख दर्द भी सब के मिटाना,ढोलक नगाड़े भी भजबाउ …
Read More »संवारे का भगतो ने ऐसा किया श्रृंगार है
संवारे का भगतो ने ऐसा किया श्रृंगार है,खूब सजी है खाटू नगरी जिधर भी देखो रंग बिरंगी.फूलो की भोहार है,संवारे का भगतो ने ऐसा किया श्रृंगार है, मोगरा वेला जूही चमेली सब है गुंधे हार में,बात कमी न रह जाए कुछ ठाकुर के शिंगार में,श्याम छवि को जो भी देखे उसका ही मन डोले,नर नारी सब झूम के बोले छवि …
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