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ब्रह्मविद्या का ज्ञान

सतयुग में महर्षि दध्यंग आथर्वण अग्रणी ब्रह्मवेत्ता के रूप में विख्यात थे। देव शिरोमणि इंद्र उनकी ख्याति सुनकर एक दिन उनके आश्रम में पहुँचे। इंद्र ने कहा, ‘महर्षि, मेरी मनोकामना पूर्ण करने के लिए मुझे वरदान देने का वचन दें। महर्षि आतिथ्य स्वीकार को बहुत महत्त्व देते थे, अतः उन्होंने वचन देकर उनसे बैठने को कहा। महर्षि ने पूछा, ‘अतिथिवर, …

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लड्डू_गोपाल_की_कृपा

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लड्डू_गोपाल_की_कृपा मंगू एक माली था, शहर में एक बड़ी सी कॉलोनी में जिसमें बहुत सारी बड़ी-बड़ी कोठिया बनी हुई थी, वह वहां जाता और वहां की 5-7 कोठियों के बगीचे की खूब रखवाली करता। . जिस जिस के घर में भी वो काम करता सब घरवाले मंगू से बहुत खुश रहते थे। . कीमती लाल नाम का एक सेठ था। …

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वे नंद दे लाडलिया

वे नंद दे लाडलिया असा प्यार तेरे नाल पायाप्यार तेरे नाल पाया असा प्यार तेरे नाल पायावे नंद दे लाडलिया असा प्यार तेरे नाल पायाअखा विच हंजू सुक गए तेनु अजे वी तरस ना आयावे नंद दे लाडलिया असा प्यार तेरे नाल पाया…… सारी सारी रात तेरी याद विच सोई नाघड़ी ओ वोह केहडी तेरी जिहदे विच रोई न  हो …

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सच्ची सेवा का मर्म

सभी धर्मग्रंथों में सेवा-सहायता को सर्वोपरि धर्म बताया गया है। महर्षि वेदव्यास ने अष्टादश पुराणों में लिखा है, ‘परोपकाराय पुण्याय पापाय परपीडनम्।’ अर्थात् परोपकार पुण्य है और दूसरों को पीडित करना पाप। कुछ प्राप्त करने की इच्छा से की गई सेवा को शास्त्रों में निष्फल बताया गया है। कहा गया है, ‘यदि सेवा कर्तव्यपालन या आत्मिक प्रसन्नता के लिए की …

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Shri radha chalisha

श्री राधे वुषभानुजा भक्तनि प्राणाधार वृन्दाविपिन विहारिणी प्रानावौ बारम्बार जैसो तैसो रावरौ कृष्ण प्रिय सुखधाम चरण शरण निज दीजिये सुन्दर सुखद ललाम जय वृषभान कुंवारी श्री श्यामा कीरति नंदिनी शोभा धामा नित्य विहारिणी श्याम अधर अमित बोध मंगल दातार रास विहारिणी रस विस्तारिन सहचरी सुभाग यूथ मन भावनी नित्य किशोरी राधा गोरी श्याम प्रन्नाधन अति जिया भोरी करुना सागरी हिय …

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भगवान् श्री कृष्ण के लिये समर्पित

मित्रों, मीराबाई भक्तिकाल की एक ऐसी संत हैं, जिनका सब कुछ भगवान् श्री कृष्ण के लिये समर्पित था, यहां तक कि श्रीकृष्ण को ही वह अपना पति मान बैठी थीं, भक्ति की ऐसी चरम अवस्था कम ही देखने को मिलती है, सज्जनों! आज हम श्रीकृष्ण की दीवानी मीराबाई के जीवन की कुछ रोचक बातों को भक्ति के साथ आत्मसात करने …

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काम का अर्थ होता है

मित्रों कामदेव के तेरह तथ्य जानकर चौंक जाएंगे आप!!! हिन्दू धर्म में कामदेव, कामसूत्र, कामशास्त्र और चार पुरुषर्थों में से एक काम की बहुत चर्चा होती है। खजुराहो में कामसूत्र से संबंधित कई मूर्तियां हैं। अब सवाल यह उठता है कि क्या काम का अर्थ सेक्स ही होता है? नहीं, काम का अर्थ होता है कार्य, कामना और कामेच्छा से। …

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विधि का विधान

श्री राम का विवाह और राज्याभिषेक, दोनों शुभ मुहूर्त देख कर किए गए थे; फिर भी न वैवाहिक जीवन सफल हुआ, न ही राज्याभिषेक! और जब मुनि वशिष्ठ से इसका उत्तर मांगा गया, तो उन्होंने साफ कह दिया “सुनहु भरत भावी प्रबल, बिलखि कहेहूं मुनिनाथ। हानि लाभ, जीवन मरण, यश अपयश विधि हाथ।।” अर्थात – जो विधि ने निर्धारित किया …

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हिन्दू देवी देवता से जुड़े जोक्स और फालतू बकवास को आगे शेयर ना करे

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आज कल बहुत सारे सीरियल में मनगढ़ंत कहानी बनाकर लोगों को दिखाई जा रही है जिसका उद्देश्य सिर्फ मनोरंजन करके पैसे कमाना है। ऐसे सीरियल, एक के बाद एक मनगंढत एपिसोड बनाते जाते है हर एपिसोड मिर्च मसाला लगाकर बनाया जाता है। सीरियल शुरू होने से पहले एक Disclaimer भी आता है जिसमें लिखा होता है यह सिर्फ मनोरंजन के …

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हनुमान चालीसा का सत्य -FACT OF HANUMAN CHALISA-तुलसीदास जी को हनुमान चालीसा जेल में क्यों लिखनी पड़ी

हनुमान चालीसा का सत्य

आज हम बात करेंगे हनुमान चालीसा के बारे में, हनुमान चालीसा कब लिखी गयी इसके पीछे का रहस्य क्या है। और इससे चालीसा क्यों कहा कहा जाता है। इसको हम कैसे पढ़ें की हमें इसका पूरा – पूरा फल मिले। यह साड़ी बातें हम आज की इस वीडियो में करने वाले हैं। जानना चाहते हैं तो वीडियो को अंत तक …

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