मुझे माफ़ कर दो सुवर्णा अब मैं आ गया हूँ हमेशा के लिए… अब हम सब साथ रहेंगे हमेशा मैं तुम और हमारे बच्चे…हां यही तो चाहती थी मैं कि हम सब साथ रहें, हंसे खेले खाये… बस ये छोटा सा सपना संजोया था मैंने जो कि हर स्त्री संजोती होगी।शादी के सात साल बाद तुमने मुझे और मेरे बच्चों …
Read More »Gyan Ganga
साधना
इस फिल्म में एक गाना था जिसे लोग आज भी गुनगुनाते हुए नजर आते हैं और वो है ‘मुड़ मुड़ के न देख मुड़ मुड़ के’। इस गाने में साधना कोरस गर्ल में नजर आई थीं। कहा जाता है कि इसी गाने की शूटिंग के दौरान साधना और राज कपूर की अनबन हो गई थी। यहां तक कि वह राज …
Read More »शर्म आनी चाहिए
अमेरिका में एक पंद्रह साल का लड़का था, स्टोर से चोरी करता हुआ पकड़ा गया। पकड़े जाने पर गार्ड की गिरफ्त से भागने की कोशिश में स्टोर का एक शेल्फ भी टूट गया।जज ने जुर्म सुना और लड़के से पूछा, “क्या तुमने सचमुच चुराया था ब्रैड और पनीर का पैकेट”?लड़के ने नीचे नज़रें कर के जवाब दिया- जी हाँ।जज :- …
Read More »हम सब ज़िम्मेदार हैं
अमेरिका में एक पंद्रह साल का लड़का था, स्टोर से चोरी करता हुआ पकड़ा गया। पकड़े जाने पर गार्ड की गिरफ्त से भागने की कोशिश में स्टोर का एक शेल्फ भी टूट गया। जज ने जुर्म सुना और लड़के से पूछा, “क्या तुमने सचमुच चुराया था ब्रैड और पनीर का पैकेट”?लड़के ने नीचे नज़रें कर के जवाब दिया- जी हाँ।जज …
Read More »शंकर जयकिशन
“बरसात” के बाद शैलेन्द्र आर के कैंप का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए थे। राज कपूर और शंकर जयकिशन से उनकी करीबी दोस्ती हुई थी। ख़ास कर शंकर से उनकी ज्यादा जमती थी। आर के की श्री 420 के लिए गीतों का काम चल रहा था। शैलेन्द्र ने एक गीत का मुखड़ा लिखा और शंकर को दिखाया, शंकर बोले वाह शैलेंदर …
Read More »तेरी मां मेरी मां नहीं
गाजियाबाद आते आते वो थोड़ा इसलिए परेशान हो गईं क्योंकि उनको जाना था कश्मीरी गेट और बस का आखिरी स्टॉपेज था आनंद विहार। यह बड़ी आम सी बात है कि दिल्ली की भीड़ से हर कोई घबराता है ख़ासकर बुजुर्ग को ज्यादा उलझन होती है।
Read More »प्रख्यात लेखक रामदरश मिश्र
रामदरश मिश्र की गजलों में प्रेम, प्रकृति, शहर, गांव, मनुष्य, घर परिवार, एवं निजी अनुभवों की तमाम यात्राएं शामिल हैं. सामाजिक राजनीतिक जीवन की विडंबनाए भी. धार्मिकता के स्याह चेहरे भी. पर आम आदमी के पक्ष में उनकी आवाज में करुणा नजर आती है. कविताएं रामदरश जी की रचनात्मकता का पुराना ठीहा हैं तो ग़ज़लें उनके कवित्व का नया विस्तार. …
Read More »अजीबोगरीब घटना
पठान बोला, (जो गांव का मुखिया भी था।) भला कब्र से कोई कैसे गायब हो सकता है? चारों ओर ढूंढा गया, आस पास के सब चोरों को पकड़ा गया, ऐसे लोग जो गड़बडिये होते हैं, उन्हें पकड़ा गया लेकिन कुछ पता नहीं चला .तब
Read More »लाहौर से मुंबई तक
प्राण कृष्ण सिकंद, जो एक जाने-माने फिल्मी कलाकार थे, के जीवन के कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण पलों का वर्णन किया गया है। इन्हें उनकी धर्मपत्नी......
Read More »अंतिम यात्रा
एक परिवार की कहानी जो दिक्कतों से भरी है और जिंदगी के मोड़ परिवर्तित कर देती है। जब एक परिवार का मुख्य सदस्य निधन हो जाता है, तो उनके.......
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